नई दिल्लीः दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को नेता प्रतिपक्ष चुना गया है। यह फैसला रविवार को हुई आम आदमी पार्टी के विधायकों की विधायी बैठक में लिया गया। बैठक में आप संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के सभी 22 विधायक शामिल थे। आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि ” आज हुई विधायी बैठक में विधानसभा में आतिशी जी को सर्वसम्मति से नेता प्रतिपक्ष चुना गया है। आतिशी जी के नाम के प्रस्ताव का सभी विधायकों ने समर्थन दिया। “
आतिशी जी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी बखूबी निभाई है।
उनपर नेता प्रतिपक्ष होने के नाते केजरीवाल सरकार द्वारा किए गए कामों की रक्षा करना और BJP द्वारा जनता से किए वादों को पूरा करवाने की जिम्मेदारी होगी।
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— AAP (@AamAadmiParty) February 23, 2025
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली में सशक्त विपक्ष की भूमिका का निर्वहन करेगी।
पहली महिला बनेंगी नेता प्रतिपक्ष
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पदभार ग्रहण करने वाली आतिशी पहली महिला बनेंगी। नेता प्रतिपक्ष चुने जाने पर आतिशी ने पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और सभी विधायकों को धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने हमें विपक्ष की भूमिका दी है, जिसको हम पूरी जिम्मेदारी से निभाएंगे।
मैं, AAP के राष्ट्रीय संयोजक @ArvindKejriwal जी और सभी विधायकों का धन्यवाद करती हूँ जिन्होंने मुझे नेता प्रतिपक्ष बनाया है।
BJP ने जो भी वादे किए, विपक्ष के नाते हम उन सभी वादों को पूरा करवाने की जिम्मेदारी निभायेंगे।
महिलाओं से वादा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो पहली कैबिनेट… pic.twitter.com/0FekxnGQLY
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गौरतलब है कि हाल ही में हुए चुनाव के बाद दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र 24 फरवरी से शुरू हो रहा है। यह सत्र तीन दिनों तक चलेगा। दिल्ली की सत्ता पर 27 साल बाद वापसी करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि विधानसभा की पहली बैठक में लंबित सीएजी रिपोर्ट पेश की जाएगी।
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर मतदान पांच फरवरी को हुआ था और मतगणना आठ फरवरी को हुई थी। चुनावी नतीजों में भारतीय जनता पार्टी ने 27 साल का सूखा खत्म कर 48 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, 11 साल से दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी को महज 22 सीटों पर ही जीत मिल सकी।
चुनावी नतीजों में आप के प्रमुख नेताओं को भी हार का सामना करना पड़ा। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज जैसे नेता शामिल हैं। हालांकि, कांग्रेस लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव में खाता नहीं खोल सकी।