Homeविश्वलॉस एंजिल्स प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए करीब 700 अमेरिकी मरीन होंगे...

लॉस एंजिल्स प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए करीब 700 अमेरिकी मरीन होंगे तैनात

लॉस एंजिल्स: अमेरिका के लॉस एंजिल्स में चार दिनों से हिंसक प्रदर्शन जारी है। इससे निपटने के लिए अमेरिका के दूसरे सबसे बड़े शहर में अब करीब 700 अमेरिकी मरीन तैनात किए गए हैं। यूएस मरीन कॉर्प्स के एयर ग्राउंड कॉम्बैट सेंटर में स्थित सेकेंड बटालियन, सेवंथ मरीन (2/7) एक लाइट इन्फैंट्री बटालियन है। 

इसे कैलिफोर्निया के ट्वेंटीनाइन पाम्स में उन नेशनल गार्ड सैनिकों के साथ शामिल किया जाएगा, जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कैलिफोर्निया के गवर्नर या लॉस एंजिल्स के मेयर की सहमति के बिना सप्ताह के अंत में वहां तैनात किया था। ट्वेंटीनाइन पाम्स लॉस एंजिल्स शहर के पूर्व में लगभग 220 किलोमीटर दूर है।

‘सिन्हुआ समाचार एजेंसी’ की रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल गार्ड सैनिकों की तरह, मरीन्स को भी कानून प्रवर्तन गतिविधियों जैसे गिरफ्तारी करने से रोका गया है, जब तक कि ट्रंप विद्रोह अधिनियम को लागू नहीं करते। यह अधिनियम राष्ट्रपति को विद्रोह या संघीय शक्ति के खिलाफ बगावत खत्म करने के लिए सैन्य उपयोग करने की अनुमति देता है।

‘एनबीसी न्यूज’ ने दो अमेरिकी रक्षा विभाग के अधिकारियों के हवाले से बताया कि लॉस एंजिल्स में तैनात मरीन को फेडरल प्रॉपर्टी और कर्मियों की रक्षा का काम सौंपा जाएगा। वहीं, ‘एबीसी न्यूज’ ने बताया कि उनके अगले 24 घंटों में पहुंचने की उम्मीद है।

दो हजार नेशनल गार्ड की हुई है तैनाती

ट्रंप ने शनिवार को लॉस एंजिल्स रीजन में इमिग्रेशन प्रोटेस्ट को कुचलने के लिए दो हजार नेशनल गार्ड सैनिकों को बुलाकर कार्रवाई की। उन्होंने फेडरल पावर का उपयोग किया और कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूजॉम के अधिकार को दरकिनार कर दिया।

करीब 300 नेशनल गार्ड सैनिक रविवार की सुबह लॉस एंजिल्स शहर पहुंचे। रविवार को कैलिफोर्निया में इमिग्रेशन रेड्स के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान एक हजार से अधिक प्रदर्शनकारियों ने शहर में नेशनल गार्ड के जवानों के साथ झड़प की। वीकेंड में कैलिफोर्निया में इमिग्रेशन रेड्स मारी गई थीं।

डोनाल्ड ट्रंप लॉस एंजिल्स में फैली हिंसा और तोड़फोड़ के बाद वहां तैनात किए गए नेशनल गार्ड के जवानों की तारीफ कर चुके हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Recent Comments

मनोज मोहन on कहानीः याद 
प्रकाश on कहानीः याद 
योगेंद्र आहूजा on कहानीः याद 
प्रज्ञा विश्नोई on कहानीः याद 
डॉ उर्वशी on एक जासूसी कथा
Exit mobile version