रायबरेलीः कांग्रेस सांसद राहुल गांधी दो दिवसीय यात्रा पर बुधवार रायबरेली पहुंचे। यहां उन्हें भाजपा के विरोध का सामना करना पड़ा। प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार मंत्री दिनेश प्रताप सिंह और उनके समर्थक बटोही गेस्ट हाउस के बाहर रास्ते पर धरने पर बैठ गए और ‘राहुल गांधी वापस जाओ’ के नारे लगाने लगे। भाजपा के इस विरोध की वजह से राहुल का काफिला करीब 1 किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया। यह घटना हरचंदपुर थाना क्षेत्र के पास हुई। पुलिस जब दिनेश प्रताप को उठाने पहुंची तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा खड़ा कर दिया। इस दौर पुलिस से उनकी धक्कामुक्की भी हुई।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने बिहार में पीएम मोदी जी की माँ को गाली दिया। यह किसी भी दशा में किसी भी बेटे के लिए लज्जित करने वाला विषय है। राहुल गांधी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। अपने गाली देने वाले कार्यकर्ताओं की निंदा करनी चाहिए। उनको पार्टी से निष्कासित किया जाना चाहिए।
मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी खुद ही कह देते कि मेरे कार्यकर्ताओं ने जो भी किया उसके लिए लज्जित हूं तो शायद यह लगता कि उचित है। लेकिन राहुल गांधी इस प्रथा को बढ़ाना चाहते हैं कि कोई भी किसी की माँ को गाली दे। हम इसको बर्दाश्त नहीं करेंगे।
दिनेश प्रताप ने कहा कि मेरा सड़क पर आने का कोई इरादा नहीं था। हमलगो स्नातक चुनाव की तैयारी में बैठे थे। बाहर कुछ कार्यकर्ता प्रतिशोध में विरोध कर रहे थे। लेकिन पुलिस के लोगों ने उनके साथ बदसलूकी की। इसलिए मुझे निकलकर बाहर आना पड़ा। दिनेश प्रताप ने कहा कि अपने आपको जो ब्रह्मा, विष्णु और महेश कह लेगा तो माँ उसके लिए मिट्टी समान हो गई।
गौरतलब है कि बुधवार सुबह करीब साढ़े 8 बजे राहुल गांधी दिल्ली स्थित अपने आवास से रायबरेली के लिए निकले। वे दिल्ली एयरपोर्ट से फ्लाइट लेकर लखनऊ पहुंचे और फिर सड़क मार्ग से रायबरेली पहुंचे। रास्ते में हरचंदपुर में उन्होंने गाड़ी रुकवाकर सपा नेताओं से मुलाकात भी की।
राहुल गांधी अपने दो दिवसीय दौरे में बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर संगठन को मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा करेंगे। इसके बाद, वह प्रजापति समाज के लोगों से मिलेंगे और उनकी समस्याओं को सुनेंगे। बुधवार दोपहर में, वह गोरा बाजार चौराहे पर नवनिर्मित अशोक स्तंभ का लोकार्पण करेंगे, जिसे राष्ट्रीय एकता और गौरव का प्रतीक माना जाता है। इसके बाद, वह पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए मुलिहामऊ गांव में एक पौधारोपण कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे।
दौरे के दूसरे दिन काग्रेस नेता जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस बैठक में जिले में चल रही विभिन्न विकास परियोजनाओं की समीक्षा की जाएगी। इसके बाद वह लखनऊ के रास्ते दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
सपा नेता का राहुल, अखिलेश, तेजस्वी का पोस्टर भी चर्चा में
राहुल गांधी के दौरे से पहले, शहर में समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता राहुल निर्मल बागी द्वारा लगाए गए कुछ बैनरों ने सियासी हलचल को और बढ़ा दिया। सपा की लोहिया वाहिनी में प्रदेश सचिव के पद पर कार्यरत निर्मल ने एक होर्डिंग लगाई थी, जिसमें राहुल गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव को “कलयुग के ब्रह्मा, विष्णु, महेश” बताया गया था।

इस होर्डिंग में तेजस्वी यादव को ‘ब्रह्मा जी’, राहुल गांधी को ‘विष्णु जी’ और अखिलेश यादव को ‘महेश जी’ का अवतार कहा गया था। होर्डिंग में ‘इंडिया की अंतिम आश’ भी लिखा हुआ था, जिसने रायबरेली की राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी है और यह शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
रायबरेली गांधी परिवार का पारंपरिक संसदीय क्षेत्र रहा है और राहुल गांधी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से जीत हासिल की थी। उनके इस दौरे को क्षेत्र के लोगों और कार्यकर्ताओं के बीच उनके संबंधों को और मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह उनका छठा रायबरेली दौरा है। इससे पहले वे 29 और 30 अप्रैल को यहां आए थे।