Homeभारतजगन मोहन रेड्डी के कार्यकाल के दौरान तिरुपति मंदिर से 100 करोड़...

जगन मोहन रेड्डी के कार्यकाल के दौरान तिरुपति मंदिर से 100 करोड़ रुपये चुराए गए…, भाजपा नेता ने लगाए गंभीर आरोप

तिरुपति मंदिर से 100 करोड़ रुपये चुराने का मामले में भाजपा नेता भानु प्रकाश रेड्डी ने सीसीटीवी फुटेज जारी किए हैं। इस मामले की जांच उच्च न्यायालय द्वारा सीआईडी को दी गई है।

हैदराबादः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ने जगन मोहन रेड्डी के शासनकाल के दौरान तिरुपति मंदिर के परकामनी (दानपेटी) से 100 करोड़ रुपये से अधिक की चोरी का आरोप लगाया है। बीजेपी नेता भानु प्रकाश रेड्डी जो तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के सदस्य हैं, उन्होंने दावा किया कि मंदिर के कर्मचारी रविकुमार ने दानपेटी से नकदी चुराई और अपने दावे के समर्थन में सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया।

भानु प्रकाश ने आगे यह भी दावा किया कि एक अधिकारी जल्द ही इस मामले में 100 करोड़ रुपये के घोटाले का पूरा सच उजागर कर सकता है और पश्चाताप व्यक्त कर सकता है।

TTD तिरुपति मंदिर की करता है देखरेख

तिरुपति मंदिर की देखरेख का जिम्मा (TTD) के पास है। रेड्डी ने आरोप लगाया कि लूटे गए करोड़ों रुपये का इस्तेमाल रियल एस्टेट में निवेश के लिए किया गया। इसके साथ ही इस अवैध फंड का इस्तेमाल कथित तौर पर जगन मोहन रेड्डी के घर ताडेपल्ली पैलेसे में भेजा गया। भानु प्रकाश ने यह भी दावा किया कि वाईएसआरसीपी के शासनकाल में 100 करोड़ रुपये की चोरी टीटीडी के इतिहास में “सबसे बड़ी लूट” थी।

यह भी पढ़ें – चुनाव आयोग ने देशव्यापी SIR के लिए कसी कमर, राज्य निर्वाचन अधिकारियों को 30 सितंबर तक तैयार रहने के निर्देश

मंदिर से लूट का सीसीटीवी फुटेज टीडीपी नेता नारा लोकेश के सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया। भानु प्रकाश ने दावा किया कि जब वाईएसआरसीपी के शासनकाल के दौरान श्रद्धालु दानपेटी में चढ़ावा डालते थे तो उन्हें लूटा जाता था। उन्होंने यह भी कहा कि उच्च न्यायालय ने यह मामला क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) को सौंप दिया है। उन्होंने आगे कहा कि एक महीने के भीतर जांच और सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है।

भानु प्रकाश रेड्डी ने क्या कहा?

उनके मुताबिक, बोर्ड के फैसलों और संबंधित दस्तावेजों को भी जब्त करने का निर्देश दिया गया है। भानु प्रकाश ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि यह मामला पहले लोक अदालत के माध्यम से सुलझाया गया था। इसमें दावा किया गया कि इसमें वाईएसआरसीपी के कई नेता और शीर्ष अधिकारी शामिल थे। उन्होंने आगे बताया कि एक प्रमुख पुलिस अधिकारी तिरुपति मंदिर की संपत्ति लूटने के इरादे से काम कर रहा था जबकि अधिकारी और नेता चुराए गए धन को आपस में बांट रहे थे।

उन्होंने आगे यह भी बताया कि उस समय भुमना करुणाकर रेड्डी टीटीडी के अध्यक्ष थे और उन्होंने उनके द्वारा लगाए गए आरोपों पर उनका जवाब मांगा।

यह भी पढ़ें – ‘तेजस्वी की सभा में पीएम मोदी की दिवंगत माँ के लिए फिर अपशब्दों का इस्तेमाल’, भाजपा ने दर्ज कराई FIR

रेड्डी ने यह भी आरोप लगाया कि लूटे गए धन का कुछ भाग ताडेपल्ली पैलेस में भेज दिया गया और घोटाले के बाद महत्वपूर्ण सबूत नष्ट कर दिए गए।

मंदिर में चोरी का यह मामला अप्रैल 2023 का है। शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए भानु प्रकाश रेड्डी और टीटीडी के पदेन सदस्य और टूडा के अध्यक्ष सी दिवाकर रेड्डी ने सीसीटीवी फुटेज जारी किए थे।

टीटीडी के उच्च अधिकारियों ने यह भी पाया था कि आरोपी रवि कुमार ने पहले भी विदेशी गड्डियां चुराकर 100 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की थी।

अमरेन्द्र यादव
लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातक करने के बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई। जागरण न्यू मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर काम करने के बाद 'बोले भारत' में कॉपी राइटर के रूप में कार्यरत...सीखना निरंतर जारी है...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent Comments

मनोज मोहन on कहानीः याद 
प्रकाश on कहानीः याद 
योगेंद्र आहूजा on कहानीः याद 
प्रज्ञा विश्नोई on कहानीः याद 
डॉ उर्वशी on एक जासूसी कथा
Exit mobile version