इस्लामाबाद: आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक कमांडर ने हाल में मसूद अजहर के बहावलपुर कैंप के ऑपरेशन सिंदूर में तबाह होने की बात स्वीकार की थी। उसने ये भी बताया था ति मसूद अजहर के परिवार के कई लोग इसमें मारे गए। अब पाकिस्तान के आतंकवादियों से कनेक्शन नहीं रखने के दावे का पर्दाफाश करता एक और वीडियो सामने आया है।
लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के एक सदस्य ने माना किया है कि मुरीदके में मरकज तैयबा स्थित आतंकी समूह के मुख्यालय को भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत नष्ट कर दिया था। सोशल मीडिया वायरल हो रहे इस वीडियो में लश्कर कमांडर कासिम ने स्वीकार किया कि 7 मई के ऑपरेशन में नष्ट किए गए मुरीदके आतंकी कैंप का फिर से निर्माण किया जा रहा है और ये ‘पहले से भी बड़ा’ है। मुरीदके पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शेखूपुरा जिले का एक शहर है।
वीडियो में एक निर्माणाधीन जगह के सामने खड़ा दिखाई दे रहा कासिम कहता है, ‘मैं मुरीदके में मरकज तैयबा के खंडहरों पर खड़ा हूँ, जो (भारतीय) हमले में नष्ट हो गया था। इसके पुनर्निर्माण का काम चल रहा है। यह मस्जिद पहले से भी बड़ी बनाई जाएगी।’ कासिम ने यह भी स्वीकार किया कि कई आतंकवादियों ने नष्ट हो चुकी मरकज तैयबा मस्जिद में ट्रेनिंग हासिल की और ‘फैज’ (जीत) हासिल की। पाकिस्तान यह दावा दावा करता रहा है कि नष्ट की गई इमारत का अब आतंकवादी समूह द्वारा उपयोग नहीं किया जा रहा था।
एक अन्य वीडियो में लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य ने पाकिस्तानी युवकों से मुरीदके स्थित मरकज तैयबा में दौरा-ए-सुफ्फा में शामिल होने का आग्रह किया। दौरा-ए-सुफ्फा एक आतंकवादी प्रशिक्षण कार्यक्रम है जिसमें कट्टर धार्मिक विचारधारा के साथ ‘जिहादी प्रशिक्षण’ देना शामिल है।
गौरतलब है कि लश्कर का मुरीदके कैंप उन 9 आतंकी ठिकानों में से एक था जिन्हें भारतीय सेना ने 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में किए गए रातोंरात हमले में नष्ट कर दिया था। यह हमला जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा 26 पर्यटकों की हत्या के कुछ दिनों बाद हुआ था। ऑपरेशन सिंदूर के तहत सेना ने बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद और सियालकोट में हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख ठिकानों के साथ-साथ बरनाला और मुजफ्फराबाद में लश्कर के अतिरिक्त ठिकानों को भी निशाना बनाया था।
वायरल वीडियो खोल रहे पाकिस्तान और पाक सेना की पोल
इससे पहले एक अन्य वायरल वीडियो में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के डिप्टी चीफ सैफुल्लाह कसूरी को आतंकियों को पाकिस्तान के समर्थन के बारे में दावे करते हुए सुना गया। क्लिप में कसूरी को यह कहते हुए देखा जा सकता है कि पाकिस्तान सरकार और सेना ने मुरीदके में आतंकवादी समूह के मुख्यालय के पुनर्निर्माण के लिए धन मुहैया कराया है।
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत की खुफिया एजेंसियों द्वारा तैयार किए गए एक डॉजियर में भी लश्कर द्वारा अपने ध्वस्त मुख्यालय का गुपचुप तरीके से पुनर्निर्माण करने की खबरों की पुष्टि की गई है। अब इस संगठन ने 5 फरवरी, 2026 को पुनर्निर्मित परिसर का उद्घाटन करने की समयसीमा रखी है। खुफिया जानकारी बताती है कि पुनर्निर्मित मरकज एक बार फिर आतंकी प्रशिक्षण, कट्टर विचारधारा को फैलाने का केंद्र बनेगा।
कुछ दिन पहले ही जैश कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने कबूल किया था कि बहावलपुर में हुए हमलों में आतंकी समूह के शीर्ष कमांडर मसूद अजहर के परिवार को ‘टुकड़े-टुकड़े’ कर दिया गया था। वायरल वीडियो में उसने यह भी दावा किया कि पाकिस्तानी सेना और उसके प्रमुख असीम मुनीर ने ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए लोगों के ‘अंतिम संस्कार में अपने जनरलों को भेजा था।’