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‘दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी गई’, ऑपरेशन सिंदूर पर लाल किले से क्या बोले पीएम मोदी?

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से देश को संबोधित करते हुए ऑपरेशन सिंदूर का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना की वीरता, सटीकता और उसके द्वारा बड़े पैमाने पर पहुंचाए गए विनाश को देखकर पाकिस्तान की नींद उड़ी हुई है।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत आतंकवादियों और उन्हें समर्थन देने वालों के बीच कोई अंतर नहीं करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि पड़ोसी देश की ओर से भविष्य में किसी भी दुस्साहस की स्थिति में सजा का फैसला भारतीय सशस्त्र बल करेंगे।

ऑपरेशन सिंदूर पर क्या बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों ने जो किया, वह पिछले कई वर्षों में नहीं देखा गया था। हमने सीमा पार आतंकवाद से निपटने में एक नया मानक स्थापित किया है। प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं अपने बहादुर सैनिकों को सलाम करता हूँ जिन्होंने पहलगाम हमले के दोषियों को उनकी कल्पना से परे सजा दी।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा, ’22 अप्रैल को पहलगाम में सीमापार से आए आतंकियों ने कत्लेआम किया था। धर्म पूछकर लोगों को मारा गया। पत्नी के सामने पति को गोली मार दी। बच्चों के सामने पिता को मौत के घाट उतार दिया। पूरा हिंदुस्तान आक्रोश से भरा हुआ था। पूरा विश्व भी इस नरसंहार से हैरान था। ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश की अभिव्यक्ति है।’

उन्होंने आगे कहा, ‘पाकिस्तान की नींद अभी भी टूटी हुई है। हमारे सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान में मचाई गई तबाही इतनी व्यापक थी कि हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। मैं अपने बहादुर सैनिकों को सलाम करता हूँ जिन्होंने आतंक के आकाओं को उनकी कल्पना से परे सजा दी।’

पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर हमारी सेनाओं के पराक्रम और सटीकता का एक सशक्त प्रमाण है। उन्होंने कहा, ’22 अप्रैल (पहलगाम हमले) के बाद, हमने सशस्त्र बलों को आतंकवादियों का जवाब देने की पूरी छूट दे दी थी। हमारी सेना समय तय करेगी और सभी आतंकी कृत्यों का माकूल जवाब देगी।’

उन्होंने कहा, ‘हमारे बलों ने कई दशकों से न देखी गई एक मिसाल कायम की है। उन्होंने दुश्मन के इलाके में सैकड़ों किलोमीटर तक घुसकर हमला किया और आतंकवादी मुख्यालयों को धूल में मिला दिया।’

बता दें कि भारत के तीनों सैन्य बलों द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने 6 और 7 मई की रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। बाद में पाकिस्तान की सेना ने जवाबी कार्रवाई की। इसके बाद भारत ने और आक्रामक रूख अपनाते हुए 10 मई तक पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए किया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।

परमाणु धमकी भारत नहीं सहेगा: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर दोहराया कि भारत न्यूक्लियर की धमकी को सहने वाला नहीं है। उन्होंने कहा, ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल लंबे समय से चला आया है, लेकिन इसे अब सहा नहीं जाएगा।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा देश कई दशकों से आतंक को झेलता आया है। हमने ‘न्यू नॉर्मल’ प्रस्थापित किया। आतंक को, उन्हें पालने वालों को और आतंकवादियों को ताकत देने वालों को हम अलग-अलग नहीं मानते हैं। वह मानवता के समान दुश्मन है। उनके बीच कोई फर्क नहीं है।

लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी ने दुश्मनों को चेताया कि अगर उन्होंने आगे भी कोशिश जारी रखी तो हमारी सेना अपनी शर्तों, निर्धारित समय और अपने तौर-तरीके से लक्ष्य तय करेगी और इस लक्ष्य को अमल में लाया जाएगा। दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

इस दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने तय कर लिया है कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे। उन्होंने सिंधु जल समझौते को देशवासियों के साथ अन्यायपूर्ण और एकतरफा करार दिया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत से निकलती नदियों का पानी दुश्मनों के खेत को सींच रहा है, जबकि देश के किसान और देश की धरती पानी के बिना प्यासी है। यह ऐसा समझौता था, जिसने 7 दशक से देश के किसानों का अकल्पनीय नुकसान किया है। उस पानी पर सिर्फ भारत का हक है।

ऑपरेशन सिंदूर में मेड इन इंडिया का दिखा कमाल: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने ‘मेड इन इंडिया’ अभियान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान हमने ‘मेड इन इंडिया’ का कमाल देखा। पीएम मोदी ने कहा, ‘अगर हम आत्मनिर्भर नहीं होते तो क्या हम ऑपरेशन सिंदूर इतनी तेज गति से कर पाते? यही चिंता बनी रहती कि कौन हथियार देगा या नहीं देगा, लेकिन हमें ‘मेड इन इंडिया’ की शक्ति सेना के हाथ में थी, इसलिए बिना चिंता, बिना रुकावट, बिना हिचकिचाहट हमारी सेना पराक्रम करती रही। पिछले 10 साल से हम रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का मिशन लेकर चले हैं।’

(समाचार एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)

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