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टिकट बुकिंग से लेकर रिजर्वेशन चार्ट तक, किन तीन नियमों में रेलवे बदलाव करने जा रहा है?

भारतीय रेलवे यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कई बड़े सुधार करने जा रहा है। रेलवे मंत्रालय की ओर से रविवार को जारी आधिकारिक प्रेस नोट के अनुसार, यात्री आरक्षण प्रणाली (PRS) को आधुनिक रूप देने, तत्काल टिकट बुकिंग को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने तथा ट्रेन चार्ट तैयार करने की प्रक्रिया में अहम बदलाव करने की योजना पर काम चल रहा है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इन सुधारों की समीक्षा करते हुए कहा कि “रेलवे का टिकटिंग सिस्टम स्मार्ट, पारदर्शी, सुगम और कुशल होना चाहिए। यात्रियों की सुविधा को केंद्र में रखकर योजनाएं बननी चाहिए, ताकि हर सफर आरामदायक और आसान बने।”

क्या होंगे ये नए बदलाव? जानें मुख्य बिंदु

चार्ट बनाने की प्रक्रिया में सुधार (एडवांस्ड चार्टिंग): पहला बड़ा सुधार आरक्षण चार्ट तैयार करने की प्रक्रिया को लेकर है। अब ट्रेनों के आरक्षण चार्ट ट्रेन के प्रस्थान से आठ घंटे पहले तैयार किए जाएंगे। यदि कोई ट्रेन दोपहर 2 बजे से पहले छूटती है, तो उसका चार्ट एक दिन पहले रात 9 बजे ही तैयार कर लिया जाएगा। अभी तक यह चार्ट चार घंटे पहले तैयार किया जाता है। रेलवे के अनुसार, चार्ट तैयार करने में विलंब के कारण कई बार पास के शहरों से आने वाले यात्रियों को अंतिम क्षण तक अपनी सीट की स्थिति का पता नहीं चल पाता, जिससे अनावश्यक तनाव उत्पन्न होता है।

आधुनिक यात्री आरक्षण प्रणाली (PRS): दूसरा बड़ा बदलाव पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) में होगा। रेलवे दिसंबर 2025 तक एक आधुनिक, लचीला और स्केलेबल PRS लॉन्च करेगा, जो मौजूदा सिस्टम से दस गुना अधिक क्षमता वाला होगा। नई प्रणाली के तहत हर मिनट 1.5 लाख टिकटों की बुकिंग संभव होगी, जो कि अभी की 32,000 प्रति मिनट की क्षमता से पांच गुना अधिक है। टिकट पूछताछ प्रणाली की क्षमता भी चार लाख से बढ़ाकर 40 लाख प्रति मिनट की जाएगी। यह नया सिस्टम बहुभाषी होगा और इसमें यात्री अपनी सीट की पसंद दर्ज कर सकेंगे और भविष्य की तिथियों का विस्तृत कैलेण्डर देख सकेंगे।

तत्काल बुकिंग को सुव्यवस्थित करना: तीसरा सुधार तत्काल टिकटों की बुकिंग को लेकर है। 1 जुलाई 2025 से IRCTC की वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर तत्काल टिकट बुक करने के लिए यूजर की पहचान अनिवार्य होगी। इसके लिए जुलाई के अंत तक OTP आधारित सत्यापन प्रणाली लागू की जाएगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि आधार या डिजिलॉकर में उपलब्ध किसी अन्य सत्यापन योग्य सरकारी आईडी के जरिए यह प्रमाणीकरण किया जाए।

रेल मंत्री ने स्पष्ट किया कि इन सभी सुधारों का उद्देश्य रेलवे टिकटिंग प्रणाली को स्मार्ट, पारदर्शी, सुलभ और यात्रियों के अनुकूल बनाना है, ताकि यात्रा अनुभव अधिक सहज और भरोसेमंद हो सके।

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