पश्चिम बंगाल विधानसभा में गुरुवार को जबर्दस्त हंगामा देखने को मिला। भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के विधायकों में तीखी बहस देखने को मिली। सदन में ही दोनों पार्टियों के विधायक भिड़ गए। आलम ये रहा कि भाजपा चीफ-व्हिप शंकर घोष को दिनभर के लिए सदन से निलंबित किया गया और उन्हें मार्शल घसीटते हुए बाहर ले गए। चार और भाजपा विधायकों को सस्पेंड किए जाने की खबर है। इनमें अग्निमित्र पॉल, मिहिर गोस्वामी, बंकिम घोष और अशोक डिंडा शामिल हैं।
यह सबकुछ विधानसभा में बंगाली प्रवासियों पर ‘अत्याचार’ को लेकर राज्य सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान हुआ। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस विषय पर अपनी बात रख रही थीं, इसी दौरान हंगामा शुरू हुआ। भाजपा के विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। ये सभी दो सितंबर को सुवेंदु अधिकारी के हुए निलंबन का विरोध कर रहे थे। वे सवाल उठा रहे थे कि अधिकारी को क्यों निलंबित किया गया। अधिकारी को एक दिन के लिए निलंबित किया गया था।
भाजपा विधायकों के वेल में पहुंचने के बाद हंगामा तेज
भाजपा के कई विधायक नारेबाजी करते हुए सदन में वेल तक पहुंच गए थे। इस दौरान टीएमसी विधायकों ने भी विरोध शुरू कर दिया और भाजपा विधायकों को रोकने की कोशिश की। इसी हंगामे के बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा के स्पीकर बिमान बनर्जी ने भाजपा के चीफ व्हिप शंकर घोष को अव्यवस्था फैलाने के आरोप में विधानसभा से निलंबित कर दिया। घोष को बाहर ले जाने के लिए मार्शलों को बुलाना पड़ा। वे उन्हें घसीटते हुए सदन के बाहर ले गए। सामने आई जानकारी के अनुसार इस दौरान घोष बेहोश हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
ममता बनर्जी ने ‘मोदी चोर’, ‘वोट चोर’ के नारे लगाए
इस हंगामे के बीच सीएम ममता बनर्जी ने मोदी चोर और वोट चोर के नारे भी लगाए। ममता बनर्जी ने कहा, ‘बीजेपी एक भ्रष्ट पार्टी है। वोटों के चोरों की पार्टी है। वे सबसे बड़े डकैत हैं। हमने संसद में देखा है कि वे कैसे सीआईएसएफ का इस्तेमाल हमारे सांसदों को प्रताड़ित करने के लिए करते हैं। वे बंगाली विरोधी हैं।’
ममता ने कहा कि बीजेपी देश के लिए एक कलंक है। उन्होंने कहा कि ‘ये लोग बंगाली भाषा और बंगाल की संस्कृति पर हमला कर रहे हैं। बंगाल के लोगों ने आजादी की लड़ाई में अपना खून बहाया था, तब बीजेपी का जन्म भी नहीं हुआ था।’
ममता यही नहीं रूकी और उन्होंने भाजपा पर देश को बेचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले लोगों की आवाज नहीं सुनना चाहते हैं।
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा विधायक असंसदीय आचरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे बंगाली प्रवासियों के अधिकारों और सुरक्षा से संबंधित चर्चा को बाधित करने की कोशिश कर रहे थे। वहीं, हंगामा जारी रहने के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष, दोनों के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की, जिससे कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा का तीन दिन का विशेष सत्र 1 सितंबर को शुरू हुआ था। 3 सितंबर को करमा पूजा की वजह से छुट्टी थी। आज सत्र का आखिरी दिन रहा।