15 और 16 अक्टूबर 2025 को होने वाले UP PGT 2025 परीक्षा एक बार स्थगित कर दी गई है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इसको लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने एक्स पर सीधे तौर पर कहा कि अगर उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग परीक्षा नहीं करा पा रहा है तो इसे भंग क्यों नहीं कर दिया जाता।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड (UPSESSB) ने पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT) भर्ती परीक्षा 2025 को अपरिहार्य कारण बताते हुए टाल दिया है। यह परीक्षा अब नई तारीखों पर आयोजित होगी। हालांकि, नई तारीखों की घोषणा अभी नहीं की गई है।
कब-कब टाली गई पीजीटी परीक्षा
यह परीक्षा पहले 15 और 16 अक्टूबर 2025 को होनी थी। अब संभावना है कि यह 18 और 19 दिसंबर को आयोजित की जाए। यह चौथी बार है जब पीजीटी परीक्षा की तारीख बदली गई है।
यह परीक्षा सबसे पहले इस साल 11 और 12 अप्रैल को होनी थी, लेकिन इसे टालकर 20 और 21 जून कर दिया गया। इसके बाद नई तिथियां 18 और 19 जून घोषित की गईं, पर वह भी रद्द कर दी गईं। इसके बाद अगस्त में परीक्षा आयोजित करने की बात कही गई, लेकिन कोई तय तारीख नहीं बताई गई। अंततः 15 और 16 अक्टूबर को परीक्षा तय की गई थी, जिसे अब एक बार फिर स्थगित कर दिया गया है। इसको लेकर अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए नाराजगी जाहिर की।
अखिलेश यादव ने साधा निशाना
अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसे ‘अपरिहार्य कारण’ क्या हो सकते हैं कि जिनको बताया ही नहीं जा सकता। उन्होंने लिखा, उप्र शिक्षा सेवा चयन आयोग जब परीक्षा करवा ही नहीं पाता है तो भंग क्यों नहीं कर दिया जाता।
ऐसे ‘अपरिहार्य कारण’ क्या हो सकते हैं कि जिनको बताया ही नहीं जा सकता। पारदर्शिता ही ईमानदारी को सुनिश्चित करती है और व्यवस्था में विश्वास को भी। कुछ तो है जिसकी पर्दा-दारी है…।

UP PGT 2025 Exam Postponed: कुल इतने पद भरे जाने हैं
इस भर्ती प्रक्रिया के जरिए प्रदेशभर में कुल 4,163 पदों पर नियुक्तियां की जानी हैं। इनमें से 3,213 पद टीजीटी पुरुष वर्ग के लिए, 326 पद टीजीटी महिला वर्ग के लिए, 549 पद पीजीटी पुरुष वर्ग के लिए और 75 पद पीजीटी महिला वर्ग के लिए आरक्षित हैं।
बोर्ड की ओर से जारी आधिकारिक नोटिस में कहा गया है, “सभी संबंधितों को सूचित किया जाता है कि विज्ञापन संख्या-02/2022 व्याख्याता (पीजीटी) की लिखित परीक्षा, जो 15 और 16 अक्टूबर 2025 को प्रस्तावित थी, अनिवार्य कारणों से स्थगित की जाती है। परीक्षा की नई तिथि अलग से घोषित की जाएगी।”
गौरतलब है कि इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 9 जून से 9 जुलाई 2022 तक चली थी। परीक्षा की तारीखें सबसे पहले 18 और 19 जून 2025 तय की गई थीं। इसके बाद जून 2025 में तीसरी बार इसे टाला गया और अब चौथी बार तारीख बदली गई है।
लगातार टाली जा रही पीजीटी परीक्षा से अभ्यर्थियों में गहरी नाराजगी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर कई यूजरों ने विरोध दर्ज कराया। एक यूजर ने लिखा, “चार बार पीजीटी परीक्षा टल चुकी है। क्या अब पांचवीं बार भी टाली जाएगी? युवाओं के पास अब शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।”
एक अन्य अभ्यर्थी ने लिखा, “2022 में फॉर्म भरे गए थे, दो साल आयोग बनाने में लग गए। अब तक परीक्षा चार बार टल चुकी है। 13 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी इंतजार कर रहे हैं। यह मजाक से कम नहीं है।”
एक अन्य ने लिखा-पाँचवी बार PGT की लिखित परीक्षा टाल दी गई। और सरकार कहती है- प्रदेश में सारी परीक्षाएँ समय पर हो रही हैं! ग्राम विकास अधिकारी से लेकर UP PCS, RO/ARO तक कितनी ही परीक्षाएँ पहले भी टल चुकी हैं… युवाओं का भविष्य अधर में लटका है, और हकीकत से सरकार मुँह मोड़ रही है।
एक यूजर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए लिखा, “इतिहास में कभी युवाओं को इतनी निराशा नहीं मिली होगी। दोबारा परीक्षा टलने से उनका हौसला टूट गया है। माता-पिता अपने बच्चों के सपने देखते हैं कि एक दिन वे अपने पैरों पर खड़े होंगे, लेकिन यह प्रक्रिया बार-बार रुक रही है।”
एक अन्य यूजर ने कांग्रेस, अखिलेश यादव को टैग करते हुए विपक्ष से इस मुद्दे को उठाने का अनुरोध किया। उसने लिखा कि इस भर्ती के लिए 3 साल से ज्यादा समय हो गया है। और 4 बार परीक्षा की तारीख दी गई और चारों बार रद्द कर दी गई। यूपी के युवा तनाव और गुस्से में हैं। कृपया विपक्ष और पत्रकार इस समस्या को उठाएं।
बता दें कि बोर्ड ने अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि वे परीक्षा से जुड़ी ताजा जानकारी के लिए नियमित रूप से आधिकारिक वेबसाइट upessc.up.gov.in देखते रहें।