अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी और बड़े समर्थक माने जाने वाले चार्ली कर्क की बुधवार को अमेरिका के यूटा प्रांत में एक कॉलेज कैंपस कार्यक्रम के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। प्रांत के गवर्नर ने इसे राजनीतिक हत्या करार दिया है और बताया गया कि गोली छत से चलाई गई थी। 31 साल के कर्क अपने ‘अमेरिकन कमबैक टूर’ कार्यक्रम के तहत ओरेम स्थित विश्वविद्यालय के परिसर में थे। यहाँ वे छात्रों से रूढ़िवादी राजनीति पर बात करने आए थे। इस घटना के बाद ट्रंप ने आदेश दिया कि कर्क के सम्मान में रविवार शाम तक अमेरिकी झंडे आधे झुके रहेंगे।
चार्ली कर्क कौन थे?
कर्क एक कंजरवेटिव एक्टिविस्ट थे। उन्होंने 18 साल की उम्र में टर्निंग पॉइंट यूएसए (TPUSA) नाम के एक छात्र संगठन की स्थापना की थी। यह समूह देश भर के कॉलेजों और हाई स्कूलों में अपने कार्यक्रम भी करता रहा है। इसका मकसद अमेरिकी कॉलेजों में रूढ़िवादी आदर्शों का प्रचार-प्रसार करना रहा है। ट्रंप परिवार के सदस्यों सहित रिपब्लिकन दानदाताओंल से शुरुआती समर्थन मिला था। कर्क इस वजह से युवा रिपब्लिकनों के बीच लोकप्रिय हो गए थे। वे सोशल मीडिया, पॉडकास्ट पर भी सक्रिय रहे।
उनके कुछ पोस्ट की आलोचना भी हुई, जिनमें यहूदी, समलैंगिक और अश्वेत लोगों के बारे में टिप्पणियाँ शामिल थीं। कर्क ने पूर्व मिस एरिजोना एरिका कर्क से शादी की थी, जो एक पॉडकास्ट होस्ट करती हैं और एक धार्मिक थीम वाली कपड़ों की चेन चलाती हैं। दोनों स्कॉट्सडेल, एरिजोना में रहते थे और उनके दो बच्चे हैं।
ट्रंप के करीबी सहयोगी थे कर्क
द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान कर्क 100 से ज्यादा बार व्हाइट हाउस गए थे। ट्रंप के दोबारा चुनाव जीतने के बाद कर्क उस समूह का हिस्सा थे जो व्हाइट हाउस में संभावित नियुक्तियों की रूढिवादी विचारधारा के प्रति वफादारी की समीक्षा करता था। वह ट्रंप जूनियर के करीबी थे और शपथ ग्रहण से दो दिन पहले वर्जीनिया में ट्रंप के गोल्फ क्लब में एक निजी पार्टी में भी शामिल हुए थे।
कैसे हुई कर्क की हत्या?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कर्क यूटा यूनिवर्सिटी के कैंपस में एक तंबू के नीचे भाषण दे रहे थे, तभी उनकी गर्दन में गोली लगी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया और बाद में मृत घोषित कर दिया गया। एफबीआई निदेशक काश पटेल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति को पूछताछ के बाद रिहा कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि जाँच जारी है। इस हमले की सभी राजनीतिक दलों ने निंदा की है।
विश्वविद्यालय ने बताया कि कर्क लगभग 20 मिनट से बोल रहे थे जब स्थानीय समयानुसार दोपहर के कुछ समय बाद उन्हें गोली मारी गई। कुछ वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें उन्हें अपनी कुर्सी से गिरते हुए देखा जा सकता है और उनकी गर्दन से खून बह रहा है।
कर्क की मौत पर ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने अपने मारे गए सहयोगी चार्ली कर्क को ‘सत्य के लिए शहीद’ होना करार दिया है। उन्होंने ‘कट्टरपंथी वामपंथ’ पर हमला करते हुए कहा कि उनकी बयानबाजी ने रूढ़िवादी कार्यकर्ता की मौत में योगदान दिया। ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, ‘कई वर्षों से कट्टरपंथी वामपंथी लोग चार्ली जैसे अद्भुत अमेरिकियों की तुलना नाजियों और दुनिया के सबसे बुरे सामूहिक हत्यारों और अपराधियों से करते रहे हैं।’
कर्क के निधन के बारे में ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक और पोस्ट किया और संवेदना व्यक्त की। ट्रंप ने लिखा, ‘महान, और यहाँ तक कि दिग्गज चार्ली कर्क का निधन हो गया है। संयुक्त राज्य अमेरिका में युवाओं के दिल को चार्ली से बेहतर कोई नहीं समझ सकता था। सभी, खासकर मैं, उन्हें प्यार और सम्मान देता था, और अब, वह हमारे बीच नहीं हैं। मेलानिया और मेरी संवेदनाएँ उनकी खूबसूरत पत्नी एरिका और परिवार के साथ हैं। चार्ली, हम तुमसे प्यार करते हैं!’
बता दें कि यूटा वैली यूनिवर्सिटी (UVU), जहाँ चार्ली किर्क की गोली मारकर हत्या की गई, वो ओरेम में स्थित है। यूनिवर्सिटी की अपनी वेबसाइट के अनुसार, यह यूटा का सबसे बड़ा पब्लिक यूनिवर्सिटी है। इसकी स्थापना 1941 में जंग में जरूरी सामान बनाने वाले ट्रेनिंग वोकेशनल स्कूल के रूप में हुई थी। गोलीबारी की घटना के बाद यूनिवर्सिटी ने अगले सप्ताह तक इसे बंद रहने की घोषणा की है।