जम्मू: लगातार बारिश और बाढ़ की मार झेल रहे जम्मू-कश्मीर में रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित है। चार दिन से जम्मू डिवीजन में रेल सेवाएँ लगभग ठप हैं, लेकिन ऐसे मुश्किल हालात में उत्तरी रेलवे ने शनिवार को एक बड़ा कदम उठाया। जम्मू रेलवे स्टेशन से दो विशेष ट्रेनें चलाकर 1,200 से अधिक फंसे हुए यात्रियों को उनके घरों तक पहुँचाया।
पिछले कई दिनों से जम्मू-कश्मीर में बेमौसम बारिश और बाढ़ ने रेल सेवा को पूरी तरह ठप कर दिया था। रेलवे के कई पुल और ट्रैक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे। हालात के देखत हुए उत्तर रेलवे ने जम्मू स्टेशन से दो विशेष आरक्षित ट्रेनें चलाईं। पहली, जम्मू तवी–अम्बेडकर नगर स्पेशल ट्रेन दोपहर 3 बजे रवाना हुई, जिसमें लगभग 674 यात्री थे। दूसरी, जम्मू तवी–छपरा स्पेशल ट्रेन शाम 5 बजे 560 से अधिक यात्रियों को लेकर निकली।
रविवार भी चलेंगी 3 विशेष ट्रेनें
उत्तरी रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि 31 अगस्त को भी जम्मू स्टेशन से यात्रियों की सुविधा के लिए तीन विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। इनमें जम्मू–नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन (04674) शाम 6 बजे जम्मू से रवाना होगी, जम्मू–चेन्नई स्पेशल (04676) शाम 4 बजे चलेगी और जम्मू–कोलकाता स्पेशल (03152) दोपहर 2 बजे प्रस्थान करेगी।
इस बीच, दो आरक्षित विशेष ट्रेनों को छोड़कर शनिवार को लगातार पांचवें दिन जम्मू रेलवे स्टेशन से किसी भी नियमित ट्रेन का न तो आगमन हुआ और न ही प्रस्थान। भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ के कारण मिट्टी कटाव और पुलों को हुए नुकसान ने रेल ढांचे को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है।
शनिवार को जम्मू आने और जाने वाली कुल 51 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा। इनमें से एक ट्रेन को बीच में ही समाप्त कर दिया गया जबकि दो अन्य को छोटे मार्ग से चलाया गया। रविवार को भी 59 ट्रेनें रद्द रहेंगी। इनमें 25 जम्मू से चलने वाली और 29 जम्मू, कटरा व उधमपुर पहुंचने वाली ट्रेनें शामिल हैं।
पटरियों और पुलों को भारी नुकसान
अधिकारियों ने बताया कि अचानक आई बाढ़ और मिट्टी के कटाव से जम्मू डिवीजन में कई पुल और ट्रैक बुरी तरह टूट गए हैं। कठुआ और माधोपुर के बीच पुल नंबर 17 और हीरानगर और घगवाल के बीच पुल नंबर 137 को भी भारी नुकसान पहुँचा है।
हालाँकि रेलवे मरम्मत का काम ‘युद्ध स्तर’ पर कर रहा है, लेकिन सामान्य रेल सेवा को पूरी तरह से बहाल होने में अभी समय लगेगा। सूत्रों के मुताबिक, पूरी तरह से दोहरी पटरी को ठीक होने में कम से कम तीन से चार हफ्ते लग सकते हैं।
पिछले चार दिनों से जम्मू, कटरा और उधमपुर रेलवे स्टेशनों पर कोई सामान्य गाड़ी न तो आई और न ही गई। हालांकि, कटरा से श्रीनगर के बीच वंदे भारत सेवा बिना किसी बाधा के जारी है। ऐसे में यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। स्टेशन पर फंसे लोगों में ज्यादातर बाहर से आए मजदूर, छात्र और छोटे व्यापारी हैं, जो अब इन विशेष ट्रेनों से अपने घर लौट पा रहे हैं।
चूंकि अभी सामान्य रेल सेवा शुरू नहीं हो सकती है, इसलिए अधिकारी एक ही पटरी पर दिल्ली और जम्मू के बीच कुछ और स्पेशल ट्रेनें चलाने की संभावना तलाश रहे हैं। यह उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत होगी जो पिछले कई दिनों से यहाँ फँसे हुए हैं। कटरा और जम्मू के बीच की पटरी को रविवार तक बहाल करने की कोशिशें चल रही हैं, क्योंकि चक रखवाल में पुल नंबर 163 की मरम्मत का काम लगभग पूरा होने वाला है।