नई दिल्लीः चुनाव आयोग (EC) ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के बाद बिहार की रिवाइज्ड वोटर लिस्ट जारी कर दी है। यही वो अंतिम वोटर लिस्ट है, जिसके आधार पर 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे। इससे पहले, बिहार SIR की मसौदा सूची (ड्राफ्ट लिस्ट) अगस्त में प्रकाशित की गई थी। 30 सितंबर (मंगलवार) को जारी की गई सूची में 21 लाख नए वोटर जुड़े हैं, वहीं 68 लाख नाम हटाए गए हैं।
चुनाव आयोग ने SIR प्रक्रिया पूरी करने के बाद मंगलवार, 30 सितंबर को नई वोटर लिस्ट अपनी वेबसाइट पर जारी कर दी। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पटना में ड्राफ्ट लिस्ट के मुकाबले 1.63 लाख वोटर्स बढ़ गए हैं। आयोग ने एक एक्स पोस्ट के जरिए बताया, “SIR के आलोक में, अंतिम वोटर लिस्ट 30.09.2025 को प्रकाशित की गई है। कोई भी वोटर दिए गए लिंक के जरिए वोटर लिस्ट में अपने नाम का डिटेल देख सकता है।”
वोटर कैसे चेक करें अपना नाम?
ये जानने के लिए कि आपका नाम अंतिम वोटर लिस्ट में शामिल है या नहीं, चुनाव आयोग ने इन स्टेप्स का जिक्र किया है.
चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट https://voters.eci.gov.in/ पर जाएं।
डाउनलोड एसआईआर ड्राफ्ट रोल पर क्लिक करें या सीधे साइट पर जाने के लिए यहां क्लिक करें।
इसके बाद अपने जिले, विधानसभा क्षेत्र और भाषा का चुनाव करें।
अब ‘रोल टाइप’ ड्रॉपडाउन मेनू के अंतर्गत ‘फाइनल रोल-2025’ का चयन करें।
सही पार्ट नंबर और नाम चुनें।
सही कैप्चा भरें।
‘चयनित पीडीएफ डाउनलोड करें’ पर क्लिक करें।
ये लिस्ट जुलाई में चुनाव निकाय द्वारा वोटर लिस्ट से कथित विदेशी अवैध प्रवासियों को हटाने के लिए अभियान चलाने के बाद आई है। मसौदा सूची में 7.24 करोड़ मतदाताओं के नाम थे। इन लोगों ने वोटर वेरिफिकेशन प्रक्रिया में भाग लिया था और अपने दस्तावेज जमा किये थे। ये बड़े पैमाने पर संशोधन 77,000 से अधिक BLO, लगभग 3,000 सहायक अधिकारियों और सभी प्रमुख दलों का प्रतिनिधित्व करने वाले 1.6 लाख से अधिक बूथ लेवल एजेंटों (BLA) की मदद से किया गया।
SIR प्रक्रिया को लेकर चुनाव आयोग पर राहुल गांधी ने उठाए सवाल
इसे लेकर कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चुनावी राज्य बिहार में पुनरीक्षण प्रक्रिया में अनियमितताएं हो रही हैं. चुनाव आयोग ने विपक्ष के किसी भी राजनीतिक दल के प्रति पक्षपातपूर्ण रवैये के दावों को खारिज कर दिया और कहा कि उनके लिए “कोई सत्ता पक्ष या विपक्ष नहीं है।” वहीं, सुप्रीम कोर्ट एसआईआर के खिलाफ विपक्ष की याचिका पर सुनवाई कर रहा है और कहा है कि अगर बिहार में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान भारत के चुनाव आयोग (ECI) द्वारा अपनाई गई कार्यप्रणाली में कोई अवैधता पाई जाती है, तो पूरी कवायद को रद्द कर दिया जाएगा।
इससे पहले, नई वोटर लिस्ट में शामिल होने के लिए वोटर वेरिफिकेशन प्रक्रिया के तहत दावे और आपत्तियों की प्रक्रिया के दौरान 16.59 लाख वोटर्स ने फॉर्म-6 जमा किया था।
ऐसे में 30 सितंबर को जारी सूची के आधार पर बिहार में अब वोटर्स की संख्या 7.42 करोड़ हो गई है। गौरतलब है कि बिहार में विधानसभा चुनाव इसी साल अक्टूबर-नवंबर में होने हैं। ऐसे में अब एसआईआर सूची जारी होने के बाद ऐसी उम्मीद की जा रही है कि चुनाव आयोग जल्द से जल्द चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है।