नई दिल्लीः भाजपा नेता प्रदीप भंडारी ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि “वोट चोरी” के दावों के समर्थन में उन्होंने जो साक्ष्य प्रस्तुत किए, वह भी भारत में नहीं बनाए गए थे। प्रदीप भंडारी ने इसको लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। भंडारी ने आरोप लगाया कि ये दस्तावेज म्यांमार तैयार हुए हैं। इस बीच कांग्रेस ने भी इन आरोपों पर पलटवार किया है।
भाजपा नेता प्रदीप भंडारी ने एक्स पोस्ट में लिखा “राहुल गांधी की अंतर्राष्ट्रीय ‘वोट चोरी’ टूलकिट का भंडाफोड़ः राहुल गांधी का रिमोट कंट्रोल चलाने वाला “विदेशी बॉस” कौन था?”
प्रदीप भंडारी ने क्या आरोप लगाए?
भंडारी के मुताबिक, यह विवाद 7 अगस्त 2025 से शुरू हुआ था जब राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस ने राहुल ने ‘वोट चोरी’ के बारे में बात की थी और अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर हिंदी, कन्नड़ और अंग्रेजी में दस्तावेज उपलब्ध कराए।
भंडारी ने दावा किया कि इन फाइलों के मेटाडेटा पर गौर करने पर पता चला कि तीनों दस्तावेज म्यांमार टाइमजोन में बनाए गए थे। भंडारी ने आगे कहा कि इन फाइलों को एडोब इलस्ट्रेटर के जिए एक्सपोर्ट किया गया था। यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो सिस्टम क्लॉक पर निर्भर करता है और वीपीएन का इस्तेमाल करके इसमें बदलाव नहीं किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें – ‘राहुल गांधी नियमों को गंभीरता से नहीं ले रहे’, सीआरपीएफ ने क्यों की ऐसी टिप्पणी?
इस दौरान भंडारी ने तीनों फाइलों की टाइमिंग के अंतराल पर भी बताया। उनके मुताबिक, अंग्रेजी संस्करण को 29 सेकंड में, हिंदी संस्करण को 31 सेकंड में तथा कन्नड़ संस्करण को 37 सेकंड में अंतिम रूप दिया गया।
भंडारी ने तर्क दिया कि इन दस्तावेजों को गूगल ड्राइव के माध्यम से साझा किया गया था इसलिए मेटाडेटा बरकरार रहा। इससे संशोधन की गुंजाइश नहीं बची। इस आधार पर भंडारी ने आरोप लगाया कि ये तथाकथित सबूत भारत में नहीं बनाए गए थे।
कांग्रेस ने किया पलटवार
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी लोकतंत्र खतरे में का सवाल उठाते हैं लेकिन उनका यह टूलकिट बताता है कि कैसे विदेशी हाथ भारत के विपक्षी आख्यान की पटकथा लिख रहे हैं।
भंडारी के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा आईटी सेल पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। इस संबंध में सुप्रिया ने एक्स पर एक पोस्ट भी किया। उन्होंने पोस्ट किया ” 7 अगस्त को राहुल गांधी के “वोट चोरी” प्रेज़ेंटेशन पर BJP आईटी सेल और दो रूपट्टी वाले ट्रोल झूठ फैला रहे हैं।”
यह भी पढ़ें – नेपालः जेन जी ने सुशीला कार्की को चुना अंतरिम नेता, बालेंद्र शाह ने नहीं दिखाई दिलचस्पी
सुप्रिया श्रीनेत की एक्स पोस्ट में कई बिंदुओं में इन आरोपों को खारिज किया गया है। इसमें यह कहा गया है कि यह प्रजेंटेशन भारत में ही बना है। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि टाइम को लेकर फर्क क्यों आया?
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग पर कुछ सवाल उठाए थे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कुछ दस्तावेज और आंकड़े प्रस्तुत करते हुए वोट चोरी के आरोप लगाए थे।