काठमांडूः नेपाल में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी को लेकर जारी प्रदर्शन ने देश में उथल-पुथल मचा रखी है। प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भी इस्तीफा दे दिया। इस बीच एक नया नाम चर्चा में है। वह हैं काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह जिन्हें बालेन नाम से भी जाना जाता है।
देश में बालेंद्र को लेकर ऑनलाइन कैंपेन चलाए जा रहे हैं जिसमें उन्हें देश के अगले प्रधानमंत्री के रूप में नेतृत्व संभालने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
नेपाल में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जारी प्रदर्शन
नेपाल में भ्रष्टाचार और रोजगार के मुद्दे को लेकर जेन-जी बीते एक हफ्ते से प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच सरकार ने 26 सोशल प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध का ऐलान किया जिसके बाद प्रदर्शन और तेज हो गए। सोमवार (8 सितंबर) को प्रदर्शनकारी प्रतिबंधित क्षेत्र को पार कर गए। इसके बाद सुरक्षा बलों ने गोलियां चला दीं जिसमें कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई। ऐसे में प्रदर्शन देशव्यापी हो गया और लोगों का गुस्सा लगातार बढ़ता गया।
सोमवार को ही गृह मंत्री ने इस्तीफा दे दिया था। वहीं, प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली और अन्य तीन मंत्रियों ने मंगलवार (9 सितंबर) को इस्तीफा दिया। इसके कुछ ही घंटों बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
नेपाल में जारी विरोध प्रदर्शनों और हंगामे के बीच रैपर से नेता बने बालेंद्र शाह ने प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता व्यक्त की। इस संबंध में शाह ने एक फेसबुक पोस्ट किया जिसमें लिखा कि आयोजकों द्वारा निर्धारित आयु सीमा को लेकर वह प्रदर्शन में शामिल नहीं हो सके। हालांकि, उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि उनकी आवाज सुनी जानी जरूरी है। आयोजकों ने इन प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए आयु सीमा 28 वर्ष तय की थी।
बालेंद्र ने फेसबुक पोस्ट में लिखा “यह रैली स्पष्ट रूप से जेन-जी का एक आंदोलन है जिसके लिए शायद मैं बड़ा हूं।” उन्होंने आगे लिखा “मैं उनकी आकांक्षाओं, उद्देश्यों और सोच को समझना चाहता हूं। राजनैतिक दलों, कार्यकर्ताओं, सांसदों और प्रचारकों को इस रैली का इस्तेमाल अपने स्वार्थ के लिए करने की अतिशयोक्ति नहीं करनी चाहिए।”
बालेंद्र शाह कौन हैं?
उन्होंने आगे कहा कि हालांकि वह इस रैली में शारीरिक रूप से शामिल नहीं होंगे लेकिन उनका युवाओं के साथ “पूरा समर्थन” है।
इससे पहले सोमवार को सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगाए गए प्रतिबंध को हटा लिया था। हालांकि, ऑनलाइन माध्यम पर भी लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया। इस बीच बालेंद्र शाह एक ट्रेंडिंग फिगर बन गए।
सोशल मीडिया पर तमाम यूजर्स ने बालेंद्र के समर्थन में पोस्ट की। वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा कि बांग्लादेश, श्रीलंका और नेपाल के बीच में फर्क यह है कि नेपाल के पास एक संभावित प्रधानमंत्री है जो बिना किसी स्वार्थ के देश की भलाई के लिए काम करेगा।
इसी तरह एक अन्य यूजर ने लिखा कि प्रिय बालेन, अभी आगे बढ़ो या कभी नहीं। नेपाल आपके पीछे है।
बालेंद्र शाह जिन्हें बालेन के नाम से भी जाना जाता है। वह वर्तमान में काठमांडू के मेयर हैं। बालेन का जन्म साल 1990 में काठमांडू में हुआ था। उन्होंने नेपाल में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बाद में स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री प्राप्त की। उन्होंने भारत के विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से मास्टर्स की पढ़ाई की।
राजनीति में एंट्री से पहले शाह नेपाल में भूमिगत हिप-हॉप में सिंगर और गीतकार के रूप में सक्रिय रहे। वह अपने संगीत के माध्यम से भ्रष्टाचार और असमानता जैसे मुद्दों को उठाते थे।
बालेंद्र शाह ने साल 2022 में काठमांडू मेयर पद का चुनाव लड़ा। वह स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर लड़े और 61,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की। बालेंद्र सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं और जन समस्याओं से जुड़े और राजनैतिक मुद्दों को उठाते रहे हैं।