पटनाः तेजस्वी यादव ने बिहार में जारी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान खुद को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया। ऐसे में बिहार चुनाव से पहले इसे एक बड़ी घोषणा के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि इससे पहले इंडिया गठबंधन की ओर से सीएम पद का उम्मीदवार किसी को नहीं घोषित किया गया था। तेजस्वी यादव ने यह घोषणा तब की जब मंच पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव मौजूद थे।
राहुल गांधी से इससे पहले जब सीएम पद के चेहरे के बारे में सवाल पूछा गया था तो जवाब देने से बचते नजर आए थे या सवाल को टालते रहे थे।
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना
तेजस्वी यादव ने आरा में एक रैली के संबोधन के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्हें “नकलची” करार दिया। इस दौरान तेजस्वी ने लोगों से पूछा कि उन्हें ऑरिजिनल सीएम चाहिए कि नहीं।
रैली को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर उनकी नीतियों की नकल कर घोषणा करने का आरोप लगाया। इस दौरान तेजस्वी ने संबोधित करते हुए कि तेजस्वी आगे-आगे चल रहा है। इसके बाद तेजस्वी जनता से भी इस बारे में पूछते नजर आए। तेजस्वी ने जनता से पूछा “उन्हें ऑरिजिनल सीएम चाहिए या डुप्लिकेट।”
तेजस्वी से पहले सभा को राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने भी संबोधित किया। राहुल गांधी ने बोलते हुए कहा “बिहार से क्रांति शुरू होती है और आपने दिखाया कि बिहार से ही क्रांति ‘वोट अधिकार यात्रा’ शुरू हुई और पूरे देश में फैलने जा रही है।”
अखिलेश यादव ने मंच से बोलते हुए कहा “इस बार मगध से आपकी जिम्मेदारी है भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए। मैं नारा देता हूं कि अबकी बार बिहार से बाहर बीजेपी जाने वाली है।”
इस दौरान अखिलेश यादव ने भाजपा पर इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए कि अब लोग भाजपा को इस्तेमाली पार्टी बोल रहे हैं।
बिहार चुनाव से पहले गहमागहमी
चुनाव जैसे-जैसे करीब आते जा रहे हैं पार्टियों के बीच में गहमागहमी बढ़ती जा रही है। ऐसे में तेजस्वी के इस बयान के भी राजनैतिक विश्लेषक अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं। तेजस्वी की इस घोषणा के बाद कहीं इंडिया गठबंधन में दरार तो नहीं नजर आने लगेगी क्योंकि सीएम के पद को लेकर इससे पहले अभी तक कोई बयान सार्वजनिक मंच से नहीं दिया गया।
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वहीं, जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने तेजस्वी के सीएम के रूप में घोषणा करने की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी मुख्यमंत्री के सवाल पर चुप हैं और तेजस्वी यादव खुद को मुख्यमंत्री का दावेदार घोषित कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को जो रिस्पांस मिला है उससे आरजेडी में बहुत खलबली है। राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता को उन्होंने आरजेडी के लिए खतरनाक बताया है।
‘वोटर अधिकार यात्रा’
गौरतलब है कि बिहार में 17 अगस्त से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू हुई थी। यात्रा का समापन एक सितंबर को पटना में होगा। इस दौरान एक विशाल रैली पटना में होगी।
वोटर अधिकार यात्रा में इंडिया गठबंधन के कई नेता नजर आए। अखिलेश यादव से पहले इसी हफ्ते तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन भी नजर आए थे। वहीं, वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी भी इस यात्रा में आईं थीं।
बिहार विधानसभा चुनाव की 243 विधानसभा सीटों के लिए इसी साल अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने हैं। विपक्ष यहां पर वोटर अधिकार यात्रा के जरिए चुनावी हुंकार भरता दिखाई दे रहा है और सत्तारूढ़ एनडीए पर निशाना साध रहा है। इसके साथ ही चुनाव आयोग द्वारा कराए जा रहे एसआईआर को लेकर भी विपक्ष सवाल उठा रहा है।