मानसून की विदाई से ठीक पहले उत्तर प्रदेश और कई अन्य राज्यों में मौसम ने फिर करवट ली है। शुक्रवार सुबह से वाराणसी, भदोही और बलिया समेत पूर्वी यूपी के कई जिलों में बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने यूपी के 10 जिलों में भारी बारिश और 47 जिलों में हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया है। यह स्थिति अगले चार से पांच दिन तक बनी रह सकती है।
आईएमडी लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जबकि गुजरात तट पर सक्रिय सिस्टम भी यूपी में रुक-रुक कर बारिश ला सकता है।
गुरुवार को भी वाराणसी, नोएडा, कन्नौज, संभल, रामपुर, फतेहपुर और मऊ में झमाझम बारिश हुई थी। तेज बारिश के कारण कई जगह रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले भीगकर गिर गए। झांसी में एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें चार लोग नाव के सहारे ट्रैक्टर को नदी पार करा रहे थे।
मानसून का हाल
1 जून से 30 सितंबर तक के मानसून सीजन में यूपी को कुल मिलाकर सामान्य बारिश मिली। पश्चिमी यूपी में सामान्य से 12% ज्यादा (752.5 मिमी) बारिश दर्ज हुई, जबकि पूर्वी यूपी में 17% कम (666 मिमी) बारिश हुई। पूरे राज्य में औसतन 701.6 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य (746.2 मिमी) से 6% कम है और ‘नॉर्मल कैटेगरी’ में आती है।
इस दौरान तीन जिलों में बहुत कम बारिश हुई, 27 जिलों में सामान्य से कम, 13 जिलों में सामान्य से अधिक, 2 जिलों में बहुत अधिक और 30 जिलों में सामान्य बारिश दर्ज की गई। आईएमडी ने अक्टूबर में यूपी में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना जताई है।
देशभर में मौसम का हाल
आईएमडी ने शनिवार (4 अक्टूबर) को बिहार, पूर्वी यूपी, पूर्वोत्तर भारत, मध्य और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश व आंधी-तूफान का अलर्ट जारी किया है। बिहार, पूर्वी यूपी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी एमपी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश तट पर भी बारिश का अनुमान है।
पूर्वी यूपी और हिमाचल प्रदेश में बिजली गरजने के साथ आंधी का अलर्ट है। वहीं दिल्ली में 5 अक्टूबर को हल्की बूंदाबांदी या गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है, जबकि तापमान 22-24° C न्यूनतम और 34-36° C अधिकतम रह सकता है।
अरब सागर में ‘शक्ति’ चक्रवात
इस बीच, अरब सागर के उत्तर-पूर्वी हिस्से में बना ‘शक्ति’ चक्रवात तेजी से आगे बढ़ रहा है। आईएमडी के अनुसार, शुक्रवार शाम यह गुजरात के द्वारका से करीब 300 किमी पश्चिम, पाकिस्तान के कराची से 330 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और पोरबंदर से 360 किमी पश्चिम में केंद्रित था।
चक्रवात उत्तर महाराष्ट्र तट (मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग) पर 4 से 7 अक्टूबर के बीच असर डाल सकता है। इस दौरान 45–55 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जो झोंकों में 65 किमी/घंटा तक पहुंचेंगी। ‘शक्ति’ के और प्रबल होकर गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है।
आईएमडी ने महाराष्ट्र के आंतरिक इलाकों, खासकर विदर्भ और मराठवाड़ा में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उत्तर कोंकण के निचले क्षेत्रों में जलभराव और बाढ़ की स्थिति बनने की चेतावनी दी गई है।
महाराष्ट्र सरकार ने तटीय और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन को आपदा प्रबंधन प्रणाली सक्रिय करने, निकासी योजनाएं तैयार रखने, जनसाधारण को चेतावनी जारी करने और समुद्री यात्रा से बचने के निर्देश दिए हैं। मछुआरों को भी अरब सागर के उत्तर-पश्चिम, उत्तर-पूर्व और मध्य हिस्सों में 7 अक्टूबर तक न जाने की चेतावनी दी गई है।
हाल के वर्षों में अरब सागर में ‘तौतके’ (2021) और ‘बिपरजॉय’ (2023) जैसे तूफान बने थे। यहां बंगाल की खाड़ी की तुलना में कम चक्रवात आते हैं। मौजूदा अनुमान के अनुसार, ‘शक्ति’ चक्रवात अगले दो दिन तक समुद्र में सक्रिय रहेगा और सोमवार सुबह से इसका असर कमजोर पड़ने लगेगा।