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POCSO मामले में बृजभूषण शरण सिंह को क्लीन चिट मिलने पर बजरंग पूनिया ने उठाए सवाल

मुजफ्फरनगरः ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया ने भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह को पोक्सो मामले में क्लीन चिट दिए जाने पर सवाल उठाया है। 

उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में पहुंचे बजरंग पूनिया ने एक निजी कार्यक्रम में भाग लिया। उद्घाटन कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, ”जो बच्चे विदेश से एमबीबीएस करना चाहते हैं उसके लिए यहां एक ऑफिस खोला गया है। मैं इन लोगों को बधाई देता हूं और जो लोग एमबीबीएस का सपना देख रहे हैं। वह एमबीबीएस करने के लिए इनसे संपर्क कर सकते हैं और अपना सपना पूरा कर सकते हैं।” 

पोक्सो लगने के बाद क्यों नहीं हुई गिरफ्तारी?

पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह से पोक्सो हटाकर क्लीन चिट देने के सवाल पर बजरंग ने कहा कि पोक्सो अगर लग रहा था तो अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं हुआ। दूसरी चीज सरकार ने पहले ही सपोर्ट करके वह हटवा दिया था वह कैसे चलने नहीं दिया था और उसके खिलाफ नाबालिग लड़की ने एक बार अपने बयान दे रखे हैं, तो कोर्ट किस बयान को मानती है। 

बजरंग ने कहा, ”दबाव उन 6 लड़कियों पर भी है जो केस अभी चल रहा है और दबाव पोक्सो वाली लड़की पर भी दिया था तभी वह पीछे हट गई, नहीं तो वह बयान ही नहीं देती। सरकार उसका सपोर्ट कर रही है। हमेशा बच्चों को डरा धमका कर पीछे हटने का काम किया जा रहा है। इस तरीके से हमें नहीं लगता जो आज समय चल रहा है ठीक चल रहा है।” 

सरकार को प्यारा है वोट

उन्होंने कहा कि सरकार को अपना वोट प्यारा है। जो बच्चों के खिलाफ कुछ कर रहा है उसको बचाना जरूरी है सरकार के लिए। पोक्सो हटाने के कारण को लेकर बजरंग बोले कि बच्चों पर दबाव है, जब एक बार बेटी ने बयान दे दिए, फिर पलटा नहीं जाता, उसके बाद भी यह चीज हो रही है। मुझे लगता है कि गुंडागर्दी के आगे हमारा कानून छोटा पड़ रहा है। जो आज देश में देखा जा रहा है जिस तरीके से जश्न मनाया जा रहा है, उन बेटियों को आज भी बुरा भला बोला जा रहा है देश के लिए दुखद है। आज नहीं तो कल आपकी भी बारी आएगी। सतर्क हो जाओ और जो गलत है उसके खिलाफ आवाज उठाओ। 

उल्लेखनीय है कि दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को पूर्व डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ एक नाबालिग पहलवान द्वारा दर्ज यौन उत्पीड़न के मामले को बंद करने के लिए दिल्ली पुलिस की रद्दीकरण रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया था। 

(यह खबर आईएएनएस समाचार एजेंसी की फीड द्वारा प्रकाशित है। इसका शीर्षक बोले भारत न्यूज डेस्क द्वारा दिया गया है।)

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