Friday, October 10, 2025
Homeभारततमिलनाडुः शराब घोटाले को लेकर विरोध प्रदर्शन से पहले हिरासत में लिए...

तमिलनाडुः शराब घोटाले को लेकर विरोध प्रदर्शन से पहले हिरासत में लिए गए अन्नामलाई समेत कई नेता

चेन्नईः तमिलनाडु में कथित शराब घोटाले को लेकर प्रदर्शन से पहले पुलिस ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के.अन्नामलाई समेत अन्य नेताओं को हिरासत में लिया है। हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा कथित 1,000 करोड़ रुपये की अनियमितताओं को लेकर भाजपा ने शहर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था। 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई को उनके घर के बाहर से हिरासत में लिया गया। अन्नामलाई के साथ उनके समर्थकों को भी हिरासत में लिया गया। 

अन्नामलाई ने किया पोस्ट

अन्नामलाई ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में आरोप लगाते हुए लिखा है कि पुलिस द्वारा पार्टी के शीर्ष नेताओं को घर में नजरबंद किया गया है। इन नेताओं में तमिलिसाई सौंदर्यराजन भी शामिल हैं। 

इसके साथ ही महिला मोर्चा की प्रमुख और कोयंबटूर से विधायक वनथि श्रीनिवासन, विनोज पी सेल्वम और अमर प्रसाद रेड्डी को भी हिरासत में लिया गया है। अन्नामलाई ने कहा है कि तमिलनाडु राज्य विपणन निगम यानी टीएएसएमएसी में 1,000 करोड़ का घोटाला हुआ है और पार्टी मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी रखेगी।

इससे पहले ईडी ने कहा था कि उसे टीएएसएमएसी में कई अनियमितताएं मिली हैं। इन अनियमितताओं में निविदा प्रक्रियाओं में हेरफेर और डिस्टिलरी कंपनियों के माध्यम से 1,000 करोड़ रुपये का लेनदेन शामिल है। 

केंद्रीय एजेंसी का दावा है कि छह मार्च को टीएएसएमएसी के कर्मचारियों, डिस्टिलरी के कॉर्पोरेट कार्यालयों पर छापेमारी के बाद भ्रष्ट आचरणों के सबूत मिले हैं।

आबकारी मंत्री सेंथिल बालाजी के सहयोगियों के यहां भी छापेमारी की गयी लेकिन उन्होंने आरोपों से इंकार करते हुए ईडी के छापेमारी को राजनीति से प्रेरित बताया। बालाजी ने आरोप लगाया कि ईडी को हिंदी थोपने और परिसीमन को लेकर डीएमके और भाजपा के बीच टकराव के कारण प्रतिद्वंद्वी दलों को निशाना बनाने के लिए उतारा गया था।

बालाजी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि ईडी ने एफआईआर की कोई जानकारी नहीं दी है कि किस आधार पर उन्होंने कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि कैश के हस्तांतरण और परिवहन में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। बालाजी के मुताबिक, जो भी अनियमितताएं हुई हैं, वह टीएएसएमएसी के बाहर की बॉटलिंग फर्मों द्वारा हैं। इसमें  तमिलनाडु सरकार का कोई रोल नहीं है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

मनोज मोहन on कहानीः याद 
प्रकाश on कहानीः याद 
योगेंद्र आहूजा on कहानीः याद 
प्रज्ञा विश्नोई on कहानीः याद 
डॉ उर्वशी on एक जासूसी कथा