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‘कार्रवाई करना मेरा कर्तव्य है’, पहलगाम हमले के प्रतिशोध पर क्या बोले राजनाथ सिंह

नई दिल्लीः रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कि यह उनकी जिम्मेदारी है कि भारत पर हमला करने की हिम्मत करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। राजनाथ सिंह की यह टिप्पणी बीते महीने पहलगाम की बैसरन घाटी में पर्यटकों के ऊपर हुए आतंकी हमले के दौरान हुई थी। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। मारे गए लोगों में अधिकतर पर्यटक थे। 

रक्षा मंत्री ने संस्कृति जागरण महोत्सव को संबोधित करते हुए यह बयान दिया। इस दौरान उन्होंने लोगों को पीएम मोदी की “कार्यशैली” के बारे में याद दिलाते हुए कहा कि मैं आश्वासन देना चाहता हूं कि पीएम मोदी के नेतृत्व में जो आप चाहते हैं वह जल्द ही होगा।

पीएम की कार्यशैली से हैं अवगत

सिंह ने इस दौरान कहा कि आप हमारे पीएम को अच्छे से जानते हैं और उनकी कार्यशैली, दृढ़ निश्चय से अवगत हैं।

राजनाथ सिंह ने आगे कहा “एक राष्ट्र के रूप में हमारे बहादुर सैनिकों ने हमेशा भारत के भौतिक स्वरूप की रक्षा की है जबकि दूसरी ओर हमारे ऋषियों और मनीषियों ने भारत के आध्यात्मिक स्वरूप की रक्षा की है। एक ओर जहां हमारे सैनिक रणभूमि में लड़ते हैं, वहीं दूसरी ओर हमारे संत जीवनभूमि पर लड़ते हैं। एक रक्षा मंत्री के रूप में यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं अपने सैनिकों से मिलकर देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करूं। हमारे देश पर हमला करने की हिम्मत करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना मेरी जिम्मेदारी है। “

भारत उठा रहा है कठोर कदम

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान के विरुद्ध कई कूटनीतिक कदम उठा रहा है जिनमें सिंधु जल संधि को रद्द करना, पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ना, पाकिस्तान से आयात होने वाली वस्तुओं पर पूर्णतः प्रतिबंध शामिल है। 

इसके अलावा पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स को बंद करना तथा पाकिस्तान के एक्टर्स और राजनेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट भी भारत में बंद हुए हैं। 

इससे पहले इस हफ्ते पीएम मोदी ने भी एक महत्वपूर्ण सुरक्षा बैठक में कहा था कि सैन्य बलों को पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर भारत की प्रतिक्रिया का तरीका, लक्ष्य और समय निर्धारित करने की पूरी परिचालन स्वतंत्रता है।

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