Friday, October 10, 2025
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‘काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ें सारे मुसलमान’, पर्सनल लॉ बोर्ड ने क्यों की ये अपील?

केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित वक्फ विधेयक को लेकर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है। इसी बीच अलविदा जुमा से पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB)  ने एक अपील कर दी है। लॉ बोर्ड ने देशभर के मुसलमानों से कहा है कि सभी लोग हाथ में काली पट्टी बांधकर रमजान के आखिरी जुमे की नमाज़ पढ़ें। ये फैसला वक्फ संशोधन बिल की मुखालफत करने के लिए किया गया है। जुमे की नमाज के दौरान काली पट्टी बांधकर सरकार के इस फैसले का विरोध किया जाएगा। 

AIMPLB ने मुसलमानों से की अपील

वहीं, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने जुमे की नमाज को विरोध के हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने की कोशिश की है। बोर्ड ने मुसलमानों से अपील की है कि आज काली पट्टी बांधकर नमाज़ पढ़ें जिससे केन्द्र सरकार की मुखालफत का संदेश जा सके। AIMPLB के महासचिव मौलाना मोहम्मद फजलुर रहीम मुजद्दिदी ने बोर्ड के एक्स हैंडल पर वीडियो जारी करते हुए कहा, ‘वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ एआईएमपीएलबी का प्रदर्शन जारी है। इस संदर्भ में जुमा तुल ​​विदा (रमजान का आखिरी शुक्रवार) के अवसर पर अपना विरोध दर्ज कराएं।’

लॉ बोर्ड ने जारी पत्र में कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक एक घिनौनी साजिश है, जिसका स्पष्ट मकसद मुसलमानों को उनकी मसाजिद, ईदगाहों, मदारिस, दरगाहों, खानकाहों, कब्रिस्तान और उनकी खैराती इदारों से महरूम करना है। अगर यह बिल मंजूर हो गया तो हमारे हाथ से सैकड़ों मसाजिद, ईदगाहें, मदारिस, कब्रिस्तान और बहुत सी खैराती इदारे निकल जाएंगे। लिहाजा मुल्क के हर मुसलमान की जिम्मेदारी है, वह इस पर अपना भरपूर विरोध दर्ज कराए। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड मुल्क के हर मुसलमान से अपील करता है कि वह जुमातुल विदा के मौके से अपने बाजू पर काली पट्टी बांध कर मस्जिद आएं और ग़म व गुस्से का पुर अमन व खामोशी से विरोध करें।

 गोरखपुर में बढ़ा दी गई चौकसी 

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अपील के बाद गोरखपुर में भी चौकसी बढ़ा दी गई है। जामा मस्जिद, मदीना मस्जिद और अन्य संवेदनशील इलाकों में पुलिसफोर्स शांति व्यवस्था कायम करने के लिए तैयार है। पीस कमेटी की बैठक में भी पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मुस्लिम समाज के लोगों से अलविदा की नमाज के दौरान पूरी तरह से शांति व्यवस्था और लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने का विश्वास दिलाया है। पुलिस प्रशासन ने यह भी अपील की है की मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद शांति व्यवस्था कम रखने में पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें।

संसद में कब पेश होगा वक्फ बिल?

संसद की जेपीसी ने वक्फ (संशोधन) विधेयक पर अपनी रिपोर्ट बीते 30 जनवरी को ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंप दी थी। इस बिल को लेकर 31 सदस्यों वाली कमेटी ने  कई बैठकें और चर्चाएं की थीं। माना जा रहा है कि वर्तमान में संसद में जारी बजट सत्र के दौरान ही वक्फ (संशोधन) विधेयक को संसद में पारित करने के लिए पेश किया जा सकता है। 

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