Saturday, October 11, 2025
Homeविश्वरिहा हुई इजराइली बंधक नोआ अरगामनी को अल जजीरा के पत्रकार के...

रिहा हुई इजराइली बंधक नोआ अरगामनी को अल जजीरा के पत्रकार के घर में बनाया गया था बंदी, रिपोर्ट में दावा

गाजा: इजराइल ने हमास की कैद से चार बंधकों को छुड़ा लिया है। इन बंधकों को गाजा के नुसीरत में स्थित शरणार्थी शिविर में फायरिंग से छुड़ाया गया है। इस ऑपरेशन में कम से कम 274 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है और करीब 400 घायल भी हुए हैं। ऐसे में जिन चार बंधकों को इजराइल ने छुड़ाया है उन में 25 साल की नोआ अर्गमानी भी शामिल हैं। पिछले साल जब हमास के लड़ाकों ने इजराइल में हमला किया था तब उन लोगों ने नोवा का अपहरण कर लिया था।

नोवा को हमास के लड़ाकों ने उसे जबरन मोटरसाइकिल पर बैठाकर ले गए थे जिसके बाद उसके अपहरण का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। नोवा के अलावा तीन और युवकों को हमास की कैद से छुड़ाया गया है। ऐसे में अब जब नोवा को छुड़ा लिया गया है तो उसे जुड़ा एक और खबर सामने आ रही है।

नोवा को पत्रकार के घर बनाया गया था बंदी

ओपन सोर्स इंटेलिजेंस मॉनिटर की एक एक्स पोस्ट में यह दावा किया गया है कि पत्रकार अब्दुल्लाह अलजमल के घर में नोआ अर्गमानी को रखा गया था। अब्दुल्लाह अलजमल गाजा स्थित फोटो जर्नलिस्ट और कतर स्थिति मीडिया हाउस अल-जजीरा के लिए काम करते हैं। अब्दुल्लाह अल-जजीरा और फिलिस्तीनी क्रॉनिकल के लेखक और संपादक हैं।

अब्दुल्लाह संग उसके परिवार वाले भी मारे गए-दावा

इजराइल द्वारा नामित यूरोप स्थित हमास ऑपरेटिव और यूरो-मेड ह्यूमन राइट्स मॉनिटर के प्रमुख रामी अब्दु ने दावा किया है कि सेंट्रल गाजा में इजराइली अभियान के दौरान अब्दुल्लाह और पत्नी फातिमा के साथ परिवार के अन्य सदस्य भी मारे गए हैं। हालांकि इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। उधर अल जजीरा ने उस पर लगे सभी आरोपों को गलत और झूठा बताया है।

ऐसे मारा गया अब्दुल्लाह

रामी अब्दु ने अपने एक एक्स पोस्ट में एक्स अकाउंट @EuroMed HR का हवाला देते हुए बताया है कि इजरायली सेना नुसीरात में डॉ. अहमद अल-जमाल के घर में हुए घुसी थी और यहीं पर अब्दुल्लाह और उसके परिवार वालों को गोली मारी गई थी। अब्दु ने दावा किया है कि इजराइली सेना ने डॉ. जमाल के घर में सीढ़ियों से गई थी और रास्ते में अब्दुल्लाह की पत्नी फातिमा मिली थी जिसे सेना ने गोली मार दी थी। इसके बाद इजराइली सेना के जवान और नीचे गए थे और वहां पर अब्दुल्लाह दिखा था जिसे उन लोगों ने गोली मार दी थी।

सेना ने अब्दुल्लाह के 74 साल के पिता डॉ. अहमद अल-जमाल को भी गोली मार दी थी और उनकी 27 साल की पोती जैनेब को भी गोली लगी थी जो गंभीर रूप से घायल हो गई थी।

पिछले एक साल से चल रहा है यह युद्ध

बता दें कि फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिण इजरायल पर हमला किया था, जिसमें लगभग 1,200 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 200 लोगों को बंधक बना लिया गया था। इसके बाद इजरायल की सेना ने गाजा में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमला शुरू किया था। क्षेत्र के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस युद्ध के चलते तब से गाजा में 34,780 लोग मारे गए हैं।

हमास और इजराइल के बीच पिछले साल नवंबर में हुए एक समझौते के कारण एक हफ्ते युद्धविराम के बदले में हमास ने 105 बंधकों को छोड़ा था जबकि इजराइली जेलों में बंद लगभग 240 फिलिस्तीनी कैदियों को इजराइल ने रिहा किया गया था। बंधकों के बारे में बोलते हुए इजलाइल ने कहा है कि 128 ऐसे बंधक हैं जिनके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है जबकि 36 बंधको मृत मान लिया गया है। न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, माना जा रहा है कि 100 से ज्यादा बंधक अभी भी रफाह में कैद हैं।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

मनोज मोहन on कहानीः याद 
प्रकाश on कहानीः याद 
योगेंद्र आहूजा on कहानीः याद 
प्रज्ञा विश्नोई on कहानीः याद 
डॉ उर्वशी on एक जासूसी कथा