मुंबई: भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा प्रदाता कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज अपने कर्मचारियों की संख्या में 2 प्रतिशत की कटौती करेगी। कंपनी ने रविवार को बताया कि वह 2026 के वित्तीय वर्ष में अपने कर्मचारियों की संख्या में 2 प्रतिशत की कटौती करेगी। कंपनी की इस छंटनी से मध्यम और सीनियर स्तर के 12 हजार कर्मचारी मुख्य तौर पर प्रभावित होंगे।
टीसीएस के सीईओ के कृतिवासन ने मनीकंट्रोल को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि इस कदम का उद्देश्य तकनीक में तेजी से हो रहे बदलावों के बीच आईटी दिग्गज कंपनी को अधिक चुस्त और भविष्य के लिए तैयार बनाना है। टीसीएस वित्त वर्ष 2026 (अप्रैल 2025 से मार्च 2026) तक दुनिया भर में अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती करेगी।
इस कदम के पीछे के तर्क के बारे में पूछे जाने पर टीसीएस के सीईओ के. कृतिवासन ने बताया कि काम करने के तरीके बदल रहे हैं और भविष्य के लिए तैयार और चुस्त-दुरुस्त रहने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि वे एआई जैसी नई तकनीकों और ऑपरेटिंग मॉडल में बदलाव पर जोर दे रहे हैं।
कंपनी ने आगे कहा, ‘यह बदलाव पूरी सावधानी से योजनाबद्ध किया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हमारे ग्राहकों को दी जाने वाली सेवाओं पर कोई असर न पड़े।’
क्यों उठाना पड़ रहा टीसीएस को ऐसा कदम?
दूसरी ओर समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक भारत के 283 अरब डॉलर के आईटी क्षेत्र को कमजोर माँग, लगातार मुद्रास्फीति और अमेरिकी व्यापार नीतियों को लेकर बनी अनिश्चितता के कारण ग्राहकों द्वारा गैर-जरूरी तकनीकी खर्च में कटौती का सामना करना पड़ रहा है। टीसीएस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के. कृतिवासन ने इस महीने कहा था कि ग्राहकों द्वारा निर्णय लेने और परियोजनाओं के शुरू होने में देरी हो रही है।
भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टीसीएस ने अप्रैल-जून 2025 तिमाही के दौरान 6,071 कर्मचारियों को नियुक्त किया था। इसके साथ, 30 जून 2025 तक टीसीएस कर्मचारियों की कुल संख्या 6,13,069 थी। नियामक फाइलिंग के अनुसार, शुद्ध आधार पर वित्त वर्ष की पहली तिमाही में टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या में 5,090 की वृद्धि हुई।
रिपोर्टों के अनुसार, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में इस साल 4 प्रतिशत से 8 प्रतिशत के बीच कम वेतन वृद्धि की उम्मीद है। टीसीएस ने वित्त वर्ष 2022 में 10.5 प्रतिशत, वित्त वर्ष 2023 में 6-9 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2024 में 7-9 प्रतिशत की वेतन वृद्धि की थी।