तेल अवीव: हमास ने सभी जीवित बचे इजराइली बंधकों को रिहा कर दिया है। हमास ने दो बार में बंधकों को रिहा किया। सबसे पहले सात बंधक सोमवार को सुरक्षित रूप से इजराइल लौटे। इसके बाद हमास ने शेष जीवित बचे 13 और बंंधकों को रिहा किया। इजराइल वॉर रूम की एक्स पर पोस्ट के अनुसार रिहा हुए शुरुआती बंधकों में एतान मोर, गली बर्मन, जिव बर्मन, मतान अंगरेस्ट, ओमरी मीरान, गाई गिल्बोआ-डैलाल और एलन ओहेल शामिल हैं। इन्हें इजराइली रक्षा बलों (आईडीएफ) और इजराइली सुरक्षा एजेंसी (आईएसए) के जवानों ने गाजा से इजराइली क्षेत्र में पहुँचाया, जहाँ उनकी प्रारंभिक चिकित्सा जांच की गई। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इजराइल पहुंच गए हैं।
इजराइली परिवारों में खुशी और भावुकता के पल
जो रिहा हुए बंधक अपने इजराइल वापस पहुंचे हैं, उनके परिवारों में जबर्दस्त खुशी है। इन भावुक परिवारों के कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। ऐसा ही एक वीडियो इनाव जैगाकर का है रिहा हुए अपने बेटे मतान से बात करती नजर आ रही हैं। रिहा होने के कुछ देर बाद ही उन्होंने अपने बेटे से फोन पर वीडियो कॉल के जरिए बात किया। इसमें वे कहती हैं, ‘तुम घर आ रहे हो। अब कोई युद्ध नहीं है। कोई युद्ध नहीं है। यह खत्म हो गया है। मैं तुमसे प्यार करती हूँ।’
ऐसे ही एलन ओहेल का परिवार भी अपनी खुशी जताता नजर आया। ओहेल का परिवार उत्साहित होकर एक वीडियो में कहता नजर आ रहा है, ‘वो अपने पैरों पर खड़ा है।’
एक सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार रिहाई से पहले हमास द्वारा बंधक बनाए गए कई लोगों को अपने परिवारों से दो साल में पहली बार बात करने का मौका मिला। हमास ने इन कॉल के लिए सुविधा प्रदान की, जिससे बंधकों के इजराइल लौटने से पहले परिवारों को बातचीत का एक छोटा लेकिन भावनात्मक अवसर आखिरकार मिला।
आईडीएफ ने पुष्टि की है कि लौटने वाले बंधकों से कमांडरों और सैनिकों ने मुलाकात की और यात्रा के दौरान उन्हें सलामी दी और गले लगाया। सेना ने जनता से जिम्मेदारी से काम लेने और लौटने वाले बंधकों की निजता का सम्मान करने का आग्रह किया है, और केवल आधिकारिक जानकारी पर ही भरोसा करने को कहा है।
दूसरे बैच में 13 और बंधकों की रिहाई
इजराइली सेना ने इस अभियान को ‘ऑपरेशन रिटर्निंग होम’ नाम दिया है। आईडीएफ के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल जमीर बंधक इस अभियान की निगरानी कर रहे हैं। जमीर ने कहा, ‘यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। हम युद्ध के निर्धारित उद्देश्यों के एक महत्वपूर्ण हिस्से को साकार करने में सफल हो रहे हैं। यह एक ऐसी घटना है जिसमें आपने अग्रिम पंक्ति में तैनात आईडीएफ सैनिकों के साथ मिलकर कुछ अद्भुत उपलब्धि हासिल की है। हमारा मिशन तब तक समाप्त नहीं होगा जब तक आखिरी बंधक वापस नहीं आ जाता।’
मुक्त किए गए सात बंधकों को प्रारंभिक चिकित्सा जांच और उनके परिवारों से मिलाने के लिए रीम के पास एक सैन्य केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया है। आईडीएफ ने कुछ देर बाद बताया है कि शेष 13 जीवित बंधकों को प्राप्त करने के लिए तैयार है। इन्हें हमास द्वारा पहले रेड क्रॉस को सौंप दिए जाने की उम्मीद है।
इजराइल पहुंचे डोनाल्ड ट्रंप
दूसरी ओर बंधकों की अदला-बदली जारी रहने के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को इजराइल पहुँचे। इज़राइल के शीर्ष नेतृत्व ने उनका स्वागत किया। अमेरिकी राष्ट्रपति के विमान एयर फोर्स वन के इजराइली हवाई क्षेत्र में प्रवेश करते ही एयर कंट्रोल ने आभार व्यक्त करते हुए एक विशेष संदेश दिया, जिसमें कहा गया कि उनकी यात्रा ‘लोगों के लिए गहरे मायने रखती है।’
बेन गुरियन हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति आइजैक हर्जोग और उनकी पत्नी मिशल, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी पत्नी सारा नेतन्याहू, जेरेड कुशनर और इवांका ट्रंप, राजदूत माइक हुकाबी और मध्य पूर्व के लिए अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ भी ट्रंप का स्वागत करने के लिए मौजूद थे।
बाद में इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति की गाड़ी में साथ बैठ जब उनका काफिला हवाई अड्डे से रवाना हुआ। काफिले के रवाना होने से कुछ क्षण पहले ट्रंप को गाड़ी की खिड़की पर हाथ रखे और एक कागज पकड़े देखा गया।
ट्रंप का इजराइली संसद- नेसेट में बंधकों के परिवारों से मिलने का कार्यक्रम है। ट्रंप के इजराइली संसद को संबोधित करने की भी संभावना है।