Friday, October 10, 2025
Homeविश्वजो बाइडन की 'फिटनेस' पर सवाल! पहले जेलेस्की को 'प्रिसिडेंट पुतिन' कहा,...

जो बाइडन की ‘फिटनेस’ पर सवाल! पहले जेलेस्की को ‘प्रिसिडेंट पुतिन’ कहा, फिर कमला हैरिस को ‘ट्रंप’ बोल गए

वॉशिंगटन: अमेरिका में साल के आखिर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले जो बाइडन की ‘फिटनेस’ पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। खासकर पिछले कुछ महीनों में यह बहस तेज हुई है कि क्या बाइडन पूरी तरह से फिट हैं? यह पूरी बहस पहले प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद और तीव्र हुई है। वहीं, गुरुवार को दो ऐसे वाकये हुए, जिसने बाइडन पर उठ रहे सवालों को और धार दे दी है। नाटो के समिट में बाइडन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदोमिरी जेलेंस्की को पहले ‘प्रेसिडेंट पुतिन’ कह कर संबोधित किया। इसी कार्यक्रम के करीब एक घंटे बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वे उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस की जगह ‘उप राष्ट्रपति ट्रंप’ बोल गए।

मीडिया के सामने लड़खड़ाए जो बाइडन

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की गुरुवार रात की प्रेस कॉन्फ्रेंस दरअसल एक तरह से यही दिखाने की कोशिश थी कि वे पूरी तरह से फिट हैं। करीब एक घंटे तक चले प्रेस कॉन्फ्रेंस में वे पत्रकारों के सवालों का जवाब देते रहे। हालांकि, स्थिति पहले ही सवाल का जवाब देने के बाद हास्यास्पद बन गई। टीवी पर लाइव इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाइडन ने अपने पहले ही जवाब में उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को ‘उप राष्ट्रपति ट्रंप’ कह दिया। यही नहीं, बाइडन खुद इस गलती को समझ भी नहीं सके और अपनी बात आगे भी जारी रखी।

इस वाकये से ठीक एक घंटे पहले नाटो समिट में भी बाइडन यूक्रेन राष्ट्रपति जेलेंस्की को ‘प्रेसिडेंट पुतिन’ कह गए। वैसे, यहां बाइडन खुद गलती को भांप गए और सुधार भी कर लिया। वाशिंगटन में नाटो-यूक्रेन समझौते की घोषणा करते हुए बाइडन ने पहले कहा, ‘और अब मैं इसे (मंच को) यूक्रेन के राष्ट्रपति को सौंपना चाहता हूं, जिनके पास जितना दृढ़ संकल्प है उतना ही साहस भी है, राष्ट्रपति पुतिन।’

हालांकि, माइक छोड़कर जाते हुए बाइडन तुरंत वापस लौटे और कहा, ‘राष्ट्रपति पुतिन! वह राष्ट्रपति पुतिन को हराने जा रहे हैं। राष्ट्रपति जेलेंस्की – मेरा ध्यान पुतिन को हराने पर इतना ज्यादा है, मुझे इसके बारे में चिंता करनी होगी। एनीवे मिस्टर प्रेसिडेंट।’

इस गलती से कुछ देर के लिए लोग हक्केबक्के हुए लेकिन यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इसे हंसते हुए हल्के अंदाज में लेने की कोशिश की। नाटो के इस शिखर सम्मेलन में अन्य सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी मौजूद थे। जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने बाइडन की गलती पर कहा, ‘जुबान फिसल जाती है, और यदि आप हर किसी पर कड़ी नजर रखेंगे, तो आपको बहुत कुछ मिलेगा।’

वहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां ने कहा कि बाइडेन पूरी तरह से सक्रिय थे। जबकि ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीएर स्टार्मर ने कहा कि वह ‘अच्छे फॉर्म में थे।’

बाइडन का ‘बिग बॉय’ प्रेस कॉन्फ्रेंस

बाइडन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल में हुई पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद से ही मौजूदा राष्ट्रपति पर सवाल उठ रहे हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर से लगातार ऐसी आवाजें बढ़ रही हैं कि बाइडन को राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से बाहर हो जाना चाहिए।

इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए बाइडन का प्रेस कॉन्फ्रेंस गुरुवार को बुलाया गया था। इसे व्हाइट हाउस की ओर से ‘बिग बॉय’ प्रेस कॉन्फ्रेंस कहा गया था। इसके जरिए यही दिखाने की कोशिश थी बाइडन अकेले पत्रकारों के सामने आकर सवालों का जवाब सटीकता से दे सकते हैं।

हालांकि, गुरुवार की रात की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद तीन और अहम डेमोक्रेट नेताओं, कैलिफोर्निया के कांग्रेसमैन स्कॉट पीटर्स, इलिनॉय के एरिक सोरेन और वॉशिंगटन से मैरी ग्लूसेनकैंप पेरेज ने बाइडन से समर्थन खींच लिया है। कई और डेमोक्रेट सदस्यों में चिंता बढ़ी है और वे बाइडन से दौड़ से पीछे हटने की अपील कर रहे हैं।

दरअसल, पहले प्रेसिडेंशियल डिबेट में रिपब्लिकन उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ खराब प्रदर्शन को लेकर बाइडन ने अपने व्यस्त कार्यक्रमों का हवाला दिया था। उन्होंने कहा था कि वे कुछ देशों की यात्राएं करके देर से लौटे थे।

हालांकि, बाइडन का स्वास्थ्य और दैनिक कार्यक्रम इसलिए भी चर्चा में हैं क्योंकि हाल में उनके कुछ सहयोगियों ने ट्रंप के खिलाफ डिबेट में निराशाजनक प्रदर्शन का बचाव करते हुए ये तक कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति दिन में 10 से 4 बजे के बीच सबसे अच्छा काम करते हैं। ऐसी भी खबरें आईं कि बाइडन ने डेमोक्रेटिक गवर्नरों से कहा कि उन्हें अधिक सोने की जरूरत है और वह रात 8 बजे के बाद अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों को सीमित रखेंगे।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

मनोज मोहन on कहानीः याद 
प्रकाश on कहानीः याद 
योगेंद्र आहूजा on कहानीः याद 
प्रज्ञा विश्नोई on कहानीः याद 
डॉ उर्वशी on एक जासूसी कथा