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पोकरण में तेज धमाकों के बाद खाली कराए गए गांव, जैसलमेर सहित सीमावर्ती जिलों में लॉकडाउन जैसे हालात

जैसलमेर/बाड़मेरः भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव चरम पर है। 6-7 मई की रात भारतीय सेना द्वारा अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अब पाकिस्तान की ओर से पलटवार की आशंका बढ़ गई है। गौरतलब है कि ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था जिसमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष 5 आतंकी मारे गए।  

शनिवार को राजस्थान के जैसलमेर जिले के पोकरण क्षेत्र में तेज धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, ये धमाके दुश्मन ड्रोन या शॉर्ट रेंज मिसाइलों को भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम द्वारा मार गिराए जाने के कारण हुए। आशंका है कि जैसलमेर को सीधे निशाना बनाया गया था। एहतियातन पोकरण के आसपास के गांवों को तत्काल खाली करा लिया गया है।

इसी बीच, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के डमटाल इलाके में एक मिसाइल का मलबा गिरने की पुष्टि हुई है। घटनास्थल पर पहुंचे डीसीपी संजीव कुमार के नेतृत्व में सर्च ऑपरेशन जारी है। हालांकि, किसी जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है।

जैसलमेर-बाड़मेर में लॉकडाउन जैसे हालात

राजस्थान के जैसलमेर और बाड़मेर जैसे सीमावर्ती जिलों में हालात लॉकडाउन जैसे हो गए हैं। स्थानीय प्रशासन ने बाजार, होटल, दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करवा दिया है। पुलिस ने सड़कों पर निगरानी बढ़ा दी है और शहर के प्रवेश व निकास मार्गों पर सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक स्वयं गश्त पर हैं, जबकि माइक के ज़रिए नागरिकों से शांति बनाए रखने और घरों में रहने की अपील की जा रही है।

बाड़मेर में हाल ही में बढ़ी ड्रोन गतिविधियों और संदिग्ध वस्तुओं की बरामदगी ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। बीएसएफ और सेना की तैनाती को और अधिक मजबूती दी गई है। स्थानीय प्रशासन नागरिकों से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील कर रहा है।

रिहायशी और सांस्कृतिक स्थलों को पाकिस्तान बना रहा निशाना

इस बीच, रक्षा मंत्रालय ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर एक वीडियो जारी किया है जिसमें जम्मू के प्रसिद्ध शंभू मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र में पाकिस्तानी हमले के प्रभाव को दिखाया गया है। इससे स्पष्ट है कि पाकिस्तान अब रिहायशी इलाकों और सांस्कृतिक स्थलों को भी निशाना बना रहा है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को मंत्रिपरिषद की आपात बैठक बुलाई थी। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों के प्रभारी मंत्रियों, प्रशासनिक अधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सतर्कता बनाए रखने, संसाधनों की सुनिश्चितता और अफवाहों से बचाव के निर्देश दिए।

इस व्यापक सुरक्षा तैयारी के केंद्र में है 6-7 मई को हुआ ‘ऑपरेशन सिंदूर’, जिसमें मारे गए आतंकियों की सूची अब सामने आ चुकी है। इसमें लश्कर आतंकी मुदस्सर खादियान, जैश प्रमुख मसूद अजहर के साले हाफिज मुहम्मद जमील और मोहम्मद यूसुफ अजहर जैसे कुख्यात आतंकी शामिल हैं। पाकिस्तान सेना ने मुदस्सर को गार्ड ऑफ ऑनर दिया, और अंतिम संस्कार में रिटायर्ड जनरल तथा पंजाब पुलिस के आईजी तक शामिल हुए—जो इस कार्रवाई की संवेदनशीलता और सफलता को दर्शाता है।

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