बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पटानी के बरेली आवास पर हाल में हुई फायरिंग में शामिल दो आरोपियों को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने मार गिराया है। दोनों ही आरोपियों को गाजियाबाद में पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है।
एसटीएफ के मुताबिक, दोनों ही आरोपियों की पहचान रविंद्र और अरुण के रूप में हुई है और दोनों गोल्डी बरार और रोहित गोदारा गैंग के संबंधित थे।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दोनों आरोपियों (रविंद्र उर्फ कल्लू और अरुण) की पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में घायल होने से मौत हो गई।
दिशा पटानी के घर पर हमला करने वालों को पकड़ा
पीटीआई के मुताबिक, नोएडा एसटीएफ इकाई और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी में दोनों को पकड़ा। इसके बाद हुई गोलीबारी में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानून एवं व्यवस्था अमिताभ यश के मुताबिक मौके से एक ग्लॉक और एक जिगाना पिस्तौल बरामद हुई। इसके साथ ही भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए हैं।
यह भी पढ़ें – ट्रंप के 50% टैरिफ का असर; भारत का अमेरिका को निर्यात लगातार तीसरे महीने घटा, क्या कहते हैं आकड़े?
गौरतलब है कि 12 सितंबर को सुबह करीब साढ़े 3 बजे मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने बरेली स्थित दिशा पटानी के घर के बाहर गोलीबारी की।
बाद में इस घटना की जिम्मेदारी गोल्डी बरार गैंग के साथियों ने ली थी। इसके लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई थी। हालांकि, 13 सितंबर को यह पोस्ट हटा दी गई और इसके बाद शाम तक अकाउंट भी हटा दिया गया।
सोशल मीडिया पोस्ट पर क्या कहा गया?
सोशल मीडिया पर प्रसारित पोस्ट में आरोप लगाया गया था कि आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज और अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणियों के चलते इस घटना को अंजाम दिया गया। इसमें आगे कहा गया था कि यह सिर्फ एक ट्रेलर है और आगे ऐसी ही हिंसा होगी।
इस घटना को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिशा पटानी के पिता जगदीश सिंह पटानी से बात की थी और आश्वासन दिया था कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएगी। जगदीश सिंह पटानी पुलिस उपाधीक्षक पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
यह भी पढ़ें – पाक सेना प्रमुख ने अधिकारियों को आतंकियों के जनाजे में भेजा था, जैश आतंकी इलियास कश्मीरी ने कबूला सच
जगदीश पटानी के मुताबिक, हमलावरों ने ताबड़तोड़ तरीके से लगभग 10-15 राउंड गोलियां चलाईं। उन्होंने बताया कि सुबह करीब तीन बजे कुत्तों के भौंकने से उनकी नींद खुली। उन्होंने कहा कि मैंने देखा कि हमलावर मेरे घर पर गोलियां चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमलावरों द्वारा इस्तेमाल की गई पिस्तौल विदेशी थी जिसके ट्रिगर दबाते ही 10-15 राउंड गोलियां चलीं। उन्होंने कहा इससे हम बहुत डर गए और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने हमलावरों तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले थे और मोटरसाइकिल ट्रैक की। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों की पहचान कर पुलिस ने इन्हें पकड़ा। हालांकि, पुलिस को हमलावरों तक पहुंचने में करीब 5 दिन का समय लगा।