Friday, October 10, 2025
Homeभारतविदेश मंत्री एस जयशंकर की बढ़ाई गई सुरक्षा, अब बुलेटप्रूफ कार...

विदेश मंत्री एस जयशंकर की बढ़ाई गई सुरक्षा, अब बुलेटप्रूफ कार से चलेंगे

नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) को बुलेटप्रूफ कार मुहैया कराई है। इसके लिए विदेश मंत्रालय की तरफ से कुछ दिनों पहले “विशिष्ट अनुरोध” किया गया था। एस जयशंकर को अब और अधिक सुरक्षा कवर प्रदान किया गया है। इसके तहत उन्हें एस्कॉर्ट कारों के रूप में दो बुलेट रोधी वाहन प्रदान किए गए हैं। 

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, भारतीय विदेश मंत्रालय ने पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) हमले के कुछ दिनों बाद एस जयशंकर की सुरक्षा बढ़ाने का अनुरोध किया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उनकी सुरक्षा बढ़ाने के लिए जरूरी प्रक्रिया शुरू कर दी थी। 

सीआरपीएफ ने दी बुलेटप्रूफ जानकारी

इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से खतरे का अवलोकन करने को कहा था। एक अधिकारी के मुताबिक, “आकलन करने के बाद, सीआरपीएफ ने उसे दो बुलेटप्रूफ कारें देने का फैसला किया है। “

एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, जयशंकर के पास अभी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली है। इसमें मोबाइल सुरक्षा के लिए छह बंदूकधारी और आवास सुरक्षा के लिए 10 सुरक्षाकर्मी होते हैं। 

वीआईपी और वीवीआईपी की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों में फिलहाल एस्कॉर्ट कार और विशिष्ट कॉल साइन का प्रावधान नहीं है। लेकिन इस मामले में विदेश मंत्रालय से अनुरोध पत्र मिलने के बाद मामले को निर्णय लेने के लिए गृह मंत्रालय को भेज दिया गया। 

रविवार को दिल्ली पुलिस के कमिश्नर संजय अरोड़ा ने एक बैठक बुलाई। इस बैठक में निर्णय लिया गया था कि विदेश सचिव विक्रम मिस्री और केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों और दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता समेत भारतीय जनता पार्टी के कम से कम 25 नेताओं के सुरक्षा कवर बरकरार रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि इस मामले में यह भी निर्णय लिया गया कि सभी सुरक्षाकर्मियों को फायरिंग और चिकित्सा आपातकालीन प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

मनोज मोहन on कहानीः याद 
प्रकाश on कहानीः याद 
योगेंद्र आहूजा on कहानीः याद 
प्रज्ञा विश्नोई on कहानीः याद 
डॉ उर्वशी on एक जासूसी कथा