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पाक जासूसी केस में गिरफ्तार मोहम्मद तारीफ पर परिजनों का दावा – बेकसूर है, जबरन कबूलनामा लिया गया

नूंहः हरियाणा पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने संयुक्त रूप से नूंह जिले में पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए तावडू उपमंडल के गांव कांगरका से हनीफ के पुत्र मोहम्मद तारीफ को गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि वह व्हाट्सएप के जरिए भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्च आयोग में तैनात दो कर्मचारियों को उपलब्ध करा रहा था। हालांकि, उसके परिजनों ने मंगलवार को साफ कहा कि वह दोषी नहीं है और उसे फंसाया जा रहा है। 

मोहम्मद तारीफ की गिरफ्तारी के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए परिजनों ने दो टूक कहा कि तारीफ ऐसा नहीं कर सकता। तारीफ के बड़े भाई जावेद ने कहा कि अगर उनका भाई मोहम्मद तारीफ दोषी है तो उसे सख्त से सख्त सजा होनी चाहिए और अगर वह निर्दोष है तो उसे जल्द से जल्द रिहा कर देना चाहिए। उन्हें यकीन है कि उनके भाई ने देश से गद्दारी नहीं की है। उनसे डरा-धमकाकर कबूलनामा पुलिस के द्वारा कराया गया है। जावेद ने दावा किया कि पुलिस ने उनके भाई से दबाव डालकर कबूलनामा लिया है।

‘भाई देश से गद्दारी नहीं कर सकता’

मोहम्मद तारीफ के छोटे भाई मीरशेद ने कहा कि उनका भाई देश से गद्दारी नहीं कर सकता। उनके दादा के छोटे भाई सादिक हुसैन (सद्दीक) सीआरपीएफ में एसपी पद पर रहते हुए देश की सेवा कर चुके हैं।

गिरफ्तारी के समय चश्मदीद कालू ने मीडिया से कहा कि पिछले आठ साल से मोहम्मद तारीफ उसके पास हुक्का पीता था और वे दोनों मिलकर रात के 12 बजे से दो बजे तक अपने गोवंश की निगरानी करते थे। वह किसी भी स्तर पर अपनी गवाही देने के लिए तैयार है।

पाकिस्तान शादी समारोह में गए थेः पत्नी

मोहम्मद तारीफ की पत्नी अफसाना ने कहा कि उनके ससुर हनीफ, ननद, पति, वह खुद और उनका बेटा पाकिस्तान एक शादी समारोह में गए हुए थे। उनके ददिया ससुर के बड़े भाई इशाक आजादी के समय पाकिस्तान चले गए थे। करीब तीन साल पहले पूरा परिवार पाकिस्तान गया था और 20-25 दिन पाकिस्तान में रहने के बाद वापस लौट आया था। उनका पति मोहम्मद तारीफ उनसे एक पल के लिए भी दूर नहीं हुआ था। अफसाना ने कहा कि उन पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे बेहद गंभीर और झूठे हैं। 10 साल में उन्होंने तारीफ के साथ रहते हुए ऐसा कोई वाकया नहीं देखा जिससे उन पर इतना बड़ा आरोप लग सके।

परिजनों ने दो टूक कहा कि मोहम्मद तारीफ गांव में झोलाछाप डॉक्टर की दुकान चलाता था और अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। आज भी मोहम्मद तारीफ गरीबी में जीवनयापन कर रहा है। उसके घर में एक कमरा है और कुछ हिस्से में छपरा और टीन शेड लगा हुआ है। अगर पाक के लिए जासूसी करता और उसे जासूसी की एवज में रकम मिलती तो आलीशान मकान होता, गांव में प्लॉट, गाड़ी सब कुछ उसके पास होता।

 

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