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करोड़ों का झूमर, आलीशान हाई टेक रूम….जगन रेड्डी के 500 करोड़ का विवादित रिजॉर्ट आंध्र प्रदेश की सरकार के लिए क्यों बन गया है बोझ

विशाखापट्टनम: पूर्व सीएम और वाईएसआरसीपी अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी द्वारा विशाखापत्तनम में बनाया गया आलीशान रिजॉर्ट एन चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली नई आंध्र प्रदेश सरकार के लिए बोझ बन गया है।

यह रिजॉर्ट सात ब्लॉकों के साथ 9.88 एकड़ में फैला हुआ है जिसे हाईटेक तरीके से तैयार किया गया है। शुरुआत में जब इस रिजॉर्ट का निर्माण होना शुरू हुआ था तब इसे पर्यटक स्थल की तरह इस्तेमाल करने की योजना थी बाद में यह पता चला है कि इसे जगन रेड्डी द्वारा अपने सराकरी काम काज के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

इसी साल फरवरी में इस रिजॉर्ट का उद्घाटन हुआ था। इस दौरान वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता और तत्कालीन पर्यटन मंत्री आरके रोजा ने यह बयान दिया था कि इस रिजॉर्ट को जगन मोहन रेड्डी के निवास-सह-कार्यालय के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।

चंद्रबाबू नायडू से जगन मोहन को मिली है करारी हार

बता दें कि जगन मोहन रेड्डी ने विशाखापत्तनम को राज्य की राजधानी बनाने और इस रिजॉर्ट से काम संभालने की योजना बनाई थी। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया क्योंकि हाल में खत्म हुए विधानसभा चुनाव में वाईएसआरसीपी की करारी हुई है और 175 विधानसभा सीटों में से उनकी पार्टी को केवल 11 सीटें ही मिली है।

आंध्र प्रदेश में फिलहाल एन चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली पार्टी टीडीपी का शासन है जिसने भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में एनडीए को 164 सीटें मिली थी।

लगाएं गए हैं 15 लाख के 200 झूमर

कुछ अधिकारियों और मीडियाकर्मी के साथ टीडीपी विधायक गंता श्रीनिवास राव ने 16 जून को इस रिजॉर्ट का दौरा किया था। राव के दौरे के बाद यह खुलासा हुआ है कि इस रिजॉर्ट के पीछे करोड़ों का खर्च किया गया है।

आरोप है कि इस रिजॉर्ट में 15 लाख वाले 200 झूमर लगाए गए हैं। यही नहीं रिजॉर्ट के इंटीरियर डिजाइन के लिए 33 करोड़ रुपए भी खर्च करने का आारोप लगा है। रिजॉर्ट में महंगे मार्बल, रंगीले लाइ्टस, बेहतरीन किस्म की साज सज्जा और लेटेस्ट टेक्नॉलिजी का इस्तेमाल किया गया है जो इसे किसी पांच सितारा होटल से भी महंगा बना दिया है।

रिजॉर्ट पर करोड़ों के खर्च का आरोप

इस रिजॉर्ट को बनाने के पीछे 500 से 680 करोड़ रुपए की लागत का अनुमान लगाया गया है जिसमें बाहर की छत, सड़क और लाइट के खर्चे भी शामिल हैं। पूरे रिजॉर्ट को सेंट्रल एयर कंडीशनिंग से सजाया गया है और जमीन और दीवारों पर इम्पोर्डेड संगमरमर लगाया गया है।

रिजॉर्ट में सी-फेसिंग डाइनिंग हॉल, स्पा और विशाल शौचालय के साथ महंगा होम थिएटर भी लगाया गया है।

क्यों यह रिजॉर्ट बन गया है टीडीपी पर बोझ

जगन रेड्डी सरकार द्वारा बनाई गई इस रिजॉर्ट पर बोलते हुए सत्ताधारी पार्टी टीडीपी ने कहा है कि यह सार्वजनिक धन का गलत इस्तेमाल है। इससे पहले टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू ने यह ऐलान किया है कि आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती होगी।

ऐसे में अब जब अमरावती से चंद्रबाबू नायडू अपना काम काज संभाल लेंगे तो विशाखापत्तनम का यह रिजॉर्ट ऐसे ही पड़ा रहेगा और इसका सरकारी काम के लिए इस्तेमाल नहीं हो पाएगा।

रिजॉर्ट में आधिकारिक चेंबर और कॉन्फ्रेंस हॉल के साथ कुल 12 कमरें हैं। इतने कम कमरें होने के कारण ये पर्यटकों के लिए इस्तेमाल नहीं हो पाएगा और न ही इसे किसी होटल में भी बदला जा सकता है।

यही नहीं इसके रखरखाव में भी हर महीने काफी खर्च हो रहे हैं जो सरकारी खजाने से जा रहा है। ऐसे में टीडीपी को अब यह समझ नहीं आ रहा है कि इसका कैसे इस्तेमाल करे।

वीआईपी और पीएम को ठहराया जा सकता है यहां

कुछ लोगों ने यह सूझाव दिया है कि इस रिजॉर्ट को वीआईपी मेहमान जैसे पीएम और राष्ट्रपति को यहां पर ठहराया जा सकता है। लेकिन सुरक्षा कारणों के चलते पीएम और राष्ट्रपति विशाखापत्तनम के पूर्वी नौसेना कमान में ठहरते हैं। ऐसे में वे भी इसका इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।

बता दें कि इसकी उच्च लागत और सीमित क्षमता के कारण इसे इस्तेमाल करने में परेशानियां हो रही है। सरकार इस विकल्प पर विचार कर रही है कि इस रिजॉर्ट का प्रभावी ढंग से उपयोग कैसे किया जाए।

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