पटना: बिहार पुलिस मुख्यालय (PHQ) ने पूरे राज्य के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। सामने आई जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के तीन आतंकियों के नेपाल के रास्ते में बिहार में प्रवेश करने की खुफिया जानकारी मिलने के बाद ये अलर्ट जारी किया गया है। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन संदिग्ध सदस्य नेपाल सीमा के रास्ते बिहार में घुसपैठ कर चुके हैं।
तीन आतंकियों की घुसपैठ इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि अगले कुछ महीनों में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में हाई प्रोफाइल नेताओं का दौरा भी राज्य में शुरू हो गया है। अभी कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी, राजद के तेजस्वी यादव समेत इंडी गठबंधन के कई बड़े नेता बिहार में जारी विपक्ष के ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में शामिल हो रहे हैं।
न्यूज-18 की एक रिपोर्ट के अनुसार इन घुसपैठ करने वाले आतंकियों की पहचान रावलपिंडी के हसनैन अली, उमरकोट के आदिल हुसैन और बहावलपुर के मोहम्मद उस्मान के तौर पर हुई है। बिहार पुलिस मुख्यालय ने इनकी पहचान के लिए आतंकियों के नाम, फोटो और पासपोर्ट विवरण राज्य के सीमावर्ती जिलों में भेज दिए हैं।
इसी महीने काठमांडू पहुंचे थे आतंकी
इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के अनुसार तीनों आतंकी अगस्त के दूसरे हफ्ते नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचे थे। इसके बाद वे महीने के तीसरे हफ्ते में बॉर्डर पार कर बिहार में दाखिल हुए। सूत्रों के अनुसार वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को स्थिति की जानकारी दे दी गई है और सभी जिला खुफिया इकाइयों को निगरानी बढ़ाने, क्षेत्रीय जानकारी एकत्र करने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
बिहार में चुनाव और ऐसे में आतंकी घटना की संभावना को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। अधिकारियों को आशंका है कि ये आतंकी देश के किसी हिस्से में बड़े आतंकवादी हमले की योजना बना रहे हैं। गौरतलब है कि करीब तीन महीने पहले मई में सिर्फ 20 दिनों के भीतर 18 संदिग्ध लोगों के बिहार में घुसने की खबरें आई थी। इनमें से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था, जिसकी पहचान खालिस्तानी ऑपरेटिव के तौर पर हुई थी।
बिहार की नेपाल से सटी 729 किमी लंबी सीमा
बिहार की 729 किलोमीटर की लंबी खुली सीमा नेपाल से मिलती है। ऐसे में घुसपैठ के लिहाज से ये एक तरह से हॉटस्पॉट रहा है। राज्य के सात जिले इस सीमा से सीधे जुड़े हैं। यहां हमेशा सतर्क निगरानी करना एक बड़ी चुनौती रही है। ये जिले हैं- पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज। यही नहीं, बांग्लादेश की सीमा बिहार किशनगंज जिले से सिर्फ 20 किलोमीटर दूर है। इससे भी घुसपैठ का खतरा बना रहता है।
बताते चलें कि भारत की जमीनी सीमा 7 देशों- चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, म्यांमार और अफगानिस्तान से लगती है। भारत और नेपाल के बॉर्डर आपस में 1751 किमी तक लगे हुए हैं। इसमें सबसे अधिक बॉर्डर बिहार से (729 किमी) सटा है। यहां लोगों का आना-जाना भी आसान होता है। भारत के नेपाल और भूटान से लगने वाली सीमा की सुरक्षा सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जिम्मे है। इसके अलावा अफगानिस्तान-बांग्लादेश बॉर्डर की सुरक्षा बीएसएफ और चीन बॉर्डर की सुरक्षा भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) करती है। म्यांमार बॉर्डर की सुरक्षा असम राइफल्स की जिम्मेदारी है।