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नौसेना को 10 साल में मिलेंगे 96 जहाज, 2036 तक स्वदेशी न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन

नई दिल्ली: फ्रांस के साथ भारत की 26 राफेल-एम विमानों की डील अंतिम स्तर पर है। फ्रांस से खरीदे जाने वाले ये नेवी वैरिएंट के राफेल विमान भारतीय नेवी के बेड़े में शामिल होने हैं। इतना ही नहीं भारतीय नौसेना के लिए 3 स्कॉर्पीन सबमरीन की डील भी अंतिम चरण में है। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में यह सौदा तय कर लिया जाएगा।

10 साल में नौसेना को मिलेंगी 96 जहाज और पनडुब्बियां

नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने सोमवार को नई दिल्ली में यह जानकारी दी। नौसेना प्रमुख ने बताया कि आने वाले 10 वर्षों के भीतर भारतीय नौसेना को कुल 96 जहाज और पनडुब्बियां मिलने जा रही हैं। नौसेना के कई जहाज और एक पनडुब्बी फिलहाल निर्माणाधीन हैं।

उन्होंने बताया कि अगले वर्ष से लगभग हर महीने भारतीय नौसेना में एक नया जहाज शामिल किया जाएगा। नौसेना प्रमुख 4 दिसंबर को आयोजित होने वाले नेवी डे की तैयारियों पर नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। नौसेना प्रमुख ने कहा कि हमें पाकिस्तान की नौसेना की अचानक बढ़ रही शक्ति के विषय में जानकारी है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी नेवी 50 जहाजों वाली नौसेना बनने की तैयारी में है।

‘पाकिस्तान ने लोगों की भलाई की बजाय हथियार चुना’

पाकिस्तान के आर्थिक हालात को देखते हुए नौसेना प्रमुख ने कहा कि उन्होंने अपने लोगों की भलाई के बजाय हथियार चुने हैं। इसके साथ ही भारतीय नौसेना प्रमुख का कहना है कि समुद्री जहाजों के निर्माण में चीन पाकिस्तान की मदद कर रहा है।

उन्होंने बताया कि पाकिस्तान को मिलने वाले समुद्री जहाज चीन में बन रहे हैं या चीन की मदद से बनाए जा रहे हैं। भारत अपने पड़ोस से आने वाली किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

भारत की बात करें तो भारतीय नौसेना की शक्ति में लगातार इजाफा हो रहा है। अगले वर्ष से औसतन हर महीने भारतीय नौसेना को एक नया समुद्री जहाज मिलने लगेगा। भारतीय नौसेना के लिए बनाए जा रहे जहाज में से दो जहाज रूस में बनाए जा रहे हैं। शेष समुद्री जहाजों का निर्माण भारत में ही हो रहा है।

बीते वर्ष रक्षा मंत्रालय ने नौसेना के लिए राफेल एम फाइटर जेट विमान की खरीद को भी मंजूरी दे दी। यह सौदा होने पर नौसेना की ताकत में जबरदस्त वृद्धि होगी। फ्रांस से खरीदे जाने वाले नेवी वेरिएंट के राफेल जेट का इस्तेमाल मुख्य रूप से स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर तैनाती के लिए होगा।

2036 तक मिलेगी स्वदेशी न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन

नौसेना प्रमुख ने बताया कि भारत में बनी पहली न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन वर्ष 2036 तक कमीशन हो जाएगी।

यहां बताना आवश्यक है कि इस न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन के निर्माण हेतु हाल ही में सरकार से मंजूरी मिली है। भारत की इस न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन के नेवी में कमीशन होने के दो साल के भीतर ही भारतीय नौसेना को उसकी दूसरी सबमरीन भी मिल जाएगी।

भारतीय नेवी के लिए ऐसी कुल 6 सबमरीन का निर्माण किया जाएगा। न्यूक्लियर पावर्ड स्ट्राइक सबमरीन किसी भी नौसेना के लिए काफी महत्वपूर्ण होती है। यह सटीक हमला करने के साथ-साथ लंबे समय तक पानी के अंदर रह सकती है।

नौसेना प्रमुख ने यह भी बताया कि भारत ने 3,500 किलोमीटर तक जाने वाली परमाणु क्षमता से लैस मिसाइल का परीक्षण बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी से किया है। 4 दिसंबर को होने वाले नेवी डे के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के पुरी में मौजूद रहेंगी। वह नेवी डे की मुख्य अतिथि होंगी। नेवी डे में भारतीय नौसेनिक एयरक्राफ्ट, समुद्री जहाज, हेलीकॉप्टर, सबमरीन व वैसल पुरी के ‘ब्लू बीच’ पर क्षमताओं का प्रदर्शन करेंगे।

(यह आईएएनएस समाचार एजेंसी की फीड द्वारा प्रकाशित है। इसका शीर्षक बोले भारत न्यूज डेस्क द्वारा दिया गया है।)

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