नई दिल्ली: पश्चिम बर्धमान जिले में एक मेडिकल छात्रा के साथ कथित सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आने के बाद भाजपा ने शनिवार को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ फिर से अपना हमला तेज कर दिया। भाजपा ने सरकार पर ‘जानबूझकर कर अपनाई गई तुष्टिकरण की नीति’ के जरिए राज्य की स्थिति महिला सुरक्षा को बुरे दौर में पहुंचाने का आरोप लगाया।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में, भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘पश्चिम बंगाल को बलात्कारियों और अपराधियों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह बना दिया है।’
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘आरजी कर अस्पताल में एक युवा महिला डॉक्टर के साथ हुए भयानक बलात्कार के बाद एक और भयावह अपराध सामने आया है! दुर्गापुर के एक निजी मेडिकल कॉलेज में द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया है! पीड़िता, ओडिशा के जलेश्वर की रहने वाली है, उसे कथित तौर पर परिसर के बाहर से अगवा कर लिया गया और पास के जंगल में उसके साथ क्रूरतापूर्वक मारपीट की गई।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के असफल और अराजक शासन में पश्चिम बंगाल महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक बुरे सपने में बदल गया है। पूरे राज्य में – गाँवों से लेकर शहरों तक, अस्पतालों से लेकर घरों तक, महिलाएँ हर जगह असुरक्षित हैं। प्रशासन की जानबूझकर अपनाई गई तुष्टिकरण की नीति ने पुलिस जाँच को पंगु बना दिया है और हिंसक अपराधियों को खुली छूट दे दी है। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल को बलात्कारियों और अपराधियों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह बना दिया है।’
भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए दावा किया कि इस घटना से दुर्गापुर में भारी आक्रोश फैल गया है। उन्होंने दुर्गापुर में ममता सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे लोगों का एक वीडियो भी साझा किया। मालवीय ने कहा, ‘आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ हुए भयावह बलात्कार और हत्या की यादें ताजा हो गई हैं। दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) के आईक्यू सिटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा के साथ पास के एक जंगल में वासिफ अली और उसके साथियों ने सामूहिक बलात्कार किया। ओडिशा की निवासी पीड़िता का अभी इलाज चल रहा है और उसका बयान दर्ज कर लिया गया है।’
मालवीय ने आगे लिखा, ‘इस क्रूर अपराध के कारण दुर्गापुर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं और लोग ममता बनर्जी सरकार से त्वरित न्याय और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं रह गया है।’
उन्होंने आगे एक और पोस्ट में कहा, ‘कानून-व्यवस्था की यह बार-बार की विफलता ममता बनर्जी के प्रशासन के तहत एक परेशान करने वाले पैटर्न को उजागर करती है। पश्चिम बंगाल पुलिस को आरजी कर एमसीएच मामले के विपरीत, एक पारदर्शी और निष्पक्ष जाँच सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि दोषियों को कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा मिले।’
भाजपा के आरोपों पर तृणमूल कांग्रेस ने क्या कहा?
इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री शशि पांजा ने कहा कि भाजपा को महिलाओं के खिलाफ अपराध का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ऐसी घटनाओं को राजनीतिक चश्मे से देखती है। पांजा ने कहा, ‘माता-पिता ओडिशा से आ गए हैं और उन्होंने चल रही जाँच पर भरोसा जताया है, और पीड़िता की देखभाल की जा रही है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘भाजपा को महिलाओं के खिलाफ अपराध का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। भाजपा ऐसी घटनाओं को राजनीतिक चश्मे से देखती है, जो बेहद अनुचित है। और हम यह दोहराना नहीं चाहते कि कोलकाता पूरे भारत में सबसे सुरक्षित शहरों में से एक है। हमारी सरकार महिला और बालिका सशक्तिकरण के लिए काम करती है। मुख्यमंत्री महिलाओं के खिलाफ किसी भी तरह के अन्याय से समझौता नहीं करतीं। हमें जाँच पूरी होने का इंतजार करना होगा। भाजपा को ऐसी घटनाओं का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।’
क्या है पूरी घटना?
रेप की यह घटना पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान जिले में ओडिशा की एक मेडिकल कॉलेज छात्रा के साथ हुई है। पीड़िता के परिवार के अनुसार घटना शुक्रवार रात दुर्गापुर के एक निजी मेडिकल कॉलेज परिसर के बाहर हुई, जब द्वितीय वर्ष की छात्रा अपने एक दोस्त के साथ रात के खाने के लिए बाहर गई थी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि ओडिशा के जलेश्वर की रहने वाली मेडिकल छात्रा का फिलहाल पास के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘मेडिकल छात्रा के परिवार के सदस्यों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर हमने जांच शुरू कर दी है।’ पत्रकारों से बात करते हुए, छात्रा के माता-पिता ने कहा कि वे अपनी बेटी के दोस्तों की ओर से फोन आने के बाद शनिवार सुबह दुर्गापुर पहुंचे। मां ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी के साथ शुक्रवार रात करीब 10 बजे सामूहिक बलात्कार किया गया, जब वह अपने एक दोस्त के साथ रात के खाने के लिए कॉलेज परिसर से बाहर गई थी।
छात्रा के पिता ने कहा, ‘हमें उसके दोस्तों का फोन आया और हमने घटना के बारे में सुना। हम आज सुबह यहाँ आए और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मैंने सुना है कि कॉलेज का शैक्षणिक प्रदर्शन अच्छा है, इसलिए हमने अपनी बेटी को यहाँ मेडिकल की पढ़ाई के लिए भेजा था।’
घटना पर पुलिस ने क्या बताया है?
दूसरी ओर पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जाँच में पता चला है कि छात्रा शुक्रवार रात करीब 8-8.30 बजे अपनी सहेली के साथ कैंपस के बाहर गई थी। अधिकारी ने कहा, ‘जब तीन अज्ञात लोग वहाँ पहुँचे तो उसकी सहेली उसे अकेला छोड़कर चली गई। वे उसका फोन छीनकर कैंपस के बाहर जंगल में ले गए और उसके साथ बलात्कार किया। उसे धमकी दी गई कि अगर उसने किसी को घटना के बारे में बताया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।’
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने डॉक्टर से उसका मोबाइल फोन वापस करने के लिए पैसे भी माँगे। अधिकारी ने बताया कि छात्रा का बयान दर्ज कर लिया गया है। अधिकारी ने कहा, ‘हमने कल रात पीड़िता की सहेली से बात की। हम सीसीटीवी फुटेज खंगालने की कोशिश कर रहे हैं। सबूत इकट्ठा करने के लिए एक फोरेंसिक टीम मौके पर जाएगी।’
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की एक टीम पीड़िता और उसके माता-पिता से मिलने दुर्गापुर जा रही है। एनसीडब्ल्यू सदस्य अर्चना मजूमदार ने कहा, ‘बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। पुलिस ऐसे मामलों में कोई सक्रिय कदम नहीं उठा रही है। यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करूंगी कि वे आगे आएं और इस तरह के अपराधों में वृद्धि को रोकने के लिए मिलकर काम करें।’