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चिटफंड घोटाले में नाम आने पर श्रेयस तलपड़े की टीम का बयान– आरोप बेबुनियाद और झूठे

मुंबईः अभिनेता श्रेयस तलपड़े की टीम ने करोड़ों रुपये के चिटफंड घोटाले में नाम आने के बाद आधिकारिक बयान जारी किया है। इन खबरों को खारिज करते हुए बयान में कहा गया है कि अभिनेता के धोखाधड़ी में शामिल होने की बात पूरी तरह से झूठी और निराधार है। 

अभिनेता की टीम ने बयान में कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज के समय में किसी व्यक्ति की कड़ी मेहनत से अर्जित प्रतिष्ठा निराधार अफवाहों के कारण अनुचित रूप से धूमिल हो रही है। श्रेयस तलपड़े के धोखाधड़ी में शामिल होने का आरोप लगाने वाली हालिया खबरें पूरी तरह से झूठी और निराधार हैं। तलपड़े अन्य हस्तियों की तरह, अक्सर विभिन्न कॉर्पोरेट और वार्षिक कार्यक्रमों में आमंत्रित किए जाते हैं, जिनमें वह भाग लेते हैं।”

अभिनेता का गैरकानूनी काम से कोई संबंध नहींः श्रेयस की टीम

टीम ने कहा कि अभिनेता का किसी भी धोखाधड़ी या गैरकानूनी काम से कोई संबंध नहीं है, जैसा कि आरोप लगाया जा रहा है या प्रसारित किया जा रहा है। हम सभी से गलत सूचना फैलाने से पहले तथ्यों की पुष्टि करने का आग्रह करते हैं और अनुरोध करते हैं कि तलपड़े का नाम इन निराधार अफवाहों से दूर रखा जाए। तलपड़े कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं जो ईमानदारी से काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

क्या है पूरा मामला?

इससे पहले, गुरुवार को खबर आई थी कि श्रेयस तलपड़े समेत 14 अन्य लोगों के खिलाफ उत्तर प्रदेश में एक नया धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। कथित तौर पर चिटफंड घोटाला उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में एक दशक से अधिक समय से चल रहा था।

मीडिया में यह खबर आई थी कि लोनी अर्बन मल्टीस्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड नामक एक कंपनी ने निवेश पर उच्च रिटर्न का वादा करके ग्रामीणों को ठगा है। कंपनी के एजेंटों ने स्थानीय लोगों से बड़ी रकम एकत्र की है। उन्होंने लालच दिया कि उनका निवेश कुछ ही समय में दोगुना हो जाएगा।

(यह खबर समाचार एजेंसी आईएएनएस फीड द्वारा प्रकाशित है। शीर्षक बोले भारत डेस्क द्वारा दिया गया है)

 

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