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तेलंगाना सुरंग हादसाः फंसे हुए लोगों से नहीं हो सका संपर्क, बचाव अभियान में शामिल सेना के जवान

हैदराबादः तेलंगाना के नगरकुर्नूल जिले में शनिवार को एक निर्माणाधीन सुरंग की छत ढहने से आठ मजदूर फंस गए थे। हालांकि, अभी तक फंसे हुए लोगों से बचावकर्मियों का संपर्क नहीं हो पाया है। बचाव अभियान में एनडीआरएफ की टीम के साथ सेना के जवान भी शामिल हो गए हैं। 

इस मामले में जिला कलेक्टक बी संतोष ने पीटीआई से कहा कि ” अभी तक, हम उनसे (फंसे हुए लोग) संपर्क नहीं कर पाए हैं।” उन्होंने कहा कि बचावकर्मी अंदर जाकर देखेंगे तभी हम कुछ कह पाएंगे।

फंसे हुए हैं आठ मजदूर

श्रीशैलम लेफ्ट बैंक नहर परियोजना के तहत निर्माणाधीन सुरंग के करीब 14 किमी अंदर आठ मजदूर फंसे हुए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, करीब 51 मजदूर खुदाई कर रहे थे तभी छत का एक हिस्सा ढह गया। यह घटना शनिवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे हुई। बहुत से कर्मचारी भाग निकले लेकिन कुछ फंस गए। फंसे हुए लोगों में दो साइट इंजीनियर भी शामिल हैं।

निर्माणाधीन सुरंग एसएलबीसी परियोजना का हिस्सा है। इसका उद्देश्य श्रीशैलम जलाशय से नलगोंडा को 30 टीएमसी फीट यानी 30 हजार मिलियन क्यूबिक फीट पानी उपलब्ध कराना है। 

अब तक क्या हुआ ? 

हिंदुस्तान टाइम्स ने समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से लिखा है कि जिला कलेक्टर बी संतोष ने बताया कि बचाव दल उस स्थान तक पहुंच गया है जहां पर सुरंग खोदने वाली मशीन काम कर रही थी। उन्होंने यह भी कहा कि सुरंग में गाद की मौजूदगी की वजह से बचावकर्मियों को आगे बढ़ने में समस्या हो रही है। बचाव कार्य के बीच सुरंग में ऑक्सीजन और बिजली की आपूर्ति उपलब्ध करा दी गई है और पानी निकालने का काम चल रहा है। 

बचाव कार्य में एनडीआरएफ की चार टीमों के साथ-साथ सेना के 24 जवान और एसडीआरएफ की टीमें शामिल हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भारतीय सेना के जवान प्रयासों में तेजी लाने के लिए इन टीमों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सीएम रेवंत रेड्डी से बचाव कार्य का अपडेट लेने के लिए बात की। उन्होंने राज्य सरकार से फंसे हुए मजदूरों को बचाने में कोई कसर न छोड़ने का आग्रह किया। वहीं, तेलंगाना के गर्वनर जिष्णु देव वर्मा ने भी जिला कलेक्टर को फोन कर बचाव कार्य की स्थिति के बारे में जायजा लिया। 

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