Saturday, October 11, 2025
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क्या है पासकीज? क्या हैकर्स कर सकते हैं इसे हैक?

इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सऐप ने एंड्रॉइड के बाद अब पासकीज (Passkeys) की सुविधा आईओएस (iOS) पर भी शुरू कर दी है। मेटा के स्वामित्व वाले प्लेटफॉर्म ने एक्स पर इसकी जानकारी दी है। व्हाट्सऐप ने बताया कि आईफोन यूजर्स फेस आईडी, टच आईडी या अपने पासकोड के जरिए ऐप में लॉगइन कर सकते हैं जो आसान और सुरक्षित है। व्हाट्सऐप में लॉगइन के लिए आईओएस यूजर्स को अब एसएमएस कोड की जरूत नहीं पड़ेगी। वह सीधे फेस आईडी, टच आईडी या अपने पासकोड के जरिए ऐप में लॉगइन करने में सक्षम होंगे। आईओएस यूजर्स के लिए अभी तक पासवर्डलेस लॉगइन की यह सुविधा सिर्फ एक्स ( ट्विटर) पर थी। व्हाट्सऐप ने अक्टूबर 2023 में एंड्रॉइड के लिए पासकीस सपोर्ट शुरू किया था।

पासकीज क्या है?

पासकीज (Passkeys) पासवर्ड का एक सुरक्षित और आसान विकल्प है। इसके जरिए यूजरनेम और पासवर्ड के बिना साइन-इन करने में मदद मिलती है। यह आपके मोबाइल डिवाइस या कंप्यूटर पर स्टोर रहती हैं।  पासकीज वेबसाइटों और ऐप्स में लॉग इन करने के लिए पारंपरिक पासवर्ड (एसएमएस कोड वाले पुराने तरीके) की जरूरत को समाप्त कर देता है। यह एक ऑथेंटिकेशन मेथड है जिसमें यूजर्स अपने डिवाइस के फिंगरप्रिंट, फेस स्कैन या स्क्रीन लॉक-पिन से लॉग-इन कर सकते हैं।

क्या पासकीज को हैक किया जा सकता है?

पासकीज पारंपरिक पासवर्ड की तुलना में अधिक सुरक्षित होते हैं क्योंकि उन्हें हैक करना या चुराना कठिन होता है। वे फिशिंग हमलों और अन्य ऑनलाइन खतरों से सुरक्षा प्रदान करते हैं। यह तरीका इसलिए भी आसान है क्योंकि पासकीज का उपयोग करने के लिए आपको उन्हें याद रखने या टाइप करने की आवश्यकता नहीं है। आप बस अपने बायोमेट्रिक्स या पिन का उपयोग करके लॉग-इन कर सकते हैं। पासकीज का उपयोग विभिन्न उपकरणों और प्लेटफार्मों पर किया जा सकता है। इससे अलग-अलग खातों में लॉग इन करना आसान हो जाता है।

पासकीज कैसे काम करता है?

पासकीज पब्लिक-की क्रिप्टोग्राफी (public key cryptography) का उपयोग करते हैं। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल आप ही अपने डिवाइस का उपयोग करके वेबसाइट या ऐप तक पहुंच सकते हैं। जब आप किसी वेबसाइट या ऐप में लॉग इन करते हैं, तो आपका डिवाइस एक यूनिक पासकीज बनाता है जो उस वेबसाइट या ऐप के लिए होता है। फिर आप अपने बायोमेट्रिक्स या पिन का उपयोग करके उस पासकीज को सत्यापित करते हैं। वेबसाइट या ऐप आपके डिवाइस से पब्लिक-की प्राप्त करता है और पासकीज को सत्यापित करने के लिए इसका उपयोग करता है। यदि पासकीज मान्य है तो आपको लॉग इन किया जाएगा।

पासकीज कहाँ उपलब्ध हैं?

पासकीज धीरे-धीरे कई प्लेटफॉर्म पर लाया जा रहा है। एंड्रॉइड और आईओएस के साथ-साथ क्रोम, फायरफॉक्स, और एज जैसे लोकप्रिय ब्राउजरों के लिए उपलब्ध हैं।  गूगल ने अपनी सर्विस जैसे डॉक्यूसाइन, कयाक, पेपल, शॉपिफाई और याहू में पासकीज फीचर को अपडेट किया था।

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