Homeभारतझारखंड में चतरा के सरकारी स्कूल में छात्राओं के बुर्का पहनकर आने...

झारखंड में चतरा के सरकारी स्कूल में छात्राओं के बुर्का पहनकर आने पर बवाल

चतरा: झारखंड के चतरा जिला मुख्यालय स्थित एक सरकारी हाई स्कूल में छात्राओं के बुर्का पहनकर आने पर मंगलवार को हंगामा खड़ा हो गया। छात्राओं ने राज्य संपोषित बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय की शिक्षिकाओं पर आरोप लगाया कि बुर्का पहनकर आने पर उनके साथ मारपीट की गई।  

कथित रूप से मारपीट में घायल दो छात्राओं का इलाज सदर अस्पताल में कराया गया, जहां घटना की जानकारी मिलने पर अभिभावकों और स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई और आक्रोश जताया गया। 

अभिभावकों का कहना था कि किसी भी शिक्षिका को छात्राओं के धार्मिक पहनावे पर सवाल उठाने या मारपीट करने का अधिकार नहीं है। घटना की सूचना मिलते ही एसडीओ जहुर आलम, डीइओ दिनेश कुमार मिश्र और थाना प्रभारी विपिन कुमार अस्पताल पहुंचे और लोगों को शांत कराया। 

एसडीओ ने घायल छात्राओं से अलग-अलग बात कर घटना की जानकारी ली। छात्राओं ने आरोप लगाया कि बुर्का पहनकर स्कूल आने पर शिक्षिकाएं उन्हें परेशान करती हैं और ड्रेस कोड का हवाला देकर बुर्का उतारने का दबाव बनाती हैं। 

प्रधानाध्यापिका ने मारपीट के आरोप को बताया गलत

मंगलवार सुबह कुछ छात्राएं यूनिफॉर्म के ऊपर बुर्का पहनकर स्कूल आई थीं। शिक्षिकाओं ने उनसे बुर्का उतारने को कहा, जिस पर छात्राओं ने विरोध किया। आरोप है कि इस दौरान शिक्षिकाओं ने जबरन बुर्का हटवाया और विरोध करने पर कुछ छात्राओं के साथ मारपीट भी की गई, जिससे दो छात्राएं घायल हो गईं। 

एसडीओ ने विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका नीतू कुमारी प्रजापति को फटकार लगाई। प्रधानाध्यापिका ने मारपीट के आरोप को गलत बताते हुए कहा कि विद्यालय में ड्रेस कोड लागू है और घर से बुर्का पहनकर आने के बाद गेट के अंदर उतारने के लिए कहा गया ताकि विद्यालय में एकरूपता बनी रहे। उन्होंने कहा कि किसी छात्रा के साथ मारपीट नहीं की गई है। 

एसडीओ जहुर आलम ने कहा कि छात्राओं ने विद्यालय में बुर्का पर प्रतिबंध का आरोप लगाया है, जिसकी जांच की जा रही है और आगे भी जांच जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि जल्द ही शिक्षक-अभिभावक और विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक कर इस मामले का समाधान निकाला जाएगा। 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent Comments

मनोज मोहन on कहानीः याद 
प्रकाश on कहानीः याद 
योगेंद्र आहूजा on कहानीः याद 
प्रज्ञा विश्नोई on कहानीः याद 
डॉ उर्वशी on एक जासूसी कथा
Exit mobile version