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संभल हिंसा में पाकिस्तान, अमेरिका निर्मित कारतूसों का इस्तेमाल! फॉरेंसिक टीम को मिले सबूत दे रहे संकेत

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा की फोरेंसिक जांच में पाकिस्तान में बनी कारतूसों के इस्तेमाल का पता चला है। संभल में यह हिंसा 24 नवंबर को हुई थी जब कोर्ट के आदेश के बाद शाही जामा मस्जिद में सर्वेक्षण के लिए आधिकारी वहां पहुंचे थे।

इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई और कई पुलिस अधिकारी घायल हो गए। पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, संघर्ष के दौरान कम से कम 41 राउंड गोलियां चलाई गई थीं। घटना की जांच कर रही विशेष जांच दल (एसआईटी) ने फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद ली थी।

संभल से एक पाकिस्तान और एक अमेरिका निर्मित मिले हैं कारतूस

मामले पर बोलते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीश चंद्र ने कहा कि जांच के दौरान संभल के कोट गर्वी इलाके से पांच खाली खोल और दो मिसफायर कारतूस बरामद किए गए हैं। इनमें से एक कारतूस पाकिस्तान में बना था, जबकि दूसरा अमेरिका में निर्मित था।

पाकिस्तान में निर्मित खाली कारतूस पर “पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री (पीओएफ-POF) 9एमएम 68-26” लिखा हुआ था, जबकि दूसरे 12-बोर कारतूस पर “विनचेस्टर मेड-इन-यूएसए” लिखा हुआ था। पुलिस घटना की गहनता से जांच कर जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान करने में जुटी है।

राहुल गांधी को संभल जाने से पुलिस ने रोका

मामले में एसआईटी की जांच जारी है और इलाके से और सबूत हासिल करने के लिए नगर निगम कर्मचारियों को क्षेत्र को साफ करने का आदेश दिया। हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ की जा रही। जांच में यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि योजना बनाकर हिंसा की गई या फिर यह अचानक हुई है।

उधर बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पुलिस ने गाजीपुर सीमा पर रोककर संभल में प्रवेश करने से मना कर दिया। इस पर राहुल ने कहा कि लोकसभा के विपक्ष के नेता के रूप में यह उनका संवैधानिक अधिकार है।

राहुल गांधी ने पुलिस से अकेले संभल जाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन पुलिस ने इसे अस्वीकार कर दिया। लगभग दो घंटे तक पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच बहस चली, जिसके बाद राहुल गांधी दिल्ली लौट गए।

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