नई दिल्लीः अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर ने शनिवार, 11 अक्टूबर को पीएम नरेंद्र मोदी से बात की। इस दौरान गोर ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना “महान और निजी मित्र” मानते हैं। गोर ने इस दौरान पीएम मोदी को अमेरिकी यात्रा की तस्वीर भेंट की है। इस तस्वीर में पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप साथ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी गोर ने दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात के बाद यह टिप्पणी की है। गौरतलब है कि सर्जियो गोर इन दिनों प्रबंधन एवं संसाधन उप सचिव माइकल जे. रिगास के साथ छह दिवसीय भारत दौरे पर हैं। इस दौरान वे वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों से बातचीत करेंगे।
पीएम मोदी और सर्जियो गोर की मुलाकात
पीएम मोदी ने गोर के साथ हुई बैठक के बारे में भी लिखा और कहा कि उन्हें विश्वास है कि अमेरिकी राजदूत के पद पर नियुक्ति से भारत-अमेरिका साझेदारी और मजबूत होगी।
मोदी ने कहा, “भारत में अमेरिका के मनोनीत राजदूत श्री सर्जियो गोर का स्वागत करते हुए मुझे खुशी हुई। मुझे विश्वास है कि उनका कार्यकाल भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगा।”
गोर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी बैठक ‘अविश्वसनीय’ रही और उन्होंने कहा कि दोनों ने रक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी सहित द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
गोर ने इस दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव विक्रम मिसरी से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी तथा साझा प्राथमिकताओं पर चर्चा की।
अमेरिकी राजदूत गोर जनवरी में करेंगे पदभार ग्रहण
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार गोर की यह यात्रा जिनके जनवरी में ही अपने परिचय पत्र प्रस्तुत करने तथा औपचारिक रूप से राजदूत का पदभार ग्रहण करने की संभावना है, को अमेरिकी प्रशासन द्वारा द्विपक्षीय संबंधों को पुनः सामान्य स्तर पर लाने के प्रयासों के एक भाग के रूप में देखा जा रहा है।
गोर ने पिछले महीने अमेरिकी सीनेट में अपनी पुष्टिकरण सुनवाई के दौरान कहा था, “भारत दुनिया में अमेरिका के सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है और एक रणनीतिक साझेदार है जिसका मार्ग क्षेत्र और उससे आगे के क्षेत्र को आकार देगा।”
अमेरिकी राजदूत गोर का यह दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है जब ट्रंप ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया है। ऐसे में दोनों देशों के बीच संबंधों में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। हालांकि, ट्रंप भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना अच्छा दोस्त बताते रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि अतिरिक्त टैरिफ की वजह से भारतीय उद्योग जगत को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसके साथ ही इससे नौकरियों का संकट भी हो सकता है। कपड़ा उद्योग, चमड़ा उद्योग और हीरा उद्योग पर इसका काफी असर देखने को मिल सकता है।
व्यापारी वर्ग में इसको लेकर संशय बना हुआ है और सरकार की ओर आस से राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं। भारत सरकार ने हालांकि इस बीच जीएसटी की दरों में कटौती की है जिससे उम्मीद है कि इससे सामानों की कीमतें घटेंगी और भारतीय बाजार में वस्तुओं की खपत बढ़ेगी।