Thursday, October 16, 2025
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नहीं रहे महाभारत के ‘कर्ण’, पंकज धीर का 68 की उम्र में कैंसर से निधन

पंकज धीर पिछले कुछ समय से कैंसर से जूझ रहे थे और हाल ही में उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इलाज के दौरान उनकी एक बड़ी सर्जरी भी हुई थी।

मुंबईः बीआर चोपड़ा के ‘महाभारत’ में कर्ण का यादगार किरदार निभाने वाले अभिनेता पंकज धीर अब नहीं रहे। बुधवार को उनका निधन हो गया। वह 68 वर्ष के थे। धीर के करीबी दोस्त और सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन (CINTAA) के सदस्य अमित बहल ने उनके निधन की पुष्टि की है। पंकज धीर पिछले कुछ समय से कैंसर से जूझ रहे थे और हाल ही में उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इलाज के दौरान उनकी एक बड़ी सर्जरी भी हुई थी।

सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन ने उनके निधन पर एक बयान में कहा, “गहरे दुख और शोक के साथ सूचित किया जाता है कि हमारे ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन और सिंटा के पूर्व महासचिव श्री पंकज धीर जी का 15 अक्टूबर 2025 को निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार आज शाम 4:30 बजे पवन हंस श्मशान, विले पार्ले (पश्चिम), मुंबई में किया जाएगा।”

‘कर्ण’ के रूप में मिली अपार लोकप्रियता

महाभारत में कर्ण की भूमिका में पंकज धीर।

पंकज धीर को 1988 के महाकाव्य टेलीविजन धारावाहिक “महाभारत” में कर्ण की भूमिका से अपार प्रसिद्धि मिली। इस किरदार को लेकर उनकी लोकप्रियता इतनी अधिक थी कि उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके नाम पर मूर्तियां बनाई गई हैं और मंदिर भी बने हैं, जहाँ उन्हें महान योद्धा कर्ण के रूप में पूजा जाता है।

उन्होंने इंडिया फोरम्स को दिए एक इंटरव्यू में याद करते हुए कहा था, “लोगों ने मुझे वर्षों से प्यार और सम्मान दिया है। यहाँ तक कि स्कूलों की इतिहास की किताबों में भी, अगर कर्ण का कोई संदर्भ होता है, तो वहाँ मेरी तस्वीर होती है। जब तक ये किताबें छपती रहेंगी, मैं हमेशा उनके लिए कर्ण के रूप में एक संदर्भ रहूँगा।”

धीर ने उसी इंटरव्यू में आगे कहा था, “मेरे दो मंदिर भी हैं जहाँ रोज़ पूजा होती है। करनाल और बस्तर में कर्ण मंदिर हैं। वहाँ मेरी आठ फीट ऊंची मूर्ति है, और लोग आकर उसकी पूजा करते हैं। यह दर्शाता है कि उन्होंने मुझे कर्ण के रूप में स्वीकार कर लिया है। यह भूमिका निभाना दूसरों के लिए बहुत मुश्किल हो जाता है।”

धीर के निधन से टीवी और फिल्म जगत में शोक छाया हुआ है। उनके निधन पर ‘महाभारत’ में उनके सह-कलाकार अर्जुन (फिरोज खान) ने इंस्टाग्राम पर दुख व्यक्त करते हुए लिखा, “जेंटलमैन… अलविदा। तुम्हारी बहुत याद आएगी पी.डी. (P.D.)”

इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक पंडित ने सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे प्यारे दोस्त और शानदार अभिनेता पंकज धीर के दुखद निधन के बारे में जानकर स्तब्ध हूँ। एक महान इंसान। इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़ी क्षति। परिवार के प्रति हार्दिक संवेदनाएं। ओम शांति।”

महाभारत के अलावा चंद्रकांता से लोगों के दिलों में बसे

चंद्रकांता में शिवदत्त की भूमिका में पंकज धीर।

पंकज धीर ने ‘महाभारत’ के अलावा चंद्रकांता जैसे सीरियल में शिवदत्त के किरदार के लिए भी जाने गए। उन्होंने ‘ससुराल सिमर का’ और रक्षा वकील के रूप में ‘कानून’ में मुख्य भूमिका निभाई। टीवी धारावाहिकों के अलावा कई लोकप्रिय फिल्मों जैसे ‘सनम बेवफा’ और ‘बादशाह’ में काम किया। उन्हें आखिरी बार साइंस फिक्शन फैंटेसी रोमांटिक ड्रामा ‘ध्रुव तारा- समय सदी से परे’ में देखा गया था।

अभिनय के अलावा, धीर ने निर्देशन में भी हाथ आजमाया और ‘माई फादर गॉडफादर’ नामक एक फिल्म का निर्देशन किया। उन्होंने ‘अभिनय एक्टिंग एकेडमी’ की भी स्थापना की, जहाँ 2010 में अभिनेता गूफी पेंटल फैकल्टी हेड थे।

पंकज धीर के परिवार में उनकी पत्नी अनीता धीर और अभिनेता बेटे निकितिन धीर हैं। पंकज धीर के बेटे निकितिन धीर भी अपने पिता की तरह एक जाने-माने अभिनेता हैं। उन्हें ‘जोधा अकबर’ और ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ जैसी फिल्मों में अपनी दमदार भूमिकाओं के लिए सराहा गया।

अनिल शर्मा
अनिल शर्माhttp://bolebharat.in
दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में उच्च शिक्षा। 2015 में 'लाइव इंडिया' से इस पेशे में कदम रखा। इसके बाद जनसत्ता और लोकमत जैसे मीडिया संस्थानों में काम करने का अवसर मिला। अब 'बोले भारत' के साथ सफर जारी है...
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