Thursday, October 9, 2025
Homeभारत'लद्दाख हिंसा के लिए सोनम वांगचुक जिम्मेदार', गृह मंत्रालय ने क्या कुछ...

‘लद्दाख हिंसा के लिए सोनम वांगचुक जिम्मेदार’, गृह मंत्रालय ने क्या कुछ बताया? भाजपा बोली- ‘कांग्रेस की नापाक साजिश…’

इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि लद्दाख में हिंसा बांग्लादेश, नेपाल और फिलीपींस जैसी स्थिति पैदा करने की कांग्रेस की ‘नापाक साजिश’ का हिस्सा है।

लेह: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार देर रात एक बयान में कहा कि पूर्ण राज्य की मांग को लेकर लद्दाख में भीड़ द्वारा की गई हिंसा सोनम वांगचुक के ‘भड़काऊ बयानों’ से प्रेरित थी। दरअसल, लेह में सोनम वांगचुक के नेतृत्व में पिछले कुछ दिनों से चल रहा आंदोलन कल हिंसा, आगजनी और सड़क पर झड़पों में बदल गया, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और 22 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 59 लोग घायल हुए।

इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि लद्दाख में हिंसा बांग्लादेश, नेपाल और फिलीपींस जैसी स्थिति पैदा करने की कांग्रेस की ‘नापाक साजिश’ का हिस्सा है। भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से कहा, ‘आज लद्दाख में कुछ विरोध प्रदर्शनों को ‘जेन जी’ के नेतृत्व में होने के रूप में चित्रित करने का प्रयास किया गया, लेकिन जब जांच की गई, तो पाया गया कि यह कोई जेन-जी प्रदर्शन नहीं था, बल्कि वास्तव में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन था।’

भाजपा का कांग्रेस पर आरोप

भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, ‘कांग्रेस पार्षद स्टैनजिन सेपांग अपर लेह वार्ड से पार्षद हैं। वह हिंसा भड़काने वाले मुख्य व्यक्ति हैं और उनके और उनके कार्यकर्ताओं द्वारा हिंसा भड़काने की कई तस्वीरें सामने आई हैं। उन्हें हथियार लेकर भाजपा कार्यालय की ओर मार्च करते हुए भी देखा जा सकता है। वह भीड़ को उकसा रहे थे और भाजपा कार्यालय को निशाना बना रहे हैं। इसका एक वीडियो भी सामने आया है और भाजपा ने इसे पोस्ट भी किया है। पार्षद स्टैनजिन सेपांग राहुल गांधी के साथ हैं।’

उन्होंने आगे आरोप लगाया, ‘यह जॉर्ज सोरोस के साथ राहुल गांधी की योजना है। चूँकि वे जनता की मदद से जीत नहीं सकते, इसलिए वे देश को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं।’

हालांकि, सोनम वांगचुक ने एक वीडियो बयान में कहा है कि किसी पार्टी के पास इस क्षेत्र में इतनी ताकत नहीं है कि हजारों लोग उसके इशारे पर सड़कों पर उतर आएं। उन्होंने कहा कि ये पूरी तरह से युवाओं का गुस्सा और उनमें बढ़ती हताशा थी, जिसकी वजह से ऐसी परिस्थिति बनी।

लद्दाख हिंसा और सोनम वांगचुक पर केंद्र ने क्या कहा?

  • केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बुधवार तड़के हुई कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को छोड़कर शाम 4 बजे तक स्थिति नियंत्रण में आ गई थी और सभी से अनुरोध है कि वे मीडिया और सोशल मीडिया पर पुराने और भड़काऊ वीडियो प्रसारित न करें। बयान में आगे कहा गया, ‘सरकार पर्याप्त संवैधानिक सुरक्षा उपाय प्रदान करके लद्दाख के लोगों की आकांक्षाओं के प्रति प्रतिबद्ध है।’
  • गृह मंत्रालय ने कहा कि सोनम वांगचुक ने 10 सितंबर को भूख हड़ताल शुरू की थी, जिसमें लद्दाख को छठी अनुसूची में शामिल करने और राज्य का दर्जा देने की मांग की गई थी।
  • गृह मंत्रालय के बयान में कहा गया है, ‘यह सब जानते है कि भारत सरकार शीर्ष निकाय लेह और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस के साथ सक्रिय रूप से करीब से संपर्क में है। उच्चाधिकार प्राप्त समिति (HPC) और उप-समिति के जरिए औपचारिक चैनल के माध्यम से उनके साथ और स्थानीय नेताओं के साथ कई अनौपचारिक बैठकें हाल में आयोजित की गई हैं।
  • गृह मंत्रालय के अनुसार संवाद की प्रक्रिया से अभूतपूर्व परिणाम सामने आए हैं, जैसे लद्दाख अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण 45 प्रतिशत से बढ़ाकर 84 प्रतिशत करना, परिषदों में महिलाओं के लिए एक-तिहाई आरक्षण प्रदान करना और भोटी व पुर्गी को आधिकारिक भाषा घोषित करना। इसके साथ ही, 1,800 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। बयान में आगे कहा गया है, ‘हालांकि, कुछ राजनीतिक रूप से प्रेरित लोग इन प्रगति से खुश नहीं हैं और बातचीत की प्रक्रिया को विफल करने का प्रयास कर रहे हैं।’
  • सरकार के अनुसार HPC की अगली बैठक 6 अक्टूबर को निर्धारित की गई थी, जबकि लद्दाख के नेताओं के साथ 25 और 26 सितंबर को भी बैठकें प्रस्तावित हैं। गृह मंत्रालय ने आगे कहा कि जिन मांगों को लेकर वांगचुक भूख हड़ताल पर थे, वे HPC की चर्चा का अहम हिस्सा हैं।
  • केंद्र ने कहा, ‘कई नेताओं द्वारा उनसे भूख हड़ताल वापस लेने का आग्रह करने के बावजूद उन्होंने इसे जारी रखा और ‘अरब स्प्रिंग-स्टाइल के विरोध प्रदर्शनों और नेपाल में जेन जी प्रदर्शनों का भड़काऊ जिक्र करके लोगों को गुमराह किया।’
  • गृह मंत्रालय के बयान में कहा गया है, ’24 सितंबर को सुबह लगभग 11:30 बजे, उनके भड़काऊ भाषणों से प्रेरित भीड़ भूख हड़ताल स्थल से निकली और एक राजनीतिक दल के कार्यालय के साथ-साथ लेह के मुख्य चुनाव आयुक्त के सरकारी कार्यालय पर हमला किया। उन्होंने इन कार्यालयों में आग लगा दी, सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया और पुलिस वाहन को आग लगा दी।’
  • इसमें कहा गया है, ‘यह स्पष्ट है कि सोनम वांगचुक अपने भड़काऊ बयानों के जरिए भीड़ को निर्देशित कर रहे थे। इन घटनाक्रमों के बीच उन्होंने अपनी भूख हड़ताल समाप्त कर दी और हिंसा को नियंत्रित करने की गंभीर कोशिश करने की बजाय एंबुलेंस अपने गांव चले गए।’
विनीत कुमार
विनीत कुमार
पूर्व में IANS, आज तक, न्यूज नेशन और लोकमत मीडिया जैसी मीडिया संस्थानों लिए काम कर चुके हैं। सेंट जेवियर्स कॉलेज, रांची से मास कम्यूनिकेशन एंड वीडियो प्रोडक्शन की डिग्री। मीडिया प्रबंधन का डिप्लोमा कोर्स। जिंदगी का साथ निभाते चले जाने और हर फिक्र को धुएं में उड़ाने वाली फिलॉसफी में गहरा भरोसा...
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

मनोज मोहन on कहानीः याद 
प्रकाश on कहानीः याद 
योगेंद्र आहूजा on कहानीः याद 
प्रज्ञा विश्नोई on कहानीः याद 
डॉ उर्वशी on एक जासूसी कथा