वॉशिंगटन: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने गुरुवार देर रात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस में मुलाकात की। यह बैठक बंद कमरे में हुई और मीडिया को दूर रखा गया। इस मौके पर अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वांस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो भी मौजूद रहे।
यह शहबाज शरीफ की किसी अमेरिकी राष्ट्रपति से व्हाइट हाउस में पहली मुलाकात थी। पाकिस्तान के किसी प्रधानमंत्री की अमेरिका के राष्ट्रपति से पिछली मुलाकात जुलाई 2019 में हुई थी, जब इमरान खान ने ट्रंप से वॉशिंगटन में मुलाकात की थी।
इससे पहले, 23 सितंबर को शहबाज और ट्रंप की मुलाकात न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) सत्र के इतर हुई थी। उस बहुपक्षीय बैठक में कतर, तुर्की, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, मिस्र, यूएई और जॉर्डन के नेता भी शामिल थे। उस बैठक में गाजा युद्ध को रोकने पर चर्चा हुई थी।
ट्रंप ने कराया इंतजार
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, शहबाज शरीफ का काफिला व्हाइट हाउस गुरुवार शाम 4:52 बजे पहुंचा। उस वक्त ट्रंप कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर कर रहे थे और प्रेस से बात कर रहे थे। इस वजह से बैठक लगभग 30 मिनट देरी से शुरू हुई। दोनों नेताओं की बातचीत करीब 20 मिनट चली। रात 6:18 बजे शहबाज का काफिला व्हाइट हाउस से निकला।
ट्रंप ने मुलाकात से पहले पत्रकारों से कहा, असल में, हमारे पास पाकिस्तान से एक महान नेता आ रहे हैं—प्रधानमंत्री और फील्ड मार्शल। दोनों ही बहुत अच्छे लोग हैं। वे शायद अभी इसी कमरे में हों, या फिर ओवल ऑफिस में हमारा इंतज़ार कर रहे हों।
भारत के लिए क्या मायने?
विश्लेषकों के मुताबिक, यह मुलाकात भारत-अमेरिका रिश्तों पर असर डाल सकती है। हाल के महीनों में अमेरिका और पाकिस्तान की नजदीकी बढ़ी है। ट्रंप ने भारत पर ऊंचे टैरिफ और सख्त वीजा नियम लागू किए हैं, जिससे अमेरिका के साथ भारत के रिश्ते लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। इसके अलावा, ट्रंप कई बार दावा कर चुके हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष को खत्म कराया। भारत इन दावों को खारिज करता रहा है, लेकिन पाकिस्तान ने ट्रंप को इसके लिए 2026 का नोबेल शांति पुरस्कार तक नामित किया है।
व्यापारिक रिश्तों में भी बढ़ोतरी
अमेरिका और पाकिस्तान ने हाल ही में एक व्यापार समझौता किया है, जिसके तहत वॉशिंगटन पाकिस्तान के तेल भंडार विकसित करने में मदद करेगा। 2024 में दोनों देशों के बीच माल और सेवाओं का व्यापार 10.1 अरब डॉलर तक पहुंचा, जो 2023 के मुकाबले 6.3% ज्यादा है। हालांकि, अमेरिका का पाकिस्तान के साथ व्यापार घाटा 3 अरब डॉलर तक बढ़ गया।