श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में सेना और आतंवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक कमांडो की जान चली गई है। वहीं, दो अन्य घायल हो गए। हिंदुस्तान टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई।
क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों द्वारा शुरू किए गए तलाशी अभियान के दौरान यह गोलीबारी हुई जिसमें एक कमांडों की जान चली गई।
पैरा कमांडो के जवान ने गंवाई जान
गोलीबारी के दौरान जान गंवाने वाला सैनिक भारतीय सेना की विशेष बल इकाई का पैरा कमांडो हैं। इसी बटालियन के दो अन्य जवान घायल हुए हैं।
भारतीय सेना ने कहा जान गंवाने वाला सैनिक झंटू अली शेख 6वीं पैरा एसएफ में थे। व्हाइट नाइक कॉर्प्स ने मुठभेड़ में मारे गए जवान को श्रद्धांजलि दी है।
#GOC #WhiteKnightCorps and all ranks salute #Braveheart Hav Jhantu Ali Shaikh of 6 PARA SF, who made the supreme #sacrifice during a counter #terror #operation.
His indomitable courage and the valour of his team will never be forgotten.
We stand in solidarity with the bereaved… pic.twitter.com/BzogemMct9
— White Knight Corps (@Whiteknight_IA) April 24, 2025
अधिकारियों के मुताबिक, यह मुठभेड़ सेना द्वारा तलाशी अभियान के दौरान डुडु-बसंतगढ़ इलाके में हुई। आतंकियों से संपर्क स्थापित होने के बाद गोलीबारी शुरू हुई।
सेना के अधिकारियों के मुताबिक, घटनास्थल से अंतिम रिपोर्ट आने तक अभियान अभी भी जारी था। हिंदुस्तान टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि जिन आतंकवादियों के खिलाफ अभियान शुरू किया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि वे एक बड़े समूह का हिस्सा हैं। इन आतंकियों के बारे में ऐसा कहा जा रहा है कि ये हीरानगर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार से घुसपैठ कर आए हैं और 23 मार्च को सान्याल गांव के पास जंगलों में एक दंपति द्वारा इन्हें देखा गया था।
पुंछ जिले में चलाया तलाशी अभियान
आतंकियों को जंगलों में देखे जाने के बाद सुरक्षा बलों ने पुंछ जिले में तलाशी अभियान चलाया है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि संदिग्ध आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद से तलाशी अभियान जारी है।
बीती 22 अप्रैल को अनंतनाग जिले के पहलगाम इलाके में आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों को निशाना बनाया गया जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद से सेना और खुफिया एजेंसियां जांच में जुटी हैं।
वहीं, भारत सरकार की तरफ से सीसीएस की बैठक में कुछ कूटनीतिक निर्णय लिए गए हैं और गुरुवार को भारत में पाकिस्तान के उच्चायोग को तलब किया गया है।