बरेलीः उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय के नेतृत्व में बरेली जा रहे समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को पुलिस द्वारा रोका गया। इसके पीछे पुलिस ने जिले में संवेदनशील परिस्थितियों का हवाला दिया क्योंकि पिछले हफ्ते यहां पर ‘आई लव मुहम्मद’ विवाद के चलते हिंसा हुई थी। समाजवादी पार्टी ने घोषणा की थी वह स्थिति का जायजा लेने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजेगी। लेकिन नेता प्रतिपक्ष को लखनऊ पुलिस द्वारा घर से बाहर नहीं निकलने दिया। लखनऊ पुलिस ने उन्हें बरेली के जिला मजिस्ट्रेट अविनाश सिंह का पत्र थमा दिया।
माता प्रसाद पाण्डेय को इससे पहले स्थानीय पीजीआई थाने के एसएचओ द्वारा एक नोटिस जारी किया गया था। हालांकि, उन्होंने इस नोटिस को मानने से इंकार कर दिया और कहा कि यह डीएम की ओर से होना चाहिए। बाद में उन्हें बरेली के डीएम को पत्र सौंपा गया।
माता प्रसाद पाण्डेय ने क्या कहा?
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में पाण्डेय ने कहा कि पार्टी का 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जिसमें सांसद शामिल थे, आज बरेली पहुंचने वाला था क्योंकि हमें फोन कॉल और मैसेज मिल रहे थे कि…निर्दोष लोगों को जेल भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा इरादा सच्चाई का पता लगाना और जरूरतमंदों की मदद करना था।
उन्होंने कहा कि सासंद दिल्ली से निकल चुके थे लेकिन उन्हें उनके निर्वाचन क्षेत्रों में घर से निकलने से रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि मुझे आज सुबह 8 बजे लखनऊ से रवाना होना था। मैं पिछली रात सिद्धार्थनगर के अपने विधानसभा क्षेत्र से पीजीआई क्षेत्र में अपने घर पहुंचा जहां मेरे घर के बाहर पुलिसकर्मी तैनात थे। इस दौरान सब-इंस्पेक्टर ने स्थानीय एसएचओ द्वारा दिया गया नोटिस मुझे दिया। इस नोटिस में कहा गया था कि मुझे बरेली जाने की अनुमति नहीं है क्योंकि इससे कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है।
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उन्होंने आगे कहा कि कैसे एक सब-इंस्पेक्टर मुझे ऐसा प्रतिबंधात्मक आदेश दे सकता है? आज सुबह पुलिस ने मुझे बरेली के डीएम का एक पत्र सौंपा। इस पत्र में जिले में लागू प्रतिबंधात्मक आदेशों का हवाला दिया गया था… और कहा गया था मेरे वहां जाने से परिस्थिति बिगड़ सकती है और कानून-व्यवस्था खराब हो सकती है। इसलिए डीएम के पत्र में मुझे घर पर रहने को कहा गया।
भाजपा पर साधा निशाना
माता प्रसाद पाण्डेय ने सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे सिस्टम से क्या ही आशा की जा सकती है जहां मुख्यमंत्री खुद कहते हैं ‘मैं इनको सबक सिखाउंगा।’
उन्होंने आगे कहा कि जिले में तो एहतियाती आदेश लागू हैं लेकिन उसकी सीमाओं के बाहर नहीं। उन्हें हमें जिले की सीमाओं पर ही रोकना चाहिए था न कि हमारे घरों में। उन्होंने कहा कि पुलिसवाले मुझे लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय तक जाने नहीं दे रहे हैं।
बरेली में भी पुलिस ने समाजवादी पार्टी के कई नेताओं को नजरबंद किया है। इनमें आंवला से सांसद नीरज मौर्या, भोजीपुरा विधायक शहजिल इस्लाम समेत कई अन्य नेताओं को नजरबंद किया गया है। इसके अलावा सपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता नेहा यादव, सपा जिलाध्यक्ष शिव चरण कश्यप समेत अन्य नेताओं को नजरबंद किया गया है।