नई दिल्ली: खेल मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में पाकिस्तान के साथ मुकाबले को लेकर अपनी नीति स्पष्ट कर दी है। युवा मामले एवं खेल मंत्रालय (MYAS) ने स्पष्ट किया है कि भारत मौजूदा हालात में पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय खेलों में हिस्सा नहीं लेगा, लेकिन उन अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में भाग लेगा जहाँ पाकिस्तानी टीमें भी मौजूद होंगी। इसके अतिरिक्त पाकिस्तान की टीमों को भारत में खेलने की अनुमति नहीं होगी।
खेल मंत्रालय का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अगले महीने एशिया कप को लेकर चर्चा तेज है। एशिया कप के लीग मैच में भारत और पाकिस्तान आमने-सामने होंगे। हालांकि, इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं।
खेल मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के साथ खेलों के मामले में भारत का रुख बिल्कुल साफ है। भारतीय टीमें पाकिस्तान में नहीं खेलेंगी और पाकिस्तानी टीमें भारत में आमने-सामने की मुकाबलों में हिस्सा नहीं ले सकतीं। हालाँकि, बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में, चाहे वे भारत में हों या कहीं और, दोनों देश हिस्सा ले सकते हैं।
खेल मंत्रालय की ओर से कहा गया है, ‘जहाँ तक एक-दूसरे के देश में द्विपक्षीय खेल आयोजनों का सवाल है, भारतीय टीमें पाकिस्तान में भाग नहीं लेंगी। न ही हम पाकिस्तानी टीमों को भारत में खेलने की अनुमति देंगे। भारत या विदेश में, अंतर्राष्ट्रीय और बहुपक्षीय आयोजनों के संबंध में, हम अंतर्राष्ट्रीय खेल संस्थाओं की कार्यप्रणाली और अपने खिलाड़ियों के हितों से निर्देशित होते हैं।’
इसमें आगे कहा गया, ‘भारतीय टीमें और व्यक्तिगत खिलाड़ी उन अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में भाग लेंगे जिनमें पाकिस्तान की टीमें या खिलाड़ी भी शामिल हैं। इसी प्रकार, पाकिस्तानी खिलाड़ी और टीमें भारत द्वारा आयोजित ऐसे बहुपक्षीय आयोजनों में भाग ले सकेंगे।’
14 सितंबर को है भारत-पाकिस्तान मुकाबला
खेल मंत्रालय के बयान का सीधा मतलब है कि सरकार अब एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ टीम इंडिया के मुकाबले में हस्तक्षेप नहीं करेगी। एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच 14 सितंबर को खेला जाना है। इस साल जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद एशिया कप के मैच को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे। भारत ने पहलगाम की घटना के बाद ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसमें पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। तनाव बढ़ने पर भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई सैन्य ढांचों को भी निशाना बनाते हुए तबाह किया था।
बताते चलें कि हाल में पाकिस्तान की हॉकी टीम ने बिहार के राजगीर में आयोजित होने जा रहे एशिया कप में भाग लेने से इनकार कर दिया है। पाकिस्तान ने इसके लिए सुरक्षा कारणों का हवाला दिया था।
बहरहाल, मंत्रालय ने जोर देकर ये भी कहा है कि वे भारत को प्रमुख खेल आयोजनों की मेजबानी के लिए और अधिक आकर्षक बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। सरकार एथलीटों और खेल अधिकारियों के लिए देश में प्रवेश को आसान बना रही है। अंतर्राष्ट्रीय खेल संस्थाओं के अधिकारी अब पाँच साल तक की अवधि के लिए विशेष मल्टी-एंट्री वीजा प्राप्त कर सकते हैं। इससे उनके लिए भारत में और भारत के भीतर यात्रा करना आसान हो जाता है।
मंत्रालय ने कहा, ‘अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों की मेजबानी के लिए एक विश्वसनीय स्थल के रूप में भारत के उभरने को भी ध्यान में रखना जरूरी है। इसलिए, भारतीय टीमें और व्यक्तिगत खिलाड़ी उन अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में भाग लेंगे जिनमें पाकिस्तान की टीमें या खिलाड़ी भी शामिल होंगे। इसी तरह, पाकिस्तानी खिलाड़ी और टीमें भारत द्वारा आयोजित ऐसे बहुपक्षीय आयोजनों में भाग ले सकेंगे।’
खेल मंत्रालय ने आगे कहा, ‘भारत को अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों की मेजबानी के लिए पसंदीदा स्थान बनाने के लिए खिलाड़ियों, टीम अधिकारियों, तकनीकी कर्मियों और अंतर्राष्ट्रीय खेल शासी निकायों के पदाधिकारियों के लिए वीजा प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा।’