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Apple सहित कई ब्रांड के स्मार्ट वॉच में कैंसर वाला केमिकल? स्टडी में क्या हुआ खुलासा

नई दिल्ली: क्या आप भी स्मार्ट वॉच या फिटनेस बैंड का इस्तेमाल खूब करते हैं? एक नए अध्ययन में पाया गया है कि 15 ब्रांडों की स्मार्ट वॉच में कैंसर पैदा करने वाले और हार्मोन को बाधित करने वाले ‘फॉरेवर केमिकल’ उच्च स्तर पर हैं। इन स्मार्ट वॉच की बाजार में काफी लोकप्रियता है और भारी मांग है। खासकर इन घड़ियों में हेल्थ मॉनिटरिंग फीचर होने से लोग इसकी ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं।

नोट्रे डेम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने ‘फॉरएवर केमिकल्स’ की मौजूदगी की पहचान के लिए 22 ब्रांडों कां अध्ययन किया। इनमें से 15 ब्रांडों में ये केमिकल पाया गया। शोधकर्ताओं ने बताया, ‘कई ”स्मार्ट” और ”फिटनेस” वॉच बैंड में फ्लोरोएलेस्टोमर्स, (fluoroelastomers) के होने को प्रचारित किया जाता है। यह एक प्रकार का सिंथेटिक रबर होता है, जिस पर त्वचा के तेल और पसीने का असर नहीं होने के लिहाज से डिजाइन किया जाता है।’

किन ब्रांड की स्मार्ट वॉच पर मिला ‘फॉरेवर केमिकल’?

‘द गार्डियन’ की रिपोर्ट के अनुसार, ‘हालांकि अध्ययन में यह नहीं बताया गया है कि किन ब्रांडों में पीएफएएस मिले हैं, लेकिन इस स्टडी के दौरान नाइकी, ऐप्पल, फिटबिट और गूगल की घड़ियों का परीक्षण किया गया था। है।’
रिपोर्ट के अनुसार, ‘अध्ययन में पीएफएएस यौगिकों की जांच की गई और पीएफएचएक्सए (PFHxA) की उच्चतम मात्रा पाई गई। यह एक सिंथेटिक रसायन है जो पीएफएएस समूह का हिस्सा है, और जो 40% बैंड में है। इस रसायन का उपयोग आमतौर पर कपड़े, कालीन, कागज और कीटनाशकों पर किया जाता है, और यह लीवर की बीमारी से जुड़ा हुआ है। इस यौगिक पर कम शोध हो सका है क्योंकि अन्य प्रकार के पीएफएएस की तुलना में मानव रक्त में इसका पता लगाना अधिक कठिन है, और इसलिए यह और चिंताजनक हो जाता है।’

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘वॉच बैंड जैसे उपभोक्ता उत्पादों में पीएफएचएक्सए के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव दिया हुआ है।’ अध्ययन के नतीजे इकोटॉक्सिकोलॉजी एंड इनवायरोमेंटल सेफ्टी जर्नल में प्रकाशित हुए हैं।

फॉरेवर केमिकल क्या होते हैं?

‘फॉरएवर केमिकल्स’ दरअसल पेर (Per)- और पॉलीफ्लोरोएल्काइल (पीएफएएस/polyfluoroalkyl) पदार्थ होते है। ये लंबे समय तक प्रकृति में बने रह सकते हैं, इसलिए इन्हें ‘फॉरेवर’ कहा जाता है। ये पर्यावरण में आसानी से विघटित या नष्ट नहीं होते हैं और कैंसर, कम प्रजनन क्षमता और इम्यूनिटी में कमी जैसी प्रतिकूल स्वास्थ्य स्थितियां पैदा कर सकते हैं।

पीएफएएस या फॉरएवर केमिलक का दैनिक उपयोग की कई वस्तुओं जैसे टेफ्लॉन कोटेड पैन, ग्रीस-प्रतिरोधी कागज, फास्ट-फूड रैपर और माइक्रोवेव पॉपकॉर्न बैग, आउटडोर गियर, कालीन, अग्निशमन फोम, फाउंडेशन और मस्कारा जैसे सौंदर्य प्रसाधन सहित विनिर्माण इलेक्ट्रॉनिक्स और चिकित्सा उपकरण में इस्तेमाल होता है।

पीएफएएस अक्सर औद्योगिक स्थलों के पास हमारे शरीर में दूषित पानी के माध्यम से प्रवेश करता है। साथ ही दूषित भोजन खाने से, पीएफएएस मैटेरियल में पैक किए गए खाद्य पदार्थों का सेवन करने से भी यह रसायन हमारे शरीर में प्रवेश कर सकता है। इसके अलावा नॉन-स्टिक और कोटेड कूकवेयर का अत्यधिक इस्तेमाल भी नुकसानदायक हो सकता है। पीएफएएस के अत्यधिक उपयोग के कारण अब दुनिया भर में मिट्टी, पानी, हवा और यहां तक ​​कि मनुष्यों और जानवरों के खून में भी इसकी उपस्थिति दर्ज की गई है।

एप्पल पर केस दर्ज, कंपनी ने दी सफाई

इस पूरे विवाद के बीच Apple के खिलाफ मुकदमे की भी खबरें आई हैं। कंपनी पर मुकदमा किया गया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि वह अपने यूजर्स को ऐसे हानिकारक रसायनों के संपर्क में ला रहा है, जिससे कैंसर सहित अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। यह मुकदमा अमेरिका के कैलिफोर्निया में किया गया है।

वहीं, कंपनी ने पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए ग्राहकों को आश्वस्त किया है कि उसकी स्मार्ट वॉच सुरक्षित है और बैंड्स में किसी खतरनाक केमिकल का इस्तेमाल नहीं हुआ है।

Apple ने मुकदमे का जवाब देते हुए कहा है कि उसके वॉच बैंड उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित हैं। कंपनी ने इस बात पर जोर दिया कि उसके उत्पादों में उपयोग की जाने वाली सामग्री कंपनी के अंदर और स्वतंत्र रूप से काम करने वाली प्रयोगशालाओं दोनों जगहों पर कठोर परीक्षण से गुजरती है। इसके अलावा, ऐप्पल ने पीएफएएस से चरणबद्ध तरीके से दूरी बनाने की अपनी प्रतिबद्धता भी जताई और माना कि उपयुक्त विकल्पों की पहचान करना एक बड़ी मुश्किल है और इसके लिए कुछ और समय की जरूरत है।

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