नई दिल्ली: वरिष्ठ भाजपा नेता और खासकर दिल्ली की राजनीति में सक्रिय रहे विजय कुमार मल्होत्रा का मंगलवार सुबह निधन हो गया। वे 93 वर्ष के थे और दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे। अस्पताल की ओर से उनके निधन की जानकारी दी गई है। एम्स ने एक बयान में कहा, ’93 वर्षीय वरिष्ठ भाजपा नेता विजय कुमार मल्होत्रा जी को एम्स नई दिल्ली में भर्ती कराया गया था, जहां 30 सितंबर 2025 की सुबह उनका निधन हो गया।’
दिसंबर 1931 में लाहौर (अब पाकिस्तान) में जन्मे मल्होत्रा दिल्ली से पाँच बार सांसद और दो बार विधायक रहे। वे दिल्ली प्रदेश जनसंघ (1972-75) के अध्यक्ष और दो बार भाजपा दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष (1977-80, 1980-84) भी रहे। पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए विजय कुमार मल्होत्रा के निधन पर शोक जताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए मल्होत्रा को एक ‘उत्कृष्ट नेता’ बताया, जिन्हें लोगों के मुद्दों की गहरी समझ थी। प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा, ‘उन्होंने दिल्ली में हमारी पार्टी को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। उन्हें संसदीय मामलों में उनके हस्तक्षेप के लिए भी याद किया जाता है। उनके निधन से दुःख हुआ। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।’
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने भी अपनी संवेदना व्यक्त की और कहा कि मल्होत्रा का जीवन पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रेरित करता रहेगा। सचदेवा ने एक बयान में कहा, ‘हमें अत्यंत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली भाजपा के पहले अध्यक्ष प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा का आज सुबह आकस्मिक निधन हो गया।’
उन्होंने कहा, ‘प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा का जीवन सादगी और जनसेवा के प्रति समर्पण का उदाहरण था। उन्होंने जनसंघ काल से ही दिल्ली में आरएसएस की विचारधारा के प्रसार के लिए व्यापक रूप से कार्य किया। उनका जीवन हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को सदैव प्रेरित करता रहा है और करता रहेगा।’
दिल्ली भाजपा को मजबूत करने में दिया बड़ा योगदान
विजय कुमार मल्होत्रा की बड़ी भूमिका दिल्ली भाजपा को बनाने, खड़ा करने और उसकी मौजूदगी बनाए रखने में रही। दिल्ली भाजपा में केदार नाथ साहनी और मदन लाल खुराना के साथ उनका सक्रिय योगदान रहा। विजय कुमार मल्होत्रा की सबसे बड़ी राजनीतिक जीत 1999 के लोक सभा चुनाव में रही जब उन्होंने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भारी अंतर से हराया।
मल्होत्रा पिछले 45 वर्षों में दिल्ली से 5 बार सांसद और 2 बार विधायक रहे हैं। साल 2004 के लोकसभा चुनावों में, मल्होत्रा दिल्ली में अपनी सीट जीतने वाले एकमात्र भाजपा उम्मीदवार थे। राजनीति से इतर मल्होत्रा की पहचान एक शिक्षाविद के तौर पर भी रही। उन्होंने हिंदी साहित्या में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की और सामाजिक कार्यों में भी शामिल रहे।
संयोग ये भी रहा कि उनका निधन प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर दिल्ली भाजपा के पहले स्थायी प्रदेश कार्यालय का उद्घाटन करने के ठीक एक दिन बाद हुआ है। पार्टी नेताओं ने बताया कि मल्होत्रा लंबे समय से इसकी कल्पना कर रहे थे। पार्टी ने कहा है कि उनका पार्थिव शरीर आज पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रशंसकों के अंतिम दर्शन के लिए 21, गुरुद्वारा रकाबगंज रोड स्थित उनके आधिकारिक आवास पर लाया जाएगा।