ब्राजील और अमेरिका के बीच के रिश्ते पूरी तरह तनावभरे हो चुके हैं। ऐसा राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा के बयान से साफ हो चुका है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अक्सर आलोचना करने वाले ब्राजील के राष्ट्रपति लूला ने बीबीसी को दिए इंटरव्यू में साफ-साफ कहा कि उनका ट्रंप से कोई रिश्ता नहीं है।
जुलाई में ट्रंप ने ब्राजील के सामानों पर 50% का शुल्क (टैरिफ) लगा दिया था, जबकि अमेरिका का आमतौर पर ब्राजील के साथ व्यापार सरप्लस रहता है। ट्रंप ने इसके साथ ही ब्राजील के संघीय सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश एलेक्जेंडर डी मोरेस पर भी प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।
ट्रंप ने इस फैसले के पीछे पूर्व ब्राजीलियाई राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के खिलाफ चल रहे तख्तापलट के आरोपों से जुड़े मुकदमे को एक कारण बताया। मोरेस वर्तमान में बोल्सोनारो के खिलाफ मामले की देखरेख कर रहे हैं। बोल्सोनारो पर 2022 के राष्ट्रपति चुनाव में हार के बाद सत्ता हथियाने की कोशिश करने का आरोप है।
ट्रंप ने जायर बोल्सोनारो के खिलाफ हुए मुकदमे को राजनीतिक सजा की संज्ञा दी थी। साथ ही उन्होंने ब्राजील को ‘घटिया व्यापारिक साझेदार’ कहा था। इस घटना के बाद से दोनों नेताओं ने कभी सीधे बात नहीं की।
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‘ट्रंप की गलतियों की कीमत अमेरिका को चुकानी पड़ेगी’
लूला ने इन शुल्कों को पूरी तरह से राजनीतिक बताया है और चेतावनी दी कि इसका खामियाजा अमेरिकी उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ेगा, जिन्हें ब्राजीलियाई उत्पादों जैसे कॉफी और मांस के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि अमेरिकी लोग उन गलतियों की कीमत चुकाएंगे जो राष्ट्रपति ट्रंप ब्राजील के साथ अपने संबंधों में कर रहे हैं।
जब लूला से पूछा गया कि उन्होंने ट्रंप से संपर्क करने की कोशिश क्यों नहीं की, तो उन्होंने बीबीसी को बताया, “मैंने कभी फोन करने की कोशिश नहीं की क्योंकि वह कभी बातचीत करना ही नहीं चाहते थे।” हालांकि ट्रंप ने पहले कहा था कि लूला उन्हें कभी भी कॉल कर सकते हैं। लेकिन लूला ने जोर देकर कहा कि ट्रंप प्रशासन के लोग बात नहीं करना चाहते।
लूला ने यह भी बताया कि उन्हें इन शुल्कों के बारे में ब्राजील के अखबारों से पता चला था। उन्होंने ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर ऐसी घोषणा करना सभ्य तरीका नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने बस अपने पोर्टल – सोशल मीडिया पर इन्हें प्रकाशित कर दिया। जब उनसे अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ उनके संबंधों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि कोई संबंध नहीं है।
‘ट्रंप दुनिया के बादशाह नहीं‘
ट्रंप के साथ खराब संबंधों के बावजूद, लूला ने कहा कि उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतियों, यूके के प्रधानमंत्रियों, यूरोपीय संघ, चीन, यूक्रेन, वेनेजुएला और अन्य देशों के साथ मजबूत संबंध बनाए रखे हैं। उन्होंने रूस के व्लादिमीर पुतिन के साथ अपने संबंधों का बचाव करते हुए कहा कि उनका संबंध तब शुरू हुआ था जब दोनों पिछली बार राष्ट्रपति थे।
लूला ने कहा कि ट्रंप के साथ मेरा कोई संबंध नहीं है क्योंकि जब ट्रंप पहली बार चुने गए थे, तब मैं राष्ट्रपति नहीं था। उनका संबंध बोल्सोनारो के साथ है, ब्राजील के साथ नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वे संयुक्त राष्ट्र महासभा में ट्रंप से मिलते हैं, तो वे उनका अभिवादन करेंगे क्योंकि वे एक सभ्य नागरिक हैं, लेकिन साथ ही जोड़ा, ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति हो सकते हैं, लेकिन वह दुनिया के बादशाह नहीं हैं!
लूला ने बोल्सोनारो पर भी बात की, जिन्हें हाल ही में ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट ने तख्तापलट की साजिश रचने का दोषी पाया और 27 साल की जेल की सजा सुनाई है। लूला ने कहा कि बोल्सोनारो और उनके साथी षड्यंत्रकारियों ने देश को चोट पहुँचाई, तख्तापलट का प्रयास किया और मेरी मौत की साजिश रची।
उन्होंने ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा कि ट्रंप यह दावा कर रहे हैं कि बोल्सोनारो को प्रताड़ित किया जा रहा है और ब्राजील में लोकतंत्र की कमी है। 6 जनवरी 2021 को अमेरिका में हुए कैपिटल दंगे पर लूला ने कहा कि अगर ऐसी ही घटना ब्राजील में हुई होती, तो ट्रंप पर मुकदमा चलाया जाता।
लूला ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पाँच स्थायी सदस्यों को वीटो शक्ति देने के लिए संयुक्त राष्ट्र की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह यूएन को संघर्षों को हल करने से रोकता है और उन देशों को बहुत अधिक शक्ति देता है जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध जीता था, जिसमें ब्राजील, जर्मनी, भारत, जापान के साथ-साथ अरबों लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले अफ्रीकी देशों को बाहर रखा गया है।”
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रूस से तेल खरीद का किया बचाव
इसके अलावा, उन्होंने रूस और चीन के साथ ब्राजील के गठबंधनों का बचाव किया। उन्होंने कहा कि ब्राजील रूस से तेल सिर्फ इसलिए खरीदता है क्योंकि उसे तेल की जरूरत है, न कि यूक्रेन में रूस के युद्ध को वित्तपोषित करने के लिए। उन्होंने गाजा में चल रहे संघर्ष को युद्ध के बजाय नरसंहार बताया।
लूला ने अमेजन नदी के पास ब्राजील की तेल खोज पर भी बात की, जो एक विवादास्पद मुद्दा है। उन्होंने कहा कि ब्राजील कानून का पालन कर रहा है, और सरकार किसी भी तेल रिसाव के लिए जिम्मेदार होगी। उन्होंने कहा, “ब्राजील किसी भी समस्या के लिए जिम्मेदार होगा और उसकी देखभाल करेगा।” उन्होंने आगे कहा कि मैं जानना चाहता हूँ कि कौन सा देश ऊर्जा परिवर्तन के लिए तैयार है और जीवाश्म ईंधन को छोड़ने में सक्षम है।
79 वर्षीय लूला ने अपने अंतिम संबोधन में कहा कि उन्होंने 2026 में फिर से चुनाव लड़ने का फैसला नहीं किया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला उनके स्वास्थ्य, उनकी पार्टी, राजनीतिक समय और चुनाव जीतने की संभावना पर निर्भर करेगा। हाल के चुनावों में लूला की लोकप्रियता में गिरावट आई थी, लेकिन ट्रंप द्वारा शुल्क लगाए जाने के बाद उन्हें समर्थन मिला है।