Friday, October 10, 2025
Homeभारतजॉर्ज सोरोस समर्थित संस्थाओं पर कार्रवाई, भारत में 8 ठिकानों पर ईडी...

जॉर्ज सोरोस समर्थित संस्थाओं पर कार्रवाई, भारत में 8 ठिकानों पर ईडी की रेड, क्या है मामला?

नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को जॉर्ज सोरोस द्वारा समर्थित कुछ संस्थाओं पर छापेमारी की है। ईडी मुख्यालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि ईडीएफ और ओपन सोर्स फाउंडेशन समेत कई संस्थाओं की जांच के लिए बेंगलुरु में कुल आठ जगहों पर छापेमारी की गई है। 

छापेमारी की कार्रवाई फेमा उल्लंघन की जांच के लिए की गई है। ईडी द्वारा की गई प्रारंभिक जांच से पता चला है कि सोरोस और उनके ओपन सोसायटी फाउंडेशन (ओएसएफ) को 2016 में गृह मंत्रालय द्वारा पूर्व संदर्भ श्रेणी में रखा गया था, जिससे इसे भारत में गैर-सरकारी संगठनों को अनियमित दान देने से प्रतिबंधित कर दिया गया था।

प्रतिबंध से बचने की रणनीति

बताया गया कि इस प्रतिबंध से छुटकारा पाने के लिए ओएसएफ ने भारत में सहायक कंपनियां बनाईं और एफडीआई और परामर्श शुल्क के रूप में पैसा भारत लाया गया। इस पैसे का उपयोग एनजीओ की गतिविधियों को राशि देने के लिए किया गया, जो फेमा कानून का उल्लंघन है।

जानकारी के अनुसार, ईडी सोरोस, ईडीएफ और ओएसएफ द्वारा लाए गए अन्य एफडीआई फंडों के अंतिम उपयोग की भी जांच कर रहा है। ईडी की छापेमारी में मेसर्स एस्पाडा इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड की तलाशी भी शामिल है, जो भारत में एसईडीएफ का निवेश सलाहकार/फंड मैनेजर है और मॉरीशस इकाई की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।

 जॉर्ज सोरोस पर भाजपा के आरोप

जॉर्ज सोरोस हंगरी मूल के अमेरिकी कारोबारी हैं। अमेरिका और ब्रिटेन के शेयर बाजारों में उनका काफी नाम है। कुछ महीने पहले जॉर्ज सोरोस की भारत में काफी चर्चा हुई थी। उन्हें कांग्रेस का करीबी माना जाता है। भाजपा ने जॉर्ज सोरोस पर भारत के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही भारत को लेकर जॉर्ज सोरोस अन्य कई विवादों में भी घिरे रहे हैं।

(यह खबर समाचार एजेंसी आईएएनएस फीड द्वारा प्रकाशित है। शीर्षक बोले भारत डेस्क द्वारा दिया गया है)

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

मनोज मोहन on कहानीः याद 
प्रकाश on कहानीः याद 
योगेंद्र आहूजा on कहानीः याद 
प्रज्ञा विश्नोई on कहानीः याद 
डॉ उर्वशी on एक जासूसी कथा