Homeविश्वरफाह में बड़े हमले की तैयारी में इजराइल, अमेरिका ने की हमास...

रफाह में बड़े हमले की तैयारी में इजराइल, अमेरिका ने की हमास से संघर्ष विराम की पेशकश

अमेरिका समेत पश्चिमी शक्तियों के दबाव के बावजूद इजराइल ने गाजा के दक्षिणी शहर रफाह पर बड़े हमले की तैयारी कर ली है। इजराइली सेना ने शनिवार को आम फिलिस्तीनी नागरिकों से रफाह खाली करने को कहा। गुरुवार को मिस्र के काहिरा में इजराइल-हमास संघर्ष विराम वार्ता विफल होने के बाद इजराइल ने रफाह पर हमले तेज कर दिए हैं।

इजराइल ने की बमबारी, 31 लोगों की मौत

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइली सेना ने मध्य गाजा पट्टी के कई इलाकों को निशाना बनाया जिसमें 31 लोगों की मौत हो गई। कम से कम 24 लोग शुक्रवार को मारे गए। उसके बाद शनिवार को इजराइली सेना के हवाई हमले में जबालिया में दर्जनों घरों को निशाना बनाया जिसमें सात अन्य लोग मारे गए।

हमास पर अमेरिका ने बंधकों को रिहा करने का दबाव डाला

इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने हमास से संघर्ष विराम की पेशकश की है। उन्होंने हमास पर बंधकों को रिहा करने के लिए दबाव बढ़ाया है। सिएटल में एक फंडरेज कार्यक्रम में बोलते हुए जो बाइडन ने कहा कि अगर समूह उन्हें रिहा करता है तो कल संघर्ष विराम शुरू हो जाएगा।

जो बाइडन ने कहा, अगर हमास ने बंधकों, महिलाओं, बुजुर्गों और घायलों को रिहा कर दिया तो कल युद्धविराम होगा। इजराइल ने कहा कि यह हमास पर निर्भर है कि वह ऐसा करना चाहता है या नहीं। हम इसे कल समाप्त कर सकते हैं और संघर्ष विराम शुरू कर सकते हैं।

इजराइली सेना ने रफाह में शरण लिए लोगों को अल-मवासी गांव में जाने को कहा

रफाह में दो शरणार्थी शिविर हैं। जहां 10 लाख से अधिक आम फिलिस्तीनी नागरिक शरण ले रखे हैं। इनमें से आधे बच्चे हैं। इजराइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा कि संबंधित क्षेत्र के लोगों को तुरंत भूमध्यसागर के तट पर अल-मवासी गांव में चले जाना चाहिए। इजराइल का साफ संकेत है कि वह रफाह में फिलिस्तीनी इस्लामी संगठन हमास के खिलाफ अपना अभियान बढ़ाना चाहता है।

विदेशी नेताओं और संयुक्त राष्ट्र ने इजराइल से इस अभियान को रोकने का आह्वान किया है। बड़े पैमाने पर हताहत होने की आशंका से डरे लोग रफाह से भाग रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने शुक्रवार को कहा कि रफाह में बड़ा जमीनी हमला एक बड़ी मानवीय आपदा का कारण बनेगा और वहां के लोगों की सहायता करने के हमारे प्रयासों को बाधित करेगा।

अमेरिका ने इजराइल को सैन्य आपूर्ति पर रोक लगाई

इजराइल का मुख्य सहयोगी अमेरिका भी इलाके में बड़े पैमाने पर आक्रमण के खिलाफ है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल को हथियारों की आपूर्ति रोकने की धमकी दी है। लेकिन इजराइल ने साफ कहा दिया कि वह रफाह में हमले से पीछे नहीं हटने वाला है। वह युद्ध में अकेले खड़ा रहेगा।  इस बीच, इजराइली सेना ने पूर्वी रफाह से हजारों लोगों को निकाला। सेना के शीर्ष प्रवक्ता, रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि लक्षित अभियान जारी रहने के कारण दर्जनों आतंकवादी मारे गए हैं।

रफाह में नहीं है हमास नेता अल-सिनवार

इजराइली मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हमास नेता याह्या अल-सिनवार दक्षिणी गाजा के रफाह में नहीं है। इजराइल अल-सिनवार और उसके डिप्टी मोहम्मद डेफ को खत्म करना चाहता है। मार्च में गाजा में तीसरे सबसे वरिष्ठ हमास नेता मारवान हवाई हमले में मारा गया था। लेकिन हमले के मास्टरमांइड नंबर एक और दो, अल-सिनवार और डेफ नहीं मिले।

ताजा खुफिया अनुमान के अनुसार, माना जा रहा था कि हमास नेता रफा से लगभग आठ किलोमीटर उत्तर में खान यूनिस क्षेत्र में सुरंगों में छिपा हुआ है। एक महीने पहले इजरायल की सेना खान यूनिस से हट गई थी। अल-सिनवार को पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमले का प्रमुख योजनाकार माना जाता है। हमलों में फिलिस्तीनी आतंकवादियों ने लगभग 1,200 इजराइलियों को मार डाला और 200 से ज्यादा लोगों को पकड़ कर गाजा ले आए।

हमास-इजराइल युद्ध में 34 हजार से ज्यादा लोगों की मौत

पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर हमला किया था। इस दौरान समहू ने 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था। 130 बंधकों का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। पिछले साल नवंबर में हुए युद्धविराम समझौते के तहत हमास ने 104 बंधकों और इजराइल ने 240 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया था। लेकिन यह संघर्ष विराम ज्यादा दिनों तक नहीं चला क्योंकि इजराइल ने फिर से गाजा पर ऑपरेशन चालू कर दिया। हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस युद्ध के चलते तब से गजा में 34,780 लोग मारे गए हैं।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent Comments

मनोज मोहन on कहानीः याद 
प्रकाश on कहानीः याद 
योगेंद्र आहूजा on कहानीः याद 
प्रज्ञा विश्नोई on कहानीः याद 
डॉ उर्वशी on एक जासूसी कथा
Exit mobile version