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भारत की पहली ‘वंदे मेट्रो’ का नाम बदलकर नमो भारत रैपिड रेल किया गया, जानिए इसके बारे में सबकुछ

नई दिल्ली: पीएम मोदी ने सोमवार को भुज और अहमदाबाद के बीच भारत की पहली नमो भारत रैपिड रेल सेवा को हरी झंडी दिखाई है। नमो भारत रैपिड रेल को पहले वंदे मेट्रो नाम दिया गया था लेकिन सेवा के उद्घाटन से कुछ घंटे पहले इसके नाम को बदल दिया गया है।

नमो भारत रैपिड रेल गुजरात के कच्छ जिले में स्थित भुज को राजधानी अहमदाबाद से जोड़ेगी। यह ट्रेन 360 किलोमीटर की दूरी को छह घंटे से भी कम समय में पूरी करेगी।

पीएम मोदी ने आज कई और वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई है। इनमें नागपुर से सिकंदराबाद, कोल्हापुर से पुणे, आगरा कैंट से वाराणसी, दुर्ग से विशाखापत्तनम और पुणे से हुबली भी शामिल हैं।

इसके आलावा उन्होंने वाराणसी से दिल्ली तक चलने वाली पहली 20 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन को भी शुरू किया है। पीएम मोदी अभी गुजरात के दौरे पर हैं। ट्रेन की सेवा आधिकारिक तौर पर मंगलवार से शुरू होगी। इस दिन पीएम मोदी का जन्मदिन भी है।

नमो भारत रैपिड रेल के बारे में

अहमदाबाद से भुज के बीच नमो भारत रैपिड रेल की पहली सेवा 17 सितंबर 2024 से शुरू होगी। वहीं भुज से अहमदाबाद की सेवा 18 सितंबर से शुरू होगी। यह ट्रेन 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पांच घंटे और 45 मिनट में 360 किलोमीटर की दूरी तय करने की क्षमता रखती है। इसमें 1,150 यात्री बैठ सकते हैं।

ट्रेन साबरमती, गांधीधाम और अंजार सहित नौ स्टेशनों पर रुकेगी और इसका किराया 455 रुपए होगा। इन स्टेशनों में साबरमती, चांदलोडिया, वीरमगाम, ध्रांगधरा, हलवद, समाखियाली, भचाऊ, गांधीधाम और अंजार भी शामिल हैं।

क्या है खुलने और पहुंचने का समय 

पश्चिमी रेलवे के अनुसार, अहमदाबाद-भुज नमो भारत रैपिड रेल शनिवार को छोड़कर हर दिन शाम को 5:30 बजे अहमदाबाद से रवाना होगी और उसी दिन रात के 11:10 बजे भुज पहुंच जाएगी।

वहीं भुज-अहमदाबाद नमो भारत रैपिड रेल की अगर बात करें तो यह रविवार को छोड़कर हर दिन सुबह 5:05 बजे रवाना होगी और उसी दिन सुबह 10:50 बजे अहमदाबाद पहुंच जाएगी।

नमो भारत रैपिड रेल की खूबियां

पश्चिमी रेलवे के अनुसार, नमो भारत रैपिड रेल में 12 एसी वाले कोच होंगे। यह रेल अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इन कोच में इंजन द्वारा कंट्रोल किए गए स्लाइडिंग दरवाजे, मॉड्यूलर इंटीरियर, एलईडी लाइटिंग और वैक्यूम टॉयलेट, पैनोरमिक विंडो, सीसीटीवी और फोन चार्जिंग पोर्ट जैसी अन्य सुविधाएं भी होगी।

इसके आलावा सुरक्षा की अगर बात करें तो किसी किस्म के हादसे से बचने के लिए इसमें कवच सिस्टम भी मौजूद होगा।

उन्नत सुरक्षा प्रणाली से लैस है ट्रेन

इसके साथ कोच को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसमे धुंआ के निकलने की खबर या फिर आग लगने का पता लगाने की जानकारी भी आसानी से हासिल हो जाएगी। कोच में एरोसोल-आधारित आग बुझाने के साथ-साथ आपातकालीन रोशनी जैसी अन्य उन्नत सुरक्षा प्रणाली भी मौजूद होगी।

यात्रा कर रहे यात्रियों को सुविधाजनक सफर के लिए ट्रेन में गद्देदार सोफों की भी व्यवस्था की गई है। रेल मंत्रालय ने कहा है कि इसमें अनुकूल टॉयलेट, पूरी तरह से सीलबंद फ्लेक्सिबल गैंगवे और फूड सर्विस जैसी सुविधाओं के साथ इसे डिजाइन किया गया है।

समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ

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